Kya rabta kisi ki judaai se mera
Bharta hi nahin dil kabhi tanhai se mera
Kya rabta kisi ki judaai se mera
Bharta hi nahin dil kabhi tanhai se mera
मौत से ज्यादा वफादार नहीं कोई
आएगी एक दिन और सदा के लिए
ना हाथ थाम सके ना पकड़ सके दामन
बेहद ही करीब से गुजर कर बिछड़ गया कोई
मेरा टूटना बिखरना एक इत्तेफाक नहीं
बहुत मेहनत की है एक शक्स ने इसकी खातिर
मेरी जिन्दगी का खेल तो शतरंज से भी मजेदार निकला
मै हारा भी तो अपने ही रानी से
चाँद सा मुखड़ा दिखाकर मुँह छिपाना छोड़ दो
लगाकर दिल हटा लेना जुल्म ढाना छोड़ दो
मत पूछो कैसे गुजरता है हर पल तुम्हारे बिना
कभी बात करने की हसरत कभी देखने की तमन्ना
मैंने दिल के दरवाजे पर लिखा अंदर आना सख्त मना है
प्यार हँसता हुआ आया और बड़ी मासूमियत से बोला मुझे माफ करना मैं तो अन्धा हूँ
Wo aaj karta nazar andaaz to bura na maan
Toot kar chahne walon ko rulana RIWAJ hai iss duniya ka
बहुत नजदीक से गुजरे वो बेखबर बनकर
कल तलक साथ थे जो मेरे हमसफर बनकर
ऐसा नहीं कि दिल में तेरी तस्वीर नहीं थी
पर हाथो में तेरे नाम की लकीर नहीं थी
थोड़ी सी जगह दे दो दिल के किसी कोने में
मेरा हैसियत नहीं है पूरा दिल सँभालने की
Shayad Isiliye main Nakaam Rahi Aksar
Cheez jo maangi sab se juda maangi
Mein tanhaa tha magar itnaa nahin tha
Meri tanhai mukammal tere aaney se hui