2 महीने की गर्मियों की छुट्टियों के बाद पप्पू अपने स्कूल जाता है! अभी उसके स्कूल शुरू हुए एक हफ्ता भी नहीं गुज़रा होता है कि उसके स्कूल से उसकी अध्यापिका जीतो को फ़ोन करती है और कहती है; अध्यापिका: क्या मैं पप्पू की माता जी से बात कर सकती हूँ? जीतो: जी हाँ कहिये मैं बोल रही हूँ! अध्यापिका: जी आपके पप्पू ने अपनी शैतानियों से सारे स्कूल की नाक में दम कर रखा है! अध्यापिका की बात सुन कर जीतो तुरंत जवाब देती है; जीतो: वाह मैडम जी वाह आपने तो एक हफ्ते में ही फ़ोन कर दिया पिछले 2 महीने से जब उसने मेरा जीना मुहाल किया हुआ था तो मैंने तो कभी आपसे उसकी शिकायत नहीं की!

अमेरिका से संता का एक दोस्त भारत घूमने आया तो संता उसे घुमाने ले गया। क़ुतुब मीनार के पास पहुँच कर संता का दोस्त उससे बोला। दोस्त: ये क़ुतुब मीनार कितने दिन में बना है ? संता: एक महीने में। दोस्त: ये हमारे मुल्क में तो 2 हफ्ते में बन जाता है। थोडा आगे जाने के बाद दोस्त ने फिर संता से पूछा। दोस्त: ये लाल किला कितने दिन में बना है? संता: सिर्फ दो हफ्ते में। दोस्त: हमारे मुल्क में तो 3 दिनों में बन जाता है। जब वे दोनों ताज महल के पास से गुज़रे तो दोस्त ने संता से फिर पूछा। दोस्त: ये ताज-महल कितने दिन में बना है ? संता: मैं खुद हैरान हूँ की कब बना कल शाम को तो नहीं था।

संता के घर एक बिल्ली रहती थी जिससे वह बहुत परेशान था एक दिन संता उस से तंग आकर उसे जंगल में छोड़ आता है परन्तु संता के घर पहुंचने से पहले वह बिल्ली घर लौट आती है! यह देख संता दुबारा उस बिल्ली को और दूर जंगल में छोड़ आता है पर फिर वैसा ही होता है और वह बिल्ली फिर वापस घर पहुँच जाती है यह देख संता को बहुत गुस्सा आता है तो वह इस बार बिल्ली को अपनी गाडी में डाल कर और घने जंगल में ले जा कर छोड़ देता है और कुछ देर बाद अपनी पत्नी को फ़ोन करता है और पूछता है; संता: क्या बिल्ली घर आ गई है? जीतो: हां वह फिर पहुंच गई है! संता: ठीक है तो उसे कहो मुझे आकर ले जाए मैं रास्ता भूल गया हूं!

एक बार संता अपनी प्रेमिका के साथ पार्क में बाहों में बाहें डाल कर बैठा हुआ था और कुछ बड़ी ही रूमानी बातें कर रहा था कि तभी अचानक वहां एक हवलदार आया और संता से बोला आपको शर्म नहीं आती आप एक समझदार व्यक्ति होकर खुलेआम पार्क में ऐसी हरकत कर रहे हैं । संता: देखिये हवालदार साहब आप गलत समझ रहे हैं जैसा आप सोच रहे हैं वैसा कुछ भी नहीं है। हवलदार: तो कैसा है? संता: जी हम दोनों शादीशुदा हैं। हवालदार: अगर तुम शादीशुदा हो तो फिर अपनी ये प्यार भरी गुटरगूं अपने घर पर क्यों नहीं करते। संता: हवालदार साहब कर तो लें पर वहां मेरी पत्नी और और इसके पति को शायद अच्छा नहीं लगेगा।

एक बार संता नौकरी के लिए इंटरव्यू के लिए गया। इंटरव्यू के लिए एक लेडी बैठी थी। लेडी ने संता से पूछा: आप शराब पीते हो?? संता: हाँ। लेडी: कितनी? संता: करीब 6 पैग रोज के। लेडी: ओह! 6 पैग कितने के होते हैं? संता: करीब 1000 रुपये के। लेडी: कब से पी रहे हो? संता: करीब 14 साल से। लेडी: ओह! इसका मतलब आप रोज 1000 रुपये के हिसाब से महीने के 30000 रुपये शराब में उड़ाते हो मतलब साल के 360000 रुपये। इस हिसाब से तुमने पिछले 14 साल में शराब पर करीब 50 लाख रुपये उड़ा दिए। क्या तुम जानते हो 50 लाख रुपये में तुम एक BMW खरीद सकते थे। संता: क्या आप भी पीती हैं? लेडी: नहीं मैंने कभी हाथ तक नहीं लगाया। संता: चल फिर दिखा तेरी BMW कहाँ है?

एक बार संता नौकरी के लिए इंटरव्यू के लिए गया। इंटरव्यू के लिए एक लेडी बैठी थी। लेडी ने संता से पूछा: आप शराब पीते हो?? संता: हाँ। लेडी: कितनी? संता: करीब 6 पैग रोज के। लेडी: ओह! 6 पैग कितने के होते हैं? संता: करीब 1000 रुपये के। लेडी: कब से पी रहे हो? संता: करीब 14 साल से। लेडी: ओह! इसका मतलब आप रोज 1000 रुपये के हिसाब से महीने के 30000 रुपये शराब में उड़ाते हो मतलब साल के 360000 रुपये। इस हिसाब से तुमने पिछले 14 साल में शराब पर करीब 50 लाख रुपये उड़ा दिए। क्या तुम जानते हो 50 लाख रुपये में तुम एक BMW खरीद सकते थे। संता: क्या आप भी पीती हैं? लेडी: नहीं मैंने कभी हाथ तक नहीं लगाया। संता: चल फिर दिखा तेरी BMW कहाँ है?

एक दिन बंता जब संता से मिलने गया तो उसने देखा कि संता बहुत परेशान है। उसने संता से उसकी परेशानी का कारण पूछा। बंता: क्या हुआ बड़ा परेशान लग रहा है? संता: हाँ यार थोड़ी तबियत ख़राब है। बंता: क्या हो गया? डॉक्टर को दिखाया तुमने? संता: थोड़ा दिल में दर्द हो रहा है। डॉक्टर मेहता को दिखाने जा रहा हूँ। बंता: पर वो तो बच्चों के डॉक्टर हैं। संता: हाँ पर इसका इलाज़ वही कर सकते हैं। बंता: तू पागल हो गया है क्या? दिल का इलाज़ दिल का डॉक्टर करेगा। बच्चो का डॉक्टर नहीं। संता: यार तुम नहीं समझेगा डॉक्टर मेहता ही मेरा इलाज़ कर सकेंगे। बंता: वो कैसे? संता: तुमने सुना नहीं दिल तो बच्चा है जी ।

एक बार संता की पत्नी उसकी कार और घर के सारे पैसे लेकर उसके दोस्त बंता के साथ भाग जाती है जिसके बाद संता मानसिक अवसाद से पीड़ित हो चिकित्सक के पास जाता है जो कि उसे मनोचिकित्सक के पास भेज देता है! मनोचिकित्सक के पास जा कर संता उसे अपनी सारी परेशानी बताने के बाद कहता है की वह अब जीना नहीं चाहता क्योंकि जीवन अब उसे व्यर्थ लगता है! यह सुन मनोचिकित्सक ने कहा इतनी जल्दी हिम्मत मत हारो और पूर्ण रूप से अपने काम में डूब जाओ क्योंकि अब तुम्हारा कर्म ही तुम्हारी पूजा है! आगे मनोचिकित्सक संता से पूछता है वैसे तुम काम क्या करते हो? संता ने जवाब दिया जी मैं गटर साफ़ करता हूँ!

संता और बंता एक लोकल बार में बैठे बीयर पी रहे थे जब संता ने बंता से कहा अगर मैं तुम से एक प्रश्न पूछूँ तो तुम वादा करो कि तुम उसका जवाब मुझे बिल्कुल ईमानदारी से दोगे: बंता ने कहा हाँ यार बिल्कुल पूछो: संता ने कहा तुम्हें ऐसा क्यों लगता है कि यहाँ जितने भी लोग है उन सब को मेरी बीवी आकर्षक लगती है? बंता इसलिए क्योंकि वह सभी से बेरोक टोक बातें करती हैं! संता ने संशय प्रकट करते हुए कहा तुम कहना क्या चाहते हो बेरोक टोक बातें मतलब! संता: मेरी बीवी कोई बेरोक टोक बातें नहीं करती! बंता ने कहा तुम अकेले आदमी हो जिसने आज तक यह ध्यान नहीं दिया कि तुम्हारी बीवी कभी किसी को न नहीं कहती!

एक दिन संता और बंता पार्क के बाहर बैठे होते हैं कि इतने में वहां पर एक कार आकर रूकती है जिसमे से एक आदमी उतरता है और साथ बैठी हुई अपनी पत्नी के लिए दरवाज़ा खोलता उस आदमी को ऐसा करते हुए बंता संता से कहता है; बंता: यार लगता है यह आदमी अपनी बीवी से बेहद प्यार करता है? संता: अरे यार ऐसा कुछ नहीं है! संता का जवाब सुन बंता उस से हैरानी से पूछता है; बंता: यार अगर ऐसा कुछ नहीं है तो उसने अपनी बीवी के लिए इतनी इज्ज़त से कार का दरवाज़ा क्यों खोला? संता: यार देखो यदि आदमी अपनी बीवी के लिए खुद कार का दरवाजा खोले तो उससे दो बातें साफ हो जाती हैं! बंता: कौन-सी दो बात ? संता: या तो कार नई है या फिर बीवी!

एक औरत सड़क पर गोद में अपने बच्चे को लेकर रोये जा रही थी तभी वहाँ से संता गुज़र रहा था। संता ने उसके रोने का कारण पूछा। औरत बोली बच्चा बहुत बीमार है और दवा के लिए पैसे नहीं हैं। संता ने जेब से 1000 का नोट दिया और कहा कि जाओ जाकर दवाई ले आओ और बच्चे के लिए कुछ खाना और दूध भी ले लेना बाकी जो बचे मुझे लाकर लौटा देना मैं यहीं खडा हूँ। थोड़ी देर बाद औरत आई और 800 रूपये लौटाती हुई बोली कि 100 रुपये डाक्टर ने लिए 60 रुपये का खाना और 40 रुपये का दूध आया है। संता बहुत खुश हुआ और सोचने लगा कि नेकी कभी बेकार नहीं जाती। डाक्टर को फीस भी मिल गई बच्चे को दवा दूध और खाना भी मिल गया। . . . . . . . . और मेरा नकली नोट भी चल गया।

डॉक्टर साहब हैं एक दिन संता का गला बैठ गया बहुत कोशिश की पर आराम नहीं मिला रात के 2 बजे अपनी बीवी से बोला कुछ समझ में नहीं आ रहा है क्या करूँ? बीवी बोली: इसमें शर्माने की क्या बात है सामने ही तो डॉक्टर बंता का घर है चले जाओ! संता: रात के 2 बजे किसी के घर जाते हुए अच्छा नहीं लगता है! बीवी बोली: डॉक्टर का तो फ़र्ज़ यही है वे कभी भी मरीज को देख सकते हैं इस बात की उन्हें शपथ दिलाई जाती है! घबराते घबराते वे सामने वाले अपार्टमेन्ट में पहुंचे दरवाजा खटखटाया अन्दर से डॉक्टर की बीवी ने पूछा कौन है? संता(गला बैठी हुई आवाज़ में) मैं हूँ आपका पड़ोसी डॉक्टर साहब हैं? अन्दर से आवाज़ आयी नहीं हैं आ जाओ!

पप्पू ने संता के सिर पर एक अजीब से टोपी देखी तो पूछा पापा ये आपने आज अजीब सी टोपी क्यों पहनी हुई है। संता ने जवाब दिया बेटा यह रेगिस्तान में गर्मी से हमारे सिर की रक्षा करती है। पप्पू: आपने कपड़े भी अजीब किस्म के पहने हुए हैं ऐसा क्यों? संता: बेटा ये ख़ास प्रकार के कपड़े हैं जो बहुत गर्मी में हमारे शरीर की रक्षा करते हैं। पप्पू: पापा आपने अजीब प्रकार के जूते भी पहने हुए है ऐसा क्यों? संता: बेटा रेगिस्तान की रेत बहुत गर्म होती है उसमें चलने के लिए यह एक ख़ास प्रकार का जूता है। पप्पू: तभी आपके ऊपर चुटकुले बनते हैं पापा ज़रा आँखे खोल के देखो हम रेगिस्तान में नहीं मनाली में हैं?

एक आदमी की बहन मरी और फ़िर भाई मरा लेकिन वो बिलकुल भी नहीं रोया। जब उसकी बीवी मरी तो वो फ़ूट-फ़ूट कर रोने लगा। लोगों को इस बात से बङी हैरत हुई। अजीब आदमी है माँ बाप भाई बहन किसी के मरने पर एक आँसू तक नहीं निकला। अब जब बीवी मरी है तो कैसे बिलख-बिलख कर रो रहा है। तब उस आदमी ने कहा मुझे गलत मत समझो भाईयो जब बाप मरा तो बाप की उम्र वाले लोगों ने मुझे यह कहा कि चिंता न करो हम तुम्हारे बाप के समान हैं। माँ के मरने पर भी उस उम्र की औरतों ने ऐसा ही कहा। भाई के मरने पर और बहन के मरने पर भी ऐसा ही सबने बोला पर अब बीवी के मरने पर किसी एक भी औरत ने यह नहीं कहा चिंता न करो मैं तुम्हारी बीवी के समान हूँ ।

संता अपने 12वी मंजिल वाले अपार्टमेंट की बालकनी में खड़ा नीचे देख रहा होता है। अचानक एक आदमी उसे हाथ हिला के नीचे आने का इशारा करता है। संता को समझ ना आया फिर उसने सोचा की कोई जान पहचान वाला होगा। संता लिफ्ट से नीचे पहुंचा और आदमी को जाकर बोला हाँ भाई बोलो क्या बात है? नीचे खडा आदमी जो की एक भिखारी था रोते हुए बोला भगवान् के नाम पे कुछ दे दो बाबा। ये सुन संता को बड़ा गुस्सा आया तो वह वो उस भिखारी को बोला मेरे साथ ऊपर आ जाओ। संता जानबूझ के उसको लिफ्ट की बजाये सीढियों से उसे ऊपर ले जाता है और घर पहुँच कर संता बड़े प्यार से उस आदमी से कहता है बाबा माफ़ करो छुट्टा (चेन्ज) नहीं है कल आना।