जीतो बड़ी हड़बड़ी में दांत के डॉक्टर के पास गई और बोली डॉक्टर साहब! मैं बहुत जल्दी में हूं। मुझे एक जरूरी मीटिंग में जाना है इसलिए एनस्थीसिया (निश्चेतक) मत लगाइये और जल्दी से दांत बाहर निकाल दीजिये। डॉक्टर ने मन ही मन मुस्कुराते हुए कहा कमाल की बहादुर औरत है। फिर उसने जीतो से बोला ठीक है जैसी आपकी मर्जी। इस कुर्सी पर बैठ जाइये और बताइये कौन से दांत में दर्द है। जीतो ने दरवाजे के पास खड़े अपने पति संता को आवाज दी चलो! डॉक्टर साहब को दांत दिखाओ।

एक बार एक शतरंज का ग्रैंडमास्टर संता और बंता से बोला चलो यार शतरंज खेलते हैं। संता: नहीं आप तो हमें आसानी से हरा दोगे। ग्रैंडमास्टर: अछा चलो तुम दोनों और मैं अकेला। बंता: फिर भी हम हार जाएंगे। ग्रैंडमास्टर: ठीक है चलो मैं बाएं हाथ से खेलूंगा। संता-बंता: हां फिर ठीक है। ग्रैंडमास्टर संता-बंता को हरा कर चला जाता है। संता: बड़ी शर्मनाक बात है यार उसने हमें उल्टे हाथ से भी हरा दिया। बंता: अबे वो हमें बेवकूफ बना गया। संता: कैसे? बंता: वो लेफ्टी ही होगा।

एक बार संता इंडिया गेट के सामने खडा हुआ चिल्ला- चिल्ला के कह रहा था प्रधानमंत्री निकम्मा है प्रधानमंत्री निकम्मा है। तभी उधर से एक पुलिसवाला निकला तो उसने संता को गिरफ्तार कर लिया और बोला प्रधानमंत्री की बेइज्जती करता है चल थाने अभी तेरा दिमाग ठिकाने लगाता हूं। संता: जनाब मुझे माफ़ कर दो मैं तो इंग्लैंड के प्रधानमंत्री के बारे में बोल रहा था। पुलिसवाला: क्यों बे तूने क्या मुझे बेवकूफ समझ रखा है? क्या मुझे नहीं पता कि कहां का पीएम निकम्मा है।

एक बार एक शतरंज का ग्रैंडमास्टर संता और बंता से बोला चलो यार शतरंज खेलते हैं। संता: नहीं आप तो हमें आसानी से हरा दोगे। ग्रैंडमास्टर: अच्छा चलो तुम दोनों और मैं अकेला। बंता: फिर भी हम हार जाएंगे। ग्रैंडमास्टर: ठीक है चलो मैं बाएँ हाथ से खेलूंगा। संता-बंता: हाँ फिर ठीक है। ग्रैंडमास्टर संता बंता को हरा कर चला जाता है। संता: बड़ी शर्मनाक बात है यार उसने हमें उल्टे हाथ से भी हरा दिया। बंता: अबे वो हमें बेवकूफ़ बना गया। संता: कैसे? बंता: वो लेफ़्टी ही होगा।

एक मोहल्ले में सुबह सुबह एक शराबियों की टोली निकली जिसने की बहुत ज्यादा शोर मचा रखा था।मोहल्ले के चौराहे पर वे सब बैठ गए और जोर जोर से चिल्लाते हुए बाते करने लगे। पास वाले घर से एक महिला ने शराबियों को आवाज दी कि शोर मचाना बंद करो और यहाँ से चले जाओ। तभी उन में से एक शराबी बोला अरे क्या आप बता सकती हैं कि इधर बंता कहाँ पर रहता है? महिला ने जवाब दिया जी हाँ वो मेरे पति हैं। शराबी ने कहा तो क्या आप आकर उसे यहाँ से ले जा सकती हैं ताकि हम भी अपने अपने घर चले जाएँ।

एक बार संता की नई-नई शादी हुई लेकिन फिर भी वह शाम को दफ्तर से घर जाने में कोई जल्दी नहीं दिखाता और काफी देर तक दफ्तर में ही बैठा रहता। जब काफी दिन तक यह सिलसिला चलता रहा तो एक दिन उसके बॉस ने उससे इसका कारण पूछा यार संता अभी तुम्हारी नई-नई शादी हुई है फिर भी तुम देर तक दफ्तर में ही बैठे रहते हो क्या बात सब ठीक तो है? संता: बिल्कुल सर पर दरअसल बात यह है कि मेरी पत्‍‌नी भी नौकरी करती है और हम दोनों में से जो भी घर पहले पहुंचता है खाना उसे ही बनाना पड़ता है बस इसीलिए।

एक बार जीतो ने संता को जैविक खाद द्वारा उगाई गयी सब्जियों के ऊपर एक लंबा चौड़ा भाषण दे डाला और कहा की अब से तुम जब भी सब्जी लाओ तो जैविक खाद द्वारा उगाई सब्जी ही लाना। अगले दिन संता सब्जी लेने सब्जी मंडी गया और एक दुकान पर जाकर सब्जी वाले से बोला। संता: अरे भाई मुझे अपनी पत्नी के लिए सब्जी ले जानी है तो क्या तुम मुझे बताओगे की इन सब्जियों पर किसी रासायनिक या ज़हरीले पदार्थ का छिडकाव तो नहीं किया हुआ है ना? सब्जीवाला: नहीं साहब यह काम आपको खुद ही करना पडेगा।

भारतीय लड़कियां खेलों में अच्छी क्यों नहीं हैं? क्योंकि सिर्फ 10% क्रिकेट हॉकी टेनिस बैडमिंटन शतरंज आदि खेलती हैं बाकि कि 90% तो जानू से खेलने में व्यस्त रहती हैं। जानू कहाँ हो? जानू क्या कर रहे हो? जानू कब आओगे? जानू आप मुझसे प्यार करते हो न? जानू किसके साथ हो? जानू मुझे ये चाहिए। जानू फिल्म देखने चलें जानू ये क्या है? जानू क्या किया दिनभर? जानू आपने मुझे याद किया न? जानू कुछ तो बोलो। जानू मुझे आपकी बहुत याद आ रही है। जानू ये। जानू वो। जानू कुछ नहीं। जान ले लो जानू की।

एक बार एक प्रधानमंत्री अपने मंत्रियों के साथ बैठकर जनता द्वारा भेजे गए पत्र पढ़ रहा था। तभी वह एक पत्र देख कर चिल्लाया इस पत्र को देखो! ये पत्र देश के सबसे बेवकूफ आदमी के नाम लिखा गया है। उसके मंत्री उसे ये कहकर चुप करवा रहे थे कि किसकी इतनी हिम्मत हुई जो इस तरह पत्र लिखे हम पता लगाते हैं आप शांत हो जाइये। प्रधानमंत्री थोड़ा उदास होते हुए धीरे से बोले मुझे इसका दुःख नहीं कि मुझे किसी ने ऐसा पत्र लिखा मुझे इस बात का आश्चर्य है कि पोस्टमैन इसे सही पते पर कैसे ले आया?

एक मोहल्ले में सुबह सुबह एक शराबियों की टोली निकली और उन्होंने बहुत ज्यादा शोर मचा रखा था मोहल्ले के चौराहे पर वे सब बैठ गए और जोर जोर से चिल्लाते हुए बाते करने लगे! पास वाले घर से एक महिला ने शराबियों को आवाज दी कि शोर मचाना बंद करो और यहाँ से चले जाओ! तभी उन में से एक शराबी बोला अरे क्या आप बता सकती हैं कि इधर बंता कहाँ पर रहता है? महिला ने जवाब दिया जी हाँ वो यही साथ वाले घर में रहता है! शराबी ने कहा क्या आप आकर उसे यहाँ से ले जा सकती हैं ताकि हम भी अपने अपने घर चले जाएँ!

एक बार संता और बंता बगीचे में बैठे हुए होते हैं कि तभी संता बंता से कहता है; संता: यार आखिर जिंदगी में हम आराम कब करेंगे? बंता: क्यों क्या हुआ? संता: होना क्या है जब दसवीं में थे तो पापा कहते थे बेटा बस इस साल मेहनत कर ले फिर सारी जिंदगी आराम करना फिर 11वीं में कहते थे बेटा दो साल ठीक से पढ़ ले फिर आराम से रहना फिर इंजीनियरिंग में कहते थे बेटा बस डिग्री अच्छी तरह पूरी कर ले फिर आराम रहेगा और अब डिग्री लेने के बाद कहते हैं नालायक यहां पड़ा-पड़ा आराम कर रहा है काम पर कौन जाएगा!

संता और बंता एक रोज आलस के मारे एक कमरे में लेटे हुए थे। बंता: यार जरा बाहर जाकर तो देख बारिश हो रही है क्या? संता: हाँ बारिश हो रही है। बंता: बिना देखे ही तू कैसे कह सकता है? संता: अभी-अभी जो बिल्ली अंदर आई थी वो भीगी हुई थी इसका मतलब बारिश हो रही है। थोड़ी देर बाद बंता फिर बोला जरा बत्ती तो बुझा दे यार मुझे रौशनी में नींद नहीं आती। संता: आंखें बंद कर लो अपने-आप अंधेरा हो जायेगा। बंता झल्लाकर बोला कम से कम दरवाजा तो बंद कर ले। संता: अब दो काम मैंने कर दिए एक-आध काम तू खुद भी कर ले।

संता और बंता एक रोज आलस के मारे एक कमरे में लेटे हुए थे। बंता: यार जरा बाहर जाकर तो देख बारिश हो रही है क्या? संता: हाँ बारिश हो रही है। बंता: बिना देखे ही तू कैसे कह सकता है? संता: अभी-अभी जो बिल्ली अंदर आई थी वो भीगी हुई थी इसका मतलब बारिश हो रही है। थोड़ी देर बाद बंता फिर बोला जरा बत्ती तो बुझा दे यार मुझे रौशनी में नींद नहीं आती। संता: आंखें बंद कर लो अपने-आप अंधेरा हो जायेगा। बंता झल्लाकर बोला कम से कम दरवाजा तो बंद कर ले। संता: अब दो काम मैंने कर दिए एक-आध काम तू खुद भी कर ले।

जीतो ने संता से नाराज़ होकर मौन व्रत रख लिया। दो दिन बीत गए पर जीतो ने संता से कोई बातचीत नहीं की तो संता बहुत परेशान हो गया। तीसरे दिन संता ने शाम को एक मोमबत्ती जलाई और कमरे में इधर-उधर कुछ ढूंढ़ने लग गया। यह देख जीतो से रहा ना गया तो वो एक दम से संता पे चिल्लाने लगी क्या ढूंढ रहे हो? क्यों परेशान कर रहे हो इतनी देर से लाइट होने के बावज़ूद भी मोमबत्ती लेकर घूम रहे हो पागल हो गए हो क्या? संता: कुछ नहीं बस तुम्हारी जीभ खो गयी थी न वही ढूंढ रहा था पर लगता है तुम्हें वापिस मिल गयी है!

एक बार बंता अपने दोस्त संता से मिलने उसके घर गया वह दरवाजे से जैसे ही अन्दर घुसा वह यह देखकर हैरान हो गया कि संता अपने कुत्ते के साथ शतरंज खेल रहा है। बंता उन दोनों को बड़ी हैरानी के साथ एकटक देखता रहा। फिर बंता यह कहता हुआ आगे बड़ा कि मुझे अपनी आँखों पर यकीन नही हो रहा है कि तुम्हारा कुत्ता इतना होशियार है कि यह शतरंज भी खेलता है मैंने आज तक किसी कुत्ते को शतरंज खेलते हुए नही देखा। संता: होशियार? क्या ख़ाक होशियार है ये अब तक मैंने इसे पांच में से तीन गेम्स में हरा दिया है।