तू एकबार मेरी निगाहो मे देख कर कह दे कि हम
तेरे काबिल नहीं कसम तेरी चलती साँसो की हम तुझे देखना तक छोङ देँगेँ
तू एकबार मेरी निगाहो मे देख कर कह दे कि हम
तेरे काबिल नहीं कसम तेरी चलती साँसो की हम तुझे देखना तक छोङ देँगेँ
तेरे बिना मैं ये दुनिया छोड तो दूं पर उस माँ दिल कैसे दुखा दुं
जो रोज दरवाजे पर खडी कहती है “बेटा घर जल्दी आ जाना “
वो कहती हैं तुम छोड क्यों नही जाते,इतनी तकलीफ देती हुं तो
मैंने कहा साँस लेने में उलझन आए तो क्या जीना हीं छोड दुं
#वो तो अपनी एक #आदत को #भी ना #बदल सका,
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.........#जाने क्यूँ मैंने #उसके लिए अपनी #जिंदगी बदल #डाली ! Er kasz
मेरी मोहोब्बत को ठुकरा दे चाहे,
मैं कोई तुज़से ना शिकवा करुन्गा,
आंखो मे रेहती है तस्वीर तेरी,
सारी उमर तेरी पूजा करुन्गा...
क्या करोगे ये जानकर कि कितना प्यार करते हैं तुमसे
बस इतना जान लो कि वो नम्बर तुम्हारा ही था जो मुझसे पहली बार याद हो पाया था
Er kasz
पत्थर की दुनिया जज़्बात नही समझती,
दिल में क्या है वो बात नही समझती,
तन्हा तो चाँद भी सितारों के बीच में है,
पर चाँद का दर्द वो रात नही समझती…
ज़रूरी नहीं कि जीने का कोई सहारा हो,
ज़रूरी नहीं कि जिसके हम हों वो भी हमारा हो,
कुछ कश्तियाँ डूब जाया करती हैं,
ज़रूरी नहीं कि हर कश्ती के नसीब में किनारा हो
Na padhna meri aankhon ki sacchai
Mujhe darr h kahi tumhe pyar ho gya to
Shukar hai uska jo apni yaden chor gae
jinda lash ko jine ka bhana de gae
Zindgi Tu Etna mat ettraa
Tu Bhi badlegi mere waqt ki trah
Er kasz
Buhat yaad karta hay koi humein dil se
Na jane dil se yeh weham kiun nahe jata
Mile to hazaaro log the zindagi me
Par wo sabse alag tha jo kismat me nahi tha
Hasne ko chand lamhe, rone ko umar sari
agar hai manjur to karlo ishq se yaari
Meri waffa se jyada kimat to
Us bewaffa ki kahaniya kmma gyi
Er kasz