Home
Aapka Swagat Hai
Shayari Bazar
Mai
Toggle navigation
Menu
English
Punjabi
Hindi
Urdu
Haryanvi
Two-lines
Riddles
Sms
Facebook Status
Jokes
Quotes
Catholic
Home
Two Lines
Zindagi Shayari
आज बरसों का जख्म उभर कर
आज बरसों का जख्म उभर कर
आज बरसों का जख्म उभर कर सामने आया
जब उसने किसी गैर को अपना और मुझे अजनबी बताया।
Like
(
1
)
Dislike
(
0
)
Share
Related Post
कोई मासूम लड़की प्यार में कुर्बान
में अक्सर अकेला रेह जाता हूँक्युकी
उन्होंने वक़्त समझकर गुज़ार दिया हमको
जहां हो जैसे हो वहीं वैसे
Kehne Lagi Hai Ab To Meri
कदर करलो उनकी जो तुमसे बिना
रात गुज़री है तेरी यादों के
जब सब तेरी मर्ज़ी से होता
दोस्ती और दुश्मनी मजेदार हैं बस
Maa haQ se rok deti hai
Your Comment
Login
Your Comment