यु तो किसी चीज के मोहताज नही हम.
बस एक तेरी आदत सी हो गयी है.

हम हैं तुम्हारे तबस्सुम के मालिक
खबरदार जो देखा कहीं और हंस के

मंजिल का नाराज होना भी जायज था
हम भी तो अजनबी राहों से दिल लगा बैठे थे

तेरी तस्वीर को सीने से लगा रखा है
मैंने दुनियां से अलग गाँव बसा रखा है

लिख दे मेरा अगला जन्म उसके नाम पर ऐ खुदा
इस जन्म में ईश्क थोडा कम पड गया है

मुझे ढूंढने की कोशिश न किया कर पगली
तूने रास्ता बदला मैंने मंज़िल ही बदल दी

ना जाने क्यों मुझे लोग मतलबी कहते है
एक तेरे सिवा दुनियां से मतलब नहीं मुझे

शिकस्त पर शिकस्त दिये जा रही है ज़िन्दगी
जाने किस राह लिये जा रही है ज़िन्दगी

उदास दिल है मगर मिलता हूँ हर एक से हंस कर
यही एक फन सीखा है बहुत कुछ खो देने के बाद

तुम्हारी वेबफाई ने जीते जी मार डाला
हंसती हुई मेरी जिंदगी को यूं बेजार कर डाला

नाज है मुझे तेरी नफरतों का अकेला वारिस हूँ
मोहोबत तो तुम्हे बहोत से लोगों से है

मत पूछो कैसे गुजरता है हर पल तुम्हारे बिना,
कभी बात करने की हसरत
कभी देखने की तमन्ना...❗❗

याद आयेगी मेरी तो बीते कल को पलट लेना
यूँ ही किसी पन्ने में मुस्कुराता हुआ मिल जाऊंगा
Er kasz

हम गरीब लोग है किसी को मोहब्बत के सिवा क्या देंगे.
एक मुस्कराहट थी, वह भी बेवफ़ा लोगो ने छीन ली.,

बरबाद कर देती है मोहब्बत हर मोहब्बत करने वाले को,
क्यूकि इश्क़ हार नही मानता और दिल बात नही मानता....