दोस्तों आज हम कुछ मुहावरों के आधुनिक अर्थ जानेंगे। जो हमरे वैवाहिक जीवन में इस्तेमाल होते हैं। 1. सुख की जान दुःख में डालना - शादी करना 2. आ बैल मुझे मार - पत्नी को लड़ाई के लिए आमंत्रित करना 3. दीवार से सर फोड़ना - पत्नी को कुछ समझाना 4. चार दिन की चाँदनी वहीं अँधेरी रात - पत्नी का मायके से घर आना 5. आत्म हत्या के लिए प्रेरित करना - शादी की राय देना 6. दुश्मनी निभाना - दोस्तों की शादी करवना 7. खुद का स्वार्थ देखना - शादी ना करना 8. पाप की सजा मिलना - शादी हो जाना 9. लव मैरिज करना - लड़ाई के लिए जोड़ीदार खुद ढूंढ़ना 10. जिंदगी के मज़े लेना - कुँवारा रहना 11. ओखली में सर देना - शादी के लिए हाँ करना 12. दो पाठो में पीसना - दूसरी शादी करना 13. खुद को लुटते हुए देखना - पत्नी का पर्स से पैसे निकालना 14. पैरों तले से जमीन खिसकना - पत्नी सामने दिखना 15. गलती पर पछताना - शादी के फ़ोटो देखना 16. सर मुंडाते ही ओले पड़ना - परीक्षा में फेल होते ही शादी हो जाना 17. शादी के लिए हाँ करना - स्वेच्छा से आत्महत्या करना 18. शादी - बिना अपराध की सजा 19. बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना - दूसरों के दुःख से खुश होना 20. साली आधी घर वाली - वो स्कीम जो दूल्हे को बताई जाती है लेकिन दी नहीं जाती।

एक आदमी एक खुली सड़क पर बहुत तेजी से गाड़ी चला रहा था तभी पुलिस वाले ने उसे रोक दिया और गाड़ी से बाहर आने को कहा क्या आपको इस बात का एहसास है कि आप 60 kmph क्षेत्र में 90 kmph कि रफ़्तार से गाड़ी चला रहे है आपने स्पीड लिमिट के नियम को तोड़ा है गाड़ी वाले ने कहा सर ऐसा कभी नहीं हो सकता मैंने कोई स्पीड लिमिट का नियम नहीं तोड़ा है मैं तो धीरे से गाड़ी चला रहा था! गाड़ी के अन्दर से उसकी पत्नी ने कहा आप ने तोड़ा है मैं कब से तुम्हें कह रही हूँ कि गाड़ी की स्पीड कम रखो! पुलिस वाले ने कहा मैंने एक चीज और नोट की कि तुमने सीट बेल्ट भी नहीं पहन रखी थी जब तुमने मुझे देखा तब तुम ने इसे बांधा! नहीं सर ये सच नहीं मैं हमेशा ही अपनी सीट बेल्ट पहनता हूँ! अन्दर से पत्नी ने कहा नहीं मैं तुम्हें हमेशा कहती हूँ कि बेल्ट पहन लो पर तुम नहीं पहनते! गाड़ी वाले ने गुस्से में गाली देते हुए कहा क्या तुम थोड़ी देर के लिए अपना फटा हुआ मुहं बंद नहीं रख सकती! पुलिसवाला उस आदमी के पत्नी के प्रति ऐसे व्यवहार को देखकर चकित रह गया इसलिए वो उसकी पत्नी कि तरफ घूम गया और पूछने लगा मैडम क्या आपके साथ हमेशा ये ऐसा ही व्यवहार करते हैं? उसकी पत्नी ने कहा ने कहा जी नहीं सर! बस जब शराब पी लेते हैं तभी!

एक आदमी की उम्र 35 वर्ष हो चुकी थी पर अभी तक उसकी शादी नही हुई थी उसके दोस्त उसे अक्सर शादी के करने के लिए कहते रहते पर वह हर बार यही कहता कर लेंगे कर लेंगे। एक दिन उसके दोस्त ने उसे गंभीरता से पूछ ही लिया अरे यार क्या बात है क्या तुम एक अच्छी लड़की की तलाश में हो या सारी जिन्दगी ऐसे ही रहना है? क्या अभी तक तुमने अपनी पसंद की कोई लड़की नही देखी? आदमी: नही मैं कई अच्छी लड़कियों से मिला मैंने उन्हें अपने घर वालों से भी मिलवाया पर मेरी माँ को वो बिल्कुल भी पसंद नही आयी तभी आज तक मैं बस लड़कियां ही ढूंढ रहा हूँ। उसके दोस्त ने कहा तुम एक काम क्यों नही करते कि अपनी माँ की पसंद की कोई लड़की ढूंढ लो? फिर दोनों दोस्त कई दिनों के बाद मिले उसके दोस्त ने पूछा क्या तुम्हें कोई लड़की मिली जिसे तुम्हारी माँ ने भी पसंद किया? आदमी: हाँ यार मैंने एक लड़की को पसंद किया जो मेरी माँ को भी पसंद है वो बिल्कुल मेरी माँ जैसी है मेरी माँ उसे बहुत प्यार करती है और उन दोनों की आपस में खूब पटती है। दोस्त: तो फिर तो तुमने अभी तक इस लड़की से सगाई कर ली होगी। आदमी: अरे नही यार कहाँ कर ली सगाई। दोस्त: क्यों क्या हुआ? आदमी: वो लड़की मेरे बाप को पसंद नहीं है। क्योंकि वो मेरी माँ जैसी है।

एक आदमी को पत्नी के साथ मारपीट करने के जुर्म में अदालत में पेश किया गया। जज ने पति की जबानी पूरी घटना ध्यान से सुनी और भविष्य में अच्छा व्यवहार करने की चेतावनी देकर छोड़ दिया। अगले ही दिन आदमी ने पत्नी को फिर मारा और फिर अदालत में पेश किया गया। जज ने कड़क कर पूछा तुम्हारी दोबारा ऐसा करने की हिम्मत कैसे हुई? अदालत को मजाक समझते हो? आदमी ने अपनी सफाई में जज को बताया नहीं हुजूर आप मेरी पूरी बात सुन लीजिए। कल जब आपने मुझे छोड़ दिया तो अपने आप को ताज़ा करने के लिए मैंने थोड़ी सी शराब पी ली। जब उससे कोई फर्क नहीं पड़ा तो थोड़ी-थोड़ी करके मैं पूरी बोतल पी गया। पीने के बाद जब मैं घर पहुंचा तो पत्नी चिल्लाने लगी हरामी आ गया नाली का पानी पीकर ? हुजूर मैंने चुपचाप सुन लिया और कुछ नहीं कहा। फिर वह बोली कमीने कुछ काम धंधा भी किया कर या केवल पैसे बर्बाद करने का ही ठेका ले रखा है । हुजूर मैंने फिर भी कुछ नहीं कहा और सोने के लिए अपने कमरे में जाने लगा। वह पीछे से फिर चिल्लाई अगर उस जज में थोड़ी सी भी अकल होती तो तू आज जेल में होता । बस हुजूर अदालत की तौहीन मुझसे बर्दाश्त नहीं हुई और मैंने इसे पीट दिया। बस फिर क्या था जज ने केस ख़ारिज किया और पति को बा-इज्ज़त बरी।

एक दंपत्ति ने जब अपनी शादी की 25 वीं वर्षगांठ मनाई तो एक स्थानीय समाचार पत्र का संवाददाता उनका साक्षात्कार लेने उनके घर जा पहुंचा। दरअसल वे दंपत्ति अपने शांतिपूर्ण और सुखमय विवाहित जीवन के लिये पूरे कस्बे में प्रसिध्द हो चुके थे। उनके बीच कभी कोई तकरार नाम मात्र के लिये भी नहीं हुई। संवाददाता उनके सुखी जीवन का राज जानने के लिये उत्सुक था। पति ने बताया कि हमारी शादी के फौरन बाद हम लोग हनीमून मनाने के लिये शिमला गये हुये थे। वहां हम लोगों ने घुड़सवारी की। मेरा घोड़ा तो ठीक था पर जिस घोड़े पर मेरी पत्नी सवार थी वह जरा सा नखरे बाज़ था। उसने दौड़ते दौड़ते अचानक मेरी पत्नी को नीचे गिरा दिया। मेरी पत्नी उठी उसने घोड़े की पीठ पर हाथ फेरते हुये कहा यह पहली बार है और फिर उसी घोड़े पर सवार हो गई । थोड़ी दूर चलने के बाद घोड़े ने फिर उसे नीचे गिरा दिया। पत्नी ने अबकी बार कहा यह दूसरी बार है और फिर उसी घोड़े पर सवार हो गई। तीसरी बार जब घोड़े ने उसे नीचे गिराया तो मेरी पत्नी ने घोड़े से कुछ नहीं कहा बस अपने पर्स से पिस्तौल निकाली और घोड़े को गोली मार दी। मैं अपनी पत्नी पर चिल्लाया ये तुमने क्या किया? तुमने एक बेजुबान जानवर को मार दिया क्या तुम पागल हो गई हो? पत्नी ने मेरी तरफ देखा और कहा ये पहली बार है। और बस तभी से हमारी जिंदगी सुख और शान्ति से चल रही है।

एक बार एक पत्नी अपने पति के बटुए की तलाशी ले रही होती है तो उसे उसमे अपनी तस्वीर मिलती है जिसे देखकर वह बहुत खुश होती है और दौड़ी दौड़ी अपने पति के पास जाती है और उस से कहती है; पत्नी:जानू मुझे माफ़ कर दो मैंने तुम्हे हमेशा गलत समझा और तुम पर शक किया पर उसके बावजूद तुम मुझे इतना प्यार करते हो! पत्नी की बात सुन कर पहले तो पति को कुछ समझ नहीं आता परन्तु फिर भी वह कोई सवाल जवाब नहीं करता! अगले दिन सुबह जब दोनों पति-पत्नी एक साथ नाश्ता कर रहे होते हैं तो पति अपनी पत्नी से पूछता है; पति: जानू एक बात बताओ कल शाम को तुम्हे क्या हो गया था तुम बड़ा प्यार दिखा रही थी मुझ पर? पत्नी: दरअसल कल शाम को मैं तुम्हारे पर्स की तलाशी ले रही थी तो मुझे उसमे अपनी तस्वीर मिली जिसे देख कर मुझे एहसास हुआ की तुम मुझे कितना प्यार करते हो! पत्नी की बात सुन पति हंस कर जवाब देता है; पति: ओह अरे जान वो तो मैंने तुम्हारी तस्वीर अपने बटुए में इस लिए रखी है ताकि मैं उसे मुसीबत के वक्त देख सकूँ! पत्नी: ऐसा क्यों? क्या तुम्हे मुसीबत में मेरी तस्वीर देख कर उस परेशानी से लड़ने की हिम्मत मिलती है! पति: नहीं दरअसल बात यह है की जब भी मैं मुसीबत में होता हूँ तो तुम्हारी तस्वीर देख कर मुझे यह एहसास होता है की जब मैं तुम्हारे जैसी मुसीबत के साथ सारी ज़िन्दगी काट सकता हूँ तो यह मुसीबत किस खेत की मुली है!

बीवी सेवा सच्ची सेवा।। जो करे वो खाये मेवा।। जो बीवी के पाँव दबावै।। बस वैकुंठ परम पद पावै।। जो बीवी की करे गुलामी।। ना आये कोई परेशानी।। जो बीवी की धोवे साड़ी।। उसकी किस्मत जग से न्यारी।। भूत पिशाच निकट नहीं आवै।। जो बीवी के कीर्तन गावै।। हाथ जोड़ कर कीजिये।। पत्नी जी का ध्यान।। घर में खुशहाली रहे।। हो जाये कल्यान।। घरवाली को नमन कर।। माला लेकर हाथ।। मुख से पत्नी-वन्दना।। बोलो मेरे साथ।। जय पत्नी देवी कल्यानी।। माया तेरी ना पहचानी।। तुमसे सारे देवता हारे।। डर से थर-थर कांपें सारे।। नहीं चरित्र तुम्हरा कोई जाना।। नर क्या ईश्वर ना पहचाना।। अपरम्पार तुम्हारी माया।। कोई इसका पार न पाया।। लगो देखने में तुम गुड़िया।। हो लेकिन आफत की पुड़िया।। हे मेरे बच्चों की माता।। तुम हो मेरी भाग्यविधाता।। है बेलन हथियार तुम्हारा।। जब चाहा सिर पर दे मारा।। ऐसी तेरी निकले बोली।। जैसे हो बंदूक की गोली।। हम तुमसे डरते हैं ऐसे।। चोर पुलिस से डरता जैसे।। ऐसा है आतंक तुम्हारा।। बिच्छू जैसा डंक तुम्हारा।। करे पति जो पत्नी-सेवा।। मिलती उसको सच्ची मेवा।। पत्नी-वन्दना जो कोई गावे।। जीवन में कोई कष्ट न पावे।। प्रभु दीक्षित कर पत्नी-वन्दन।। पत्नी का कर लो अभिनन्दन।। वन्दहु पत्नी मुख-कमल।। गुण-अवगुण की खान।। मिले नहीं बिन आपके।। पतियों को सम्मान।।

एक दंपत्ति की शादी को साठ वर्ष हो चुके थे। उनकी आपसी समझ इतनी अच्छी थी कि इन साठ वर्षों में उनमें कभी झगड़ा तक नहीं हुआ। वे एक दूजे से कभी कुछ भी नहीं छिपाते थे। हां पत्नी के पास उसके मायके से लाया हुआ एक डिब्बा था जो उसने अपने पति के सामने कभी नहीं खोला था। उस डिब्बे में क्या है वह नहीं जानता था। कभी उसने जानने की कोशिश भी की तो पत्नी ने यह कह कर टाल दिया कि सही समय आने पर बता दूंगी। आखिर एक दिन बुढि़या बहुत बीमार हो गई और उसके बचने की आशा न रही। उसके पति को तभी ख्याल आया कि उस डिब्बे का रहस्य जाना जाये। बुढि़या बताने को राजी हो गई। पति ने जब उस डिब्बे को खोला तो उसमें हाथ से बुने हुये दो रूमाल और 50 000 रूपये निकले। उसने पत्‍‌नी से पूछा यह सब क्या है? पत्नी ने बताया जब उसकी शादी हुई थी तो उसकी दादी ने उससे कहा था कि ससुराल में कभी किसी से झगड़ना नहीं। यदि कभी किसी पर क्रोध आये तो अपने हाथ से एक रूमाल बुनना और इस डिब्बे में रखना। बूढ़े की आंखों में यह सोचकर खुशी के मारे आंसू आ गये कि उसकी पत्नी को साठ वर्षों के लम्बे वैवाहिक जीवन के दौरान सिर्फ दो बार ही क्रोध आया था। उसे अपनी पत्‍‌नी पर सचमुच गर्व हुआ। खुद को संभाल कर उसने रूपयों के बारे में पूछा इतनी बड़ी रकम तो मैंने तुम्हे कभी दी ही नहीं थी फिर ये कहां से आये? रूपये! वे तो मैंने रूमाल बेच बेच कर इकठ्ठे किये हैं। पत्नी ने मासूमियत से जवाब दिया।

एक दंपत्ति की शादी को साठ वर्ष हो चुके थे। उनकी आपसी समझ इतनी अच्छी थी कि इन साठ वर्षों में उनमें कभी झगड़ा तक नहीं हुआ। वे एक दूजे से कभी कुछ भी नहीं छिपाते थे। हां पत्नी के पास उसके मायके से लाया हुआ एक डिब्बा था जो उसने अपने पति के सामने कभी नहीं खोला था। उस डिब्बे में क्या है वह नहीं जानता था। कभी उसने जानने की कोशिश भी की तो पत्नी ने यह कह कर टाल दिया कि सही समय आने पर बता दूंगी। आखिर एक दिन बुढि़या बहुत बीमार हो गई और उसके बचने की आशा न रही। उसके पति को तभी ख्याल आया कि उस डिब्बे का रहस्य जाना जाये। बुढि़या बताने को राजी हो गई। पति ने जब उस डिब्बे को खोला तो उसमें हाथ से बुने हुये दो रूमाल और 50 000 रूपये निकले। उसने पत्‍‌नी से पूछा यह सब क्या है? पत्नी ने बताया जब उसकी शादी हुई थी तो उसकी दादी ने उससे कहा था कि ससुराल में कभी किसी से झगड़ना नहीं। यदि कभी किसी पर क्रोध आये तो अपने हाथ से एक रूमाल बुनना और इस डिब्बे में रखना। बूढ़े की आंखों में यह सोचकर खुशी के मारे आंसू आ गये कि उसकी पत्नी को साठ वर्षों के लम्बे वैवाहिक जीवन के दौरान सिर्फ दो बार ही क्रोध आया था। उसे अपनी पत्‍‌नी पर सचमुच गर्व हुआ। खुद को संभाल कर उसने रूपयों के बारे में पूछा इतनी बड़ी रकम तो मैंने तुम्हे कभी दी ही नहीं थी फिर ये कहां से आये? रूपये! वे तो मैंने रूमाल बेच बेच कर इकठ्ठे किये हैं। पत्नी ने मासूमियत से जवाब दिया।

एक बार एक वृद्ध दंपति को लगने लगता है कि उनकी याददाश्त कमजोर हो चली है! यह सुनिश्चित करने के लिये कि उन्हें कुछ नहीं हुआ है वे डॉक्टर के पास जाते हैं! डॉक्टर उनका बारीकी से परीक्षण करने के बाद उन्हें बताता है की उन्हें कोई बीमारी नहीं है और बुढ़ापे में इस तरह के लक्षण स्वाभाविक हैं! उसके पश्चात डॉक्टर उन्हें महत्वपूर्ण कार्यों को लिखकर रखने की सलाह देता है ताकि वे कोई काम भूलें ना! वृद्ध दंपति डॉक्टर का धन्यवाद कर के अपने घर चले जाते हैं! उसी रात टीवी देखते समय जब पति उठकर कहीं जाने लगता है तो पत्‍‌नी पूछती है कहां जा रहे हो? पति जवाब देता है रसोईघर में! यह सुन पत्नी कहती है ठीक है मेरे लिये एक कप चाय ले आना! पति जवाब देता है ठीक है ले आऊंगा! तभी अचानक पत्नी अपने पति से कहती है मेरे ख्याल से तुम इसे नोट कर लो नहीं तो भूल जाओगे! पति जवाब देता है नहीं भूलूंगा! यह सुन पत्नी कहती है ठीक है फिर मेरे लिए खाने को आलू चिप्स भी ले आना! पति जवाब देता है ठीक है ले आऊंगा! पत्‍‌नी पति से एक बार फिर आग्रह करती है मुझे लगता है तुम अगर लिख लो तो ठीक रहेगा! पति जवाब देता है नहीं भूलूंगा प्रिये मुझे याद है तुम्हारे लिये एक कप चाय और आलू चिप्स लाना है! लगभग आधे घंटे बाद पति महोदय एक कटोरी में आइसक्रीम और एक प्लेट में आमलेट लेकर वापिस आते हैं तो यह देख पत्नी चिल्लाते हुए कहती है देखा मैंने कहा था ना तुम लिख लो वर्ना भूल जाओगे अब बताओ मेरा इडली साम्भर कहाँ है!

पत्नी को किसी किटी पार्टी में जाना था तो उसने अपने पति से पूछा सुनो जी मैं कौन सी साड़ी पहनूं? ये नीली वाली या लाल वाली? पति: नीली वाली पहन लो। पत्नी: लेकिन नीली वाली तो मैंने परसो भी पहनी थी। पति: अच्छा तो फिर लाल ही पहन लो। पत्नी: अच्छा अब यह बताओ लाल साड़ी के साथ सैंडल कौन से अच्छे लगेंगे? ये फूल वाले या प्लेन? पति: प्लेन वाले। पत्नी: अरे मैं पार्टी में जा रही हूँ किसी कथा में नहीं। थोड़ी तड़क -भड़क तो दिखनी चाहिए ना। पति: ताे ठीक है फूल वाले पहन लो। पत्नी: अच्छा बिंदी कौन सी अच्छी लगेगी? ओवल या ये बड़ी या ये छोटी सी? पति: मेरे ख्याल से तो ओवल ठीक रहेगी। पत्नी: तुम्हें फैशन का जरा भी आइडिया नहीं है। मैंने जो साड़ी पहनी है ना उसके साथ तो ये छोटी ही अच्छी लगेगी। पति: तो ठीक है छोटी बिंदी ही लगा लो। पत्नी: अच्छा पर्स कौन सा जमेगा? यह क्लच या बड़ा हैंडबैग। पति: क्लच ले लो। पत्नी: अाजकल तो बड़े हैंडबैग का फैशन है। पति: ताे अरे बाबा वही ले जाओ मुझे क्या करना है। बस पार्टी को एंजॉय करना। पत्नी जब पार्टी से लौटकर आई तो बड़े गुस्से में थी। पति: अरे क्या हुआ? पत्नी: तुम एक भी काम ढंग से नहीं कर सकते क्या? पति: क्यों मैंने क्या गलत कर दिया? पत्नी: पार्टी में सब मेरा मजाक उड़ा रहे थे कि कैसी साड़ी पहनकर आ गई कैसी बिंदी लगाई है पर्स और सैंडल पर भी कमेंट पास कर रहे थे। पति: तो इसमें मेरा क्या दोष है? पत्नी: सब मैंने तुमसे ही पूछ कर किया था न? ढंग से नहीं बता सकते थे क्या? इससे तो अच्छा था कि मैं खुद ही डिसाइड कर लेती।

क्यों बीवी के जन्मदिन का तोहफ़ा हर साल का सबसे बड़ा सवाल होता है? आईये जानते हैं: तोहफे में घड़ी दी। बीवी: समय देखने से क्या मिलेगा... मेरा समय तो तभी से खराब हो गया जब मैंने तुमसे शादी की थी। तोहफे में गहने दिए। बीवी: फालतू पैसों की बर्बादी करी... पुरानी डिजाइन के है। वैसे भी मैं कौन सा कुछ पहन पाती हूँ आखिरी बार तो तुम्हारी बहन की शादी में 2 महीने पहले पहने थे। तोहफे में मोबाइल दिया। बीवी: मेरे पास तो पहले से है और वैसे भी तुम्हारे वाला ज्यादा अच्छा है। मैं: ठीक है तो मैं बदल कर मेरे जैसा ला देता हूँ। बीवी: रहने दो महंगा होगा। वैसे भी मुझे उसके फंक्शन्स समझ नहीं आते। तोहफे में परफ्यूम दिया। बीवी: ये नहीं नहाने वालों के चोचले हैं... और ये मुझे देकर साबित क्या करना चाहते हो? तोहफे में रेशमी साड़ी दी। बीवी: ये कौन पहनता है आजकल? कभी कभार किसी त्योहार या शादी ब्याह में पहनेंगे फिर रखी रहेगी। तोहफे में सूट दिया। बीवी: फिर पैसों की बर्बादी... इतने सारे सूट पड़े पड़े सड़ रहे हैं। इसको भी रखने का सर दर्द ले आए। तोहफे में फूलों का गुलदस्ता दिया। बीवी: ये फूल पत्ती में क्यों पैसे बहा आए? इससे अच्छे फूल तो बाहर गमले में लगे है। मैं बाहर गमले से फूल ले आया। बीवी: ये क्यों तोड़ दिया? दिखने में कितने अच्छे लगते थे और वैसे भी मैंने इसे कल सुबह की पूजा के लिए छोड़ा था। तोहफे में कुछ नहीं दिया। बीवी: आज क्या दिन है? मैं: सोमवार बीवी: ऊहुँ... तारीख? मैं: 21 अगस्त। बीवी: तो? मैं: तो हैप्पी बर्थडे। बीवी: बस मेरा तोहफ़ा कहाँ है?

एक व्यक्ति मरकर ऊपर पहुँचा तो स्वर्ग के द्वार पर उसे स्वयं चित्रगुप्त मिले। चित्रगुप्त बोले तुम एक शर्त पर भीतर आ सकते हो। व्यक्ति: कौन सी शर्त प्रभु? चित्रगुप्त: तुम्हें एक शब्द जो कि फिरंगी जुबान का है की स्पैलिंग ठीक-ठीक बतानी होगी। व्यक्ति: कौन सा शब्द है प्रभु? चित्रगुप्त: लव । व्यक्ति: एल-ओ-वी-ई। चित्रगुप्त: बहुत अच्छा तुम भीतर आ सकते हो। वो व्यक्ति भीतर दाखिल हो रहा था तभी चित्रगुप्त का मोबाइल बज उठा। चित्रगुप्त: हमें भगवान् बुला रहे है तुम एक मिनट द्वार पर निगाह रखना हम अभी लौट के आते हैं। व्यक्ति: जो आज्ञा प्रभु। चित्रगुप्त: हमारी अनुपस्थिति में अगर कोई और प्राणी यहाँ पहुँच जाए तो उसको प्रवेश देने से पहले उससे भी लव शब्द की स्पैलिंग जरुर पूछना अगर वो भी तुम्हारी तरह स्पैलिंग ठीक बताये तो ही उसे भीतर आने देना। नहीं तो उसे सामने के द्वार से नर्क भेज देना। व्यक्ति: ठीक है। इतना कह कर चित्रगुप्त चले गए और वो व्यक्ति द्वार पर पहरा देने लगा। तभी एक स्त्री वहाँ पहुँची। वो व्यक्ति ये देखकर बहुत हैरान हुआ कि वो उसकी बीवी थी। वो बोला अरे तुम यहाँ कैसे पहुँच गयी? बीवी: तुम्हारे अंतिम संस्कार के बाद जब मैं श्मशान घाट से लौट रही थी तब बस ने मुझे कुचल दिया उसके बाद जब मुझे होश आया तो मैं यहाँ खड़ी थी। अब हटो मुझे भीतर आने दो। व्यक्ति: ऐसे नहीं भगवान के यहाँ के नियम के अनुसार पहले तुम्हें एक शब्द की स्पैलिंग ठीक-ठीक बतानी होगी तभी तुम यहाँ अन्दर आ सकती हो। नहीं तो तुम्हें सामने के द्वार से नर्क जाना होगा। बीवी: कौन सा शब्द? . . . . . . . . व्यक्ति: चेकोस्लोवाकिया ।

Sunday के दिन: 1. पति अगर देर तक सोये तो बीवी: अब उठ भी जाओ! तुम्हारे जैसा भी कोई है क्या? छुट्टी है तो इसका मतलब यह नहीं की सोते रहोगे। 2. पति अगर जल्दी उठ जाये तो बीवी: पिछले जन्म में मुर्गे थे क्या? ठीक 4:30 बजे उठ कर कुकडू-कू करने लगते हो। इतना जल्दी उठकर क्या पहाड़ तोड़ लाओगे? 3. पति अगर सन्डे को घर पे ही रहे तो बीवी: कुछ काम भी कर लिया करो। हफ्ते भर बाट देखते है तुम्हारे सन्डे की उसे भी तुम केवल नहाने धोने में ही लगा देते हो। 4. पति अगर सन्डे के दिन घर से देर तक बाहर रहे (काम के सिलसिले में) तो बीवी: कहाँ थे तुम आज पूरा दिन? आज सन्डे है कभी मुँह से भगवान का नाम भी ले लिया करो। 5. पति अगर सन्डे को पूजा करे तो बीवी: ये टल्ली बजाते रहने से कुछ नहीं होने वाला। अगर ऐसा होता तो इस दुनिया के रईसों में टाटा या बिल गेट्स का नाम नहीं होता बल्कि किसी पुजारी का नाम आता। 6. अगर टाटा या बिल गेट्स जैसा बनने के लिए पति दिन रात मेहनत करे तो बीवी: हर वक़्त काम काम काम तुम्हें अपने ऑफिस के ही सात फेरे ले लेने चाहिए थे। हम क्या यहाँ पर बंधुआ मजदूर है जो सारा दिन काम करें और शाम को तुम्हारा इंतज़ार करें? 7. पति अगर पत्नी को घुमाने ले जाए तो बीवी: हमारे बीच वाले जीजा जी तो दीदी को हर महीने घुमाने ले जाते हैं और वो भी स्विट्ज़रलैंड और दार्जिलिंग जैसी जगहों पर। तुम्हारी तरह हरिद्वार नहाने नहीं जाते। 8. पति अगर बे खौफ हो कर नैनीताल मसूरी गोवा माउन्ट आबू ऊटी जैसी जगहों पर घुमाने ले भी जाए तो बीवी: अपना घर ही सबसे अच्छा बेकार ही पैसे लुटाते फिरते है। इधर उधर बंजारों की तरह घुमते फिरो। क्या रखा है घूमने में? इतने पैसा अगर घर पर रहते तो पूरे 2 साल के लिए कपडे खरीद सकते थे।

पत्नी ने पति को फ़ोन किया। पत्नी: आई लव यू बेबी। पति (धीरे से): मैं भी तुमसे प्यार करता हूँ। पत्नी: फोन क्यू नहीं उठा रहे थे? पति: वो मैं मीटिंग में था। पत्नी: खाना खाया? पति: नहीं मन नही है अभी। पत्नी: ऐसा क्यों? पति: बस थोड़ा सा मूड़ ख़राब था। पत्नी: दोस्तों के साथ तो बड़े खुश रहते हो मेरे साथ ही तुम्हारा मूड खराब होता है। पति(प्यार से): ऐसा कुछ नहीं जानू तबियत थोड़ी ठीक नहीं है। पत्नी: हाँ दोस्त अभी फोन कर देंगे तो 2 सेकंड में तबियत ठीक हो जायेगी। पति: दोस्त कहाँ से आ गए बीच में मेरा मूड़ थोड़ा ठीक नहीं है बस। पत्नी: मेरे साथ ही ये सब होता है दोस्तों के साथ मज़े करते हो या कोई और लड़की पसंद आ गई? पति (और ज्यादा प्यार से): अरे कहाँ से कहाँ ले जा रही हो बात को? पत्नी: आज सब साफ़-साफ़ होगा। पति: क्या साफ़ करना है जानू ऐसा क्या हो गया है? पत्नी (खुद कंफ्यूज): जब तुम खुद साफ़ नहीं तुम्हें कुछ पता नहीं तो मैं क्या बोलूं। पति: तुम्हे क्या हुआ है किस बात पर परेशान हो बताओ? पत्नी: तुम्हारी संगत खराब है। पति: मेरे साथ तो तुम हो। पत्नी: अब बहुत हो गया अब और नहीं। पति (चिल्लाते हुए): हुआ क्या है ये तो बताओ? पत्नी: हम अब साथ नहीं रह सकते। पति: ये बात कहाँ से आई? पत्नी: मैं बस इस रिश्ते को तोड़ना चाहती हूँ। पति(चिढ़कर): तो ठीक है फिर। पत्नी (गुस्सा होते हुए): हाँ यही चाहते हो तुम तो फिर तुम जो मर्ज़ी कर सको। पति: अरे खुद ही बोला अभी मैंने क्या गलत कहा? पत्नी: इतनी तकलीफ़ थी तो बोला क्यों नहीं मैं खुद ही चली जाती तुम्हारी जिन्दगी से। पति (अपने बाल नोचते हुए): मुझे मेरी गलती तो बता दो? पत्नी: वक़्त आने पर पता चलेगी तुम्हें अपने आप जब मैं चली जाऊँगी। पति: अच्छा तो मैं इंतज़ार करता हूँ सही वक़्त का। पत्नी: तुम सिरियस कब होगे ज़िन्दगी में? पति: अब क्या हॉस्पिटल में भर्ती हो जाऊं सिरियस होने के लिए। पत्नी: भाड़ में जाओ। पति: दोबारा मुझे फोन मत करना। 3 घंटे बाद... पत्नी: तुम्हें पता है न मैं तुम्हारे बिना नहीं रह सकती जानू सॉरी आई लव यू मेर