एक बार संता उसका एक जापानी और एक ब्रिटिश मित्र समंदर घूमने निकले लेकिन अचानक एक तूफ़ान की वजह से वे एक सुनसान टापू पर पहुँच जाते हैं। चलते-चलते उन्हें एक चिराग मिलता है। जापानी चिराग को घिसता है तो उसमें से एक जिन्न बाहर आता है। जिन्न कहता है कि मैं आप तीनों की एक-एक इच्छा पूरी करूँगा। जापानी कहता है कि मैं अपने घर वापस जाना चाहता हूँ। जिन्न हाथ घुमाता है और वो घर पहुँच जाता है। ब्रिटिश भी अपने घर जाने की इच्छा रखता है और वो भी घर पहुँच जाता है। संता सोच में पड़ जाता है और अपनी इच्छा बताते हुए कहता है भई उन दोनों के जाने से मैं तो अकेला पड़ गया तुम ऐसा करो उन दोनों को वापस बुला लो।

पप्पू की शैतानियों से तंग आ कर संता और जीतो ने फैंसला लिया कि उसे हॉस्टल में भेज दिया जाये। इसलिए पप्पू का सामान बाँध कर उसे हॉस्टल छोड़ आये। अभी हॉस्टल में पप्पू का केवल एक हफ्ता भी नहीं गुज़रा था कि उसके हॉस्टल से उसके वार्डन का संता को फ़ोन आ गया और वार्डन बोला जी क्या मैं पप्पू की पिता जी से बात कर सकता हूँ? संता: जी हाँ कहिये मैं बोल रहा हूँ। वार्डन: जी आपके बेटे पप्पू ने अपनी शैतानियों से सारे हॉस्टल की नाक में दम कर रखा है। वार्डन की बात सुन कर संता तुरंत बोला अरे जी वाह आपने तो एक हफ्ते में ही फ़ोन कर दिया हम भी तो इतने सालों से उसे पाल रहे हैं हम ने तो कभी किसी से शिकायत नहीं की।

एक दिन संता और बंता घर के बाहर पार्क में बैठे थे कि इतने में वहाँ पर एक कार आकर रुकी जिसमे से एक आदमी उतरा है और अपने साथ बैठी हुई अपनी पत्नी के लिए दरवाज़ा खोला उस आदमी को ऐसा करते देख बंता संता से बोला यार लगता है यह आदमी अपनी बीवी से बेहद प्यार करता है? संता: अरे यार ऐसा कुछ नहीं है। संता का जवाब सुन बंता ने हैरानी से उसकी तरफ देखा और बोला यार अगर ऐसा कुछ नहीं है तो उसने अपनी बीवी के लिए इतनी इज्ज़त से कार का दरवाज़ा क्यों खोला? संता: यार देख यदि आदमी अपनी बीवी के लिए खुद कार का दरवाजा खोले तो उससे दो बातें साफ हो जाती हैं। बंता: कौन सी दो बातें? संता: यही कि या तो उसकी कार नई है या फिर बीवी।

एक बार एक गाँव में तीर-अंदाज़ी की प्रतियोगिता चल रही रही थी। 3 नकाबपोश आदमी उसमे भाग लेने के लिए आये। पहले नकाबपोश ने तीर चलाया और तीरा लक्ष्य के ठीक बीचों-बीच जाकर लगा। आदमी ने अपना नक़ाब उतारा और बोला मैं रॉबिन हुड हूँ। लोगों ने खूब तलिया बजायी और उसका स्वागत किया। फिर दूसरे नकाबपोश ने तीर चलाया तो तीर लक्ष्य के बीच लगे रॉबिन हुड के तीर को चीरता हुआ चला गया। उसने अपना नक़ाब उतार और बोला मैं विलियम टेल हूँ। अब तीसरे आदमी ने तीर चलाया तो तीर लक्ष्य से बहुत दूर जाकर गिरा। आदमी ने अपना नक़ाब उतारा तो संता था। सभी लोग उसे घूर-घूर कर देख रहे थे तो संता बोला माफ़ करना दोस्तो मैं सीख रहा हूँ।

पुलिसवाले ने संता की कार को रोका और संता से कहा; पुलिसवाला: यह सुरक्षा सप्ताह है और क्योंकि आप सीट बेल्ट पहन कर कार चला रहे हैं इसलिए आपको 5 000 रुपये का पुरस्कार दिया जाता है आप इस पुरस्कार का क्या करोगे? संता: मैं इस पुरस्कार से अपना ड्राईविंग लाइसेन्स बनवाऊंगा! संता कि बात सुन पिछली सीट पर बैठी उसकी माँ बोली इसकी बात का यकीन मत करना ये शराब पीकर कुछ भी बोलता है! अभी संता की माँ की बात ख़त्म भी नहीं हुई थी कि पिछली सीट पर बैठा हुआ संता का बाप बोला मुझे पता था कि चोरी की कार में हम ज्यादा दूर नहीं जा पाएंगे ! तभी गाडी की डिक्की में से पप्पू की आवाज़ आई; पप्पू:पापा हमने बार्डर पार कर लिया क्या?

एक रात प्रीतो घर वापस नहीं आती! अगली सुबह जब वह घर पहुँचती है तो बंता उससे पूछता है कि वह सारी रात कहाँ थी? तो प्रीतो जवाब देती है कि वह अपनी सहेली के घर पर थी! यह सुन बंता प्रीतो की दस सहेलियों के घर फ़ोन करता है तो सभी जवाब देती हैं कि रात को प्रीतो उनके घर पर नहीं थी! कुछ ही दिन बाद एक रात बंता घर वापस नहीं आता! अगली सुबह जब वह घर वापस पहुँचता है तो प्रीतो उससे सारी रात घर ना आने का कारण पूछती है तो बंता जवाब देता है कि वह अपने दोस्त के घर था! यह सुन जब प्रीतो बंता के सभी दोस्तों को फ़ोन लगाती है तो 10 में से 8 दोस्त कहते हैं कि बंता उनके साथ उनके घर पर था और 2 दोस्त कहते हैं कि बंता अभी भी उनके घर पर है!

संता और बंता कई दिनों बाद मिले संता कुछ उदास सा लग रहा था और आँखों में आंसू थे बंता ने पूछा अरे तुम तो ऐसे लग रहे हो जैसे तुम्हारा सुब कुछ लुट गया हो क्या बात है? संता ने कहा अरे क्या बताऊँ तीन हफ्ते पहले मेरे अंकल गुजर गए और मेरे लिए 50 लाख रूपए छोड़ गए! तो इसमें बुरी बात क्या है? संता ने कहा: और सुनो दो हफ्ते पहले मेरा एक चचेरा भाई मर गया जिसे मैं जानता भी नहीं था वो मेरे लिए 20 लाख रूपए छोड़ गया! बंता ने कहा: ये तो अच्छा हुआ! बंता ने कहा: पिछले हफ्ते मेरे दादाजी नहीं रहे और वो मेरे लिए पूरा 1 करोड़ छोड़ गए! बंता ने कहा: ये तो और भी अच्छी बात है पर तुम इतना उदास क्यों हो? संता ने कहा: इस हफ्ते कोई भी नहीं मरा!

एक दिन संता और बंता एक होटल में खाना खाने जाते हैं और वेटर को एक प्लेट बटर चिकन लाने के लिए कहते हैं जैसे ही वेटर बटर चिकन लेकर आता है बंता झट से चिकन का बड़ा टुकड़ा उठा कर खाने लगता है! यह देख संता को बहुत बुरा लगता है तो वह बंता से कहता है बंता खाने में तुम्हे थोडा धैर्य रखना चाहिए और खाने कि मेज़ पर थोड़ी तमीज से पेश आना चाहिए! यह सुन बंता संता से पूछता है अच्छा अगर तुम्हे पहले चिकन उठाने का मौका मिलता तो तुम कौनसा टुकड़ा उठाते? संता जवाब देता है मैं निसंदेह ही छोटे वाला टुकड़ा उठता! यह सुन बंता तुरंत जवाब देता है जब तुम्हे छोटा टुकड़ा ही खाना था तो अब तुम किस बात के लिए इतना तड़प रहे हो!

संता को अपनी बीवी पर शक था कि उसका उसके अलावा किसी और के साथ भी चक्कर है वह उसे रंगे हाथ पकड़ना चाहता था और उसे सजा देना चाहता था इसलिए उसने एक पिस्तौल खरीद ली! एक दिन वह दोपहर को अचानक बिना बताए अपने घर पहुँचा... देखा तो उसके अनुमान के अनुसार उसकी बीवी किसी और के साथ रंगरलियाँ मना रही थी! यह सब नजारा देखकर संता का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुँच गया उसने वह नई-नई खरीदी हुई पिस्तौल सामने अपनी बीवी पर तानी फिर दुखी होकर इरादा बदलते हुए उसने वह पिस्तौल अपनी कनपटी पर लगाई! वह ट्रिगर दबाने ही वाला था कि उसकी बीवी चिल्ला उठी नही पतिदेव...ऐसा मत करो! चुप रहो... अगला नंबर तुम्हारा है.... संता जोर से चिल्लाया!

बंता: प्रीतो और मैं तलाक ले रहे है। संता हैरान होते हुए क्यों क्या हुआ तुम दोनों तो बहुत अच्छे से रहते हो। बंता: जब से हम लोगों ने शादी की है तब से प्रीतो मुझे बदलने की कोशिश में लगी हुई है सबसे पहले उसने मुझे शराब पीने से रोका फिर सिगरेट फिर इधर-उधर आवारा घूमने से। उसने मुझे सिखाया कि अच्छे कपड़े कैसे पहनते है उसने मुझे संगीत और कला के प्रति रूचि आदि सब सिखाये और स्टॉक मार्केट में कैसे निवेश करना है ये सब भी उसी ने सिखाया। संता ने कहा क्या तुम बस इसलिए नाराज हो कि उसने तुम्हें बदलने के लिए ये सब किया। बंता: अरे मैं नाराज नहीं हूँ मैं अब काफी सुधर चुका हूँ तो अब वो मुझे अपने लायक नहीं लगती।

बंता: प्रीतो और मैं तलाक ले रहे है। संता हैरान होते हुए क्यों क्या हुआ तुम दोनों तो बहुत अच्छे से रहते हो। बंता: जब से हम लोगों ने शादी की है तब से प्रीतो मुझे बदलने की कोशिश में लगी हुई है सबसे पहले उसने मुझे शराब पीने से रोका फिर सिगरेट फिर इधर-उधर आवारा घूमने से। उसने मुझे सिखाया कि अच्छे कपड़े कैसे पहनते है उसने मुझे संगीत और कला के प्रति रूचि आदि सब सिखाये और स्टॉक मार्केट में कैसे निवेश करना है ये सब भी उसी ने सिखाया। संता ने कहा क्या तुम बस इसलिए नाराज हो कि उसने तुम्हें बदलने के लिए ये सब किया। बंता: अरे मैं नाराज नहीं हूँ मैं अब काफी सुधर चुका हूँ तो अब वो मुझे अपने लायक नहीं लगती।

बंता: प्रीतो और मैं तलाक ले रहे है! संता हैरान होते हुए क्यों क्या हुआ तुम दोनों तो बहुत अच्छे से रहते हो! अच्छा! उसने कहा जब से हम लोगों ने शादी की है तब से प्रीतो मुझे बदलने की कोशिश में लगी हुई है सबसे पहले उसने मुझे शराब पीने से रोका फिर सिगरेट फिर इधर-उधर आवारा घूमने से उसने मुझे सिखाया कि अच्छे कपड़े कैसे पहनते है उसने मुझे संगीत और कला के प्रति रूचि पाक कला आदि सब सिखाये और स्टॉक मार्केट में कैसे निवेश करना है ये सब भी उसी ने सिखाया! संता ने कहा क्या तुम बस इसलिए नाराज हो कि उसने तुम्हें बदलने के लिए ये सब किया! अरे मैं नाराज नहीं हूँ मैं अब काफी सुधर चुका हूँ अब वो मुझे अपने लायक नहीं लगती!

संता और बंता कई दिनों बाद मिले संता कुछ उदास सा लग रहा था और आँखों में आंसू थे बंता ने पूछा अरे तुम तो ऐसे लग रहे हो जैसे तुम्हारा सब कुछ लुट गया हो क्या बात है? संता ने कहा अरे क्या बताऊँ तीन हफ्ते पहले मेरे अंकल गुजर गए और मेरे लिए 50 लाख रूपए छोड़ गए। बंता: तो इसमें बुरी बात क्या है? संता ने कहा और सुनो दो हफ्ते पहले मेरा एक चचेरा भाई मर गया जिसे मैं जानता भी नहीं था वो मेरे लिए 20 लाख रूपए छोड़ गया। बंता ने कहा ये तो अच्छा हुआ। बंता ने कहा पिछले हफ्ते मेरे दादाजी नहीं रहे और वो मेरे लिए पूरा 1 करोड़ छोड़ गए। बंता ने कहा ये तो और भी अच्छी बात है पर तुम इतना उदास क्यों हो? संता ने कहा इस हफ्ते कोई भी नहीं मरा।

संता और बंता कई दिनों बाद मिले संता कुछ उदास सा लग रहा था और आँखों में आंसू थे। बंता ने पूछा अरे तुम तो ऐसे लग रहे हो जैसे तुम्हारा सुब कुछ लुट गया हो क्या बात है? संता ने कहा अरे क्या बताऊँ तीन हफ्ते पहले मेरे अंकल गुजर गए और मेरे लिए 50 लाख रूपए छोड़ गए। बंता: तो इसमें बुरी बात क्या है? संता ने कहा: और सुनो दो हफ्ते पहले मेरा एक चचेरा भाई मर गया जिसे मैं जानता भी नहीं था वो मेरे लिए 20 लाख रूपए छोड़ गया। बंता ने कहा: ये तो अच्छा हुआ। बंता ने कहा: पिछले हफ्ते मेरे दादाजी नहीं रहे और वो मेरे लिए पूरा 1 करोड़ छोड़ गए। बंता ने कहा: ये तो और भी अच्छी बात है पर तुम इतना उदास क्यों हो? संता ने कहा: इस हफ्ते कोई भी नहीं मरा।

संता और बंता कई दिनों बाद मिले संता कुछ उदास सा लग रहा था और आँखों में आंसू थे। बंता ने पूछा अरे तुम तो ऐसे लग रहे हो जैसे तुम्हारा सुब कुछ लुट गया हो क्या बात है? संता ने कहा अरे क्या बताऊँ तीन हफ्ते पहले मेरे अंकल गुजर गए और मेरे लिए 50 लाख रूपए छोड़ गए। बंता: तो इसमें बुरी बात क्या है? संता ने कहा: और सुनो दो हफ्ते पहले मेरा एक चचेरा भाई मर गया जिसे मैं जानता भी नहीं था वो मेरे लिए 20 लाख रूपए छोड़ गया। बंता ने कहा: ये तो अच्छा हुआ। बंता ने कहा: पिछले हफ्ते मेरे दादाजी नहीं रहे और वो मेरे लिए पूरा 1 करोड़ छोड़ गए। बंता ने कहा: ये तो और भी अच्छी बात है पर तुम इतना उदास क्यों हो? संता ने कहा: इस हफ्ते कोई भी नहीं मरा।