जिस जगह लोग अपनी यादे भी दफ़न कर सके
शहर में एक ऐसा भी कब्रिस्तान होना चाहिए
जिस जगह लोग अपनी यादे भी दफ़न कर सके
शहर में एक ऐसा भी कब्रिस्तान होना चाहिए
“थक गया हूँ तेरी नौकरी से ऐ जिन्दगी...
मुनासिब होगा कि अब मेरा हिसाब कर दे...!!” Er kasz
जिसे भी देखा रोते हुए ही पाया,
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मुझे तो ये इश्क़ किसी फ़क़ीर की बद्दुआ लगती है.
मुझे गुमनाम आशिक कहने वालो ये मंजर भी देख लो
पूरा शहर आया है मेरे जनाजे में
तेरी चाहत का ऐसा नशा चढ़ा है
की शायरी हम लिखते है और दर्द पूरा ग्रुप सहता है
उनके देखे से जो आ जाती है मुँह पर रौनक़
वो समझते हैं कि बीमार का हाल अच्छा है
में यह नहीं कहता के मेरी खबर पुछो तुम
खुद किस हाल में हो इतना तो बता दिया करो
मार दो जान से बेशक पर ऐसी सजा ना दो
कि बैठो तुम हमारे सामने किसी अजनबी की तरह
सुना है कि मौत से पहले एक और मौत होती है
और उसे प्यार से लोग मोहब्बत कहते हैं
ιѕнq кα đαѕтυя нι кυ¢н αιѕα hai
Jσ ιѕкo jαη Ļєтα hai
ує ѕαĻα υѕι кι jααη Ļє Ļєтα нai
er kasz
मुझे मेरे कल कि फिक्र तो आज भी नही है
पर ख्वाहिश तुझे पाने कि कयामत तक रहेगी.
उदासियों की वजह तो बहुत है ज़िन्दगी में.
पर बेवजह खुश रहने का मज़ा ही कुछ और है.
तुम रख ना सकोगे मेरा तौफ़ा संभालकर
वरना मैं अभी दे दूं जिस्म से रूह निकाल कर...
हर रात जान बूझकर रखता हूँ दरवाज़ा खुला...
शायद कोई लुटेरा मेरा गम भी लूट ले.... Er kasz
रोकने की कोशिश तो बहुत की पलकों ने..
पर इश्क मे पागल थे आंसू खुदखुशी करते रहे!!