बंता सोचता था की वो मर गया है परन्तु वास्तव में वो जिन्दा था उसका भ्रम उसके परिवार के लिए एक समस्या बन गया था और आखिर में उन्होंने उसे एक मनोचिकित्सक को दिखाया! मनोचिकित्सक ने कई तरह से बंता को आश्वासन दिया की वो जिन्दा है घबराने की जरुरत नहीं है! अंत में डॉक्टर ने एक अंतिम तरीका सोचा जिससे संता को यकीन हो जाए की वो जिन्दा है! उसने बंता को अपनी किताबें दिखाई जिसमें लिखा था मरे हुए आदमी से खून नहीं निकलता कुछ देर उन उबाऊ किताबें पढ़ने के बाद बंता ने मान लिया कि मरे हुए आदमी से खून नहीं निकलता! डॉक्टर ने बंता से पूछा: अब तो तुम मान गए न की मरे हुए आदमी से खून नहीं निकलता? बंता ने कहा: हाँ में मान गया हूँ डॉक्टर ने कहा: बहुत अच्छे! उसने एक पिन निकाली और बंता की ऊँगली में चुभो दी ऊँगली से खून की बूंदें निकलने लगी! तब डॉक्टर ने पूछा: अब तुम क्या कहते हो? हे भगवान! बंता ने अपनी ऊँगली की ओर हैरानी से देखा.... मरे हुए आदमी से भी खून निकलता है!

संता एक बार के बाहर अकेला एक कोने पर बैठा था उसके पास बीयर पीने के लिए भी पैसे नहीं थे! उसे वहीँ झाड़ियों पर पड़ा एक दीया नजर आया उसने उस दीये को उठाया और गौर से देखने लगा उस पर काफी धूल जमी हुई थी! संता उसे साफ़ करने लगा तो उसमे से एक जिन्न निकलकर बाहर आया और कहने लगा तुम अपनी इच्छा की कोई भी तीन चीजें मांग सकते हो! संता ने थोड़ी देर सोचा और आखिर में उसने अपनी इच्छा प्रकट करते हुए कहा मुझे एक बीयर की बोतल चाहिए जो कभी खाली न हो! इसके साथ ही जिन्न ने अपने हाथों से निकालकर एक बीयर की बोतल संता को दी और कहा लो ये ऐसी बोतल है जिससे कभी बीयर खत्म ही नहीं होगी! संता ने यह जानने के लिए की क्या ये जिन्न सही कह रहा है बीयर को पीना शुरू कर दीया जब बोतल आधी हुई तो संता ने देखा कि बोतल अपने आप ही फिर से भरने लग गयी है संता बहुत प्रसन्न हुआ! अचानक से जिन्न ने कहा अभी तो तुम्हारी दो इच्छाएं और है वो भी कहो! संता ने बड़ी मस्ती में कहा मुझे और इसी तरह की दो बोतलें चाहिए!

एक बार एक हवाई जहाज़ की कम्पनी अपने जहाज़ पर पेंट करवाने का ठेका देने के लिए अखबार में इश्तिहार निकालती है जिसे देख कर संता बंता और पप्पू नीलामी में बोली लगाने के लिए जाते हैं और वहां पहुँच कर अपनी अपनी बोली लगाते हैं; संता: मैं इस जहाज़ को पेंट करने के लिए 5 लाख रूपए लूँगा! मैनेजर: नहीं नहीं यह तो बहुत महंगा है! इसके बाद पप्पू अपनी बोली लगाता है; पप्पू: मैं इस जहाज़ को पेंट करने के 4 लाख रूपए लूँगा! मैनेजर: नहीं यह भी बहुत महंगा है! संता और पप्पू की बोली सुन कर बंता कुछ देर सोचता और अपनी बोली लगता है; बंता: मैं ये जहाज़ 500 रूपए में पेंट कर दूंगा! बंता की बात सुन कर मैनेजर हैरानी से बंता से पूछता है; मैनेजर: बंता जी आपको नहीं लगता की ये कीमत कुछ ज्यादा ही कम है और आपको इस सौदे में नुकसान उठाना पड़ सकता है! बंता: ओये नुकसान कैसा ये दोनों तो बेवकूफ है मैं तो हवाई जहाज़ को तब पेंट करूँगा जब वह आसमान में चला जाएगा और छोटा हो जाएगा तब मैं सीढ़ी लगाकर उस पर रंग कर दूंगा!

बंता और उसका बेटा एक दिन मछलियाँ पकड़ने गए हुए थे काफी देर तक वे दोनों नाव पर बैठे रहे पर उनके हाथ कुछ नहीं लगा! उसका बेटा बोर हो रहा था उसने अपने पापा से ऐसे ही इधर उधर की बातें शुरू कर दी! बातों बातों में उसने अपने पापा से पूछ लिया... पापा ये तो बताओ ये नाव तैरती कैसे है? बंता ने थोड़ी देर सोचा और जवाब दिया बेटा ये तो ठीक से मैं भी नहीं जानता! बच्चा थोड़ी देर चुप रहा फिर से उसने अपने पापा को पूछा पापा ये तो बताओ मछलियाँ पानी के अन्दर रहकर सांस कैसे लेती है? बंता ने फिर से वही जवाब दिया ये तो मैं भी ठीक से नहीं जानता! थोड़ी देर बाद बच्चे ने फिर से पूछा पापा आसमान नीला क्यों है? बंता ने एक बार फिर से वही जवाब दिया ये तो मैं भी ठीक से नहीं जानता! बच्चा दु:खी हो गया और नाराज होकर अपने पापा से कहने लगा... पापा क्या आपको लगता है कि मैंने आपसे जो प्रश्न पूछे वो गलत थे? बंता ने उसे आश्वस्त करते हुए कहा नहीं बेटा बिल्कुल नहीं अगर तुम प्रश्न नहीं पूछोगे तो फिर तुम कुछ भी नहीं सीख सकोगे!

एक औरत ने दरवाजा खोला तो दरवाजे पर उसने देखा कि सामने एक आदमी है जो एक वैक्यूम क्लीनर को हाथ में उठाये हुए है! गुड मॉर्निंग मैडम! मेरा नाम बंता है मैं आपका थोड़ा समय लेना चाहूँगा मैं आपको एक बिल्कुल नया उच्च गुणवत्ता और बहुत शक्तियुक्त वैक्यूम क्लीनर दिखाना चाहता हूँ! औरत ने कहा चले जाओ यहाँ से! मेरे पास इतने पैसे नही है और वह मुड़कर दरवाजा बंद करने लगी! बंता ने जल्दी से दरवाजे के बीच में अपनी टांग को रखा और दरवाजे को खोलते हुए बोला देखिये मैडम मेरी बात तो सुनिए बस एक बार मैं आपको इसका नमूना न दिखा दूँ और यह कहते हुए उसने पास में पड़ा हुआ घोड़े की लीद से भरा हुआ डिब्बा फर्श पर उड़ेल दिया सारे फर्श पर लीद को उड़ेल कर उस औरत से बोला: मैडम देखिएगा अगर ये वैक्यूम क्लीनर इसको पूरा साफ़ नही कर पाया तो मैं बचे हुए मल को अपने मुहं से चाटकर साफ़ करूँगा! औरत थोड़ी देर चुप रही फिर कहा मुझे लगता है आज तुम्हारी भूख अच्छी तरह से शांत हो जाएगी .......क्योंकि आज सुबह से शाम तक बिजली बंद है!

संता एक वकील के कार्यालय में पहुँचता है उसे तलाक चाहिए था! वकील ने पूछा मैं आपकी क्या सहायता कर सकता हूँ? संता ने कहा हाँ मुझे तलाक़ चाहिए! वकील ने पूछा तुम किस ज़मीनी आधार पर तलाक़ लेना चाहते हो? संता ने उत्तर दिया हाँ मेरे पास 140 एकड़ ज़मीन है! वकील ने कहा नहीं आप समझे नहीं आपके पास कोई केस है? संता ने कहा नहीं मेरे पास केस नहीं मगर अलमारी है! वकील ने कहा आप फिर से नहीं समझे मेरा मतलब है आपके पास कोई आधार है तलाक़ के लिए कोई जगह तो होनी चाहिए! संता ने कहा हाँ है ना मेरा घर है ना वहीं तो मैं अपनी अलमारी रखता हूँ! संता ने कहा हाँ सर मेरे पास एक सूट है जिसे मैं विशेष मौकों पर पहनता हूँ! वकील झल्लाकर बोला क्या तुम्हारी बीवी तुम्हारी पिटाई-विटाई करती है क्या? संता ने कहा नहीं सर हम दोनों लगभग साढ़े चार बजे उठ जाते हैं! अन्ततः वकील ने पूछा ठीक है चलिए ये बताईए कि आपको तलाक़ क्यों चाहिए? और संता ने उत्तर दिया वो बात ऐसी है कि हम दोनों में जो भी बातचीत होती है बेमतलब की होती है!

एक दिन संता एक रोबोट लेकर आया। वह रोबोट झूठ पकड़ सकता था और झूठ बोलने वाले को गाल पर खींचकर चांटा मार देता था। एक दिन पप्पू को स्कूल से घर आने में देर हो गयी तो संता ने उससे पूछा घर लौटने में देर क्यों हो गई? पप्पू: आज हमारी एक्स्ट्रा क्लासेस थी। रोबोट अचानक अपनी जगह से उछला और पप्पू के गाल पर एक जोरदार चांटा मार दिया। संता:ये रोबोट हर झूठ को पकड़ सकता है अब सच क्या है यह बताओ कहां गए थे? पप्पू ने अपना गाल सहलाते हुए कहा फिल्म देखने। संता ने कड़ककर पूछा कौन सी फिल्म? पप्पू : जय हनुमान अभी पप्पू की बात पूरी नहीं हुई थी कि उसके गाल पर रोबोट ने एक जोर का चांटा मारा। संता ने फिर पूछा कौन सी फिल्म? पप्पू : कातिल जवानी। संता गुस्से में बोला शर्म आनी चाहिए तुम्हें जब मैं तुम्हारी उम्र का था तब ऐसी हरकत नहीं किया करता था। इस बार संता के गाल पर रोबोट ने एक चांटा जड़ दिया। यह सुनते ही जीतो रसोई से आते हुए बोली आखिर तुम्हारा ही तो बेटा है न झूठ तो बोलेगा ही। अब जीतो की बारी थी चटाक।

एक घर में संता को घर को रंग रोगन करने का काम दिया गया संता ने बहुत ही ईमानदारी से पूरे घर को रंग रोगन किया! घर के मालिक ने जब पूरे घर को देखा तो खुश हो गया उसने संता को शाबाशी देते हुए कहा! संता मैं तुम्हारे काम से बहुत खुश हूँ उसने संता को पैसे दिए और 500 रूपए अलग से देते हुए कहा लो बीवी को बाहर डिनर के लिए ले जाना और मूवी भी दिखा देना! संता ने कहा नहीं साहब! मैं नहीं ले जा सकता! मालिक ने कहा कोई बात नही मैं उसे मना लूँगा अगर तुम ऐसा करोगे तो मुझे बहुत ख़ुशी होगी मालिक ने कहा! संता ने कहा अगर ऐसी बात है तो मुझे कोई ऐतराज नही मैं जरुर ले जाऊंगा! रात को संता बिल्कुल तैयार होकर आया बढ़िया कपड़े हाथों में फूलों का गुलदस्ता उसने घर की घंटी बजाई! घर का मालिक दरवाजे पर आया और उसे लगा शायद संता कुछ भूल गया होगा उसने पूछा संता क्या बात है क्या यहाँ कुछ रह गया है यहाँ? संता ने कहा नही मैं तो यहाँ बीवी को लेने आया हूँ आपने ही तो दिन में कहा था कि शाम को बीवी को डिनर के लिए और मूवी दिखाने के लिए ले जाना!

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट मैच चल रहा था सारे बल्लेबाज एक एक करके आउट हो रहे थे! पांच विकेट गिरने के संता बल्लेबाजी के लिए उतरा और धीरे धीरे मैदान पर पहुंचा और धीरे धीरे क्रीज पर आया और डरते डरते विकेट के सामने खड़ा हो गया! उसे ऐसा महसूस हो रहा था जैसे किसी बकरी के बच्चे को कसाईखाने में लाकर खड़ा कर दिया हो क्योंकि गेंदबाजी के अटैक में सामने ब्रेट ली था! संता बल्लेबाजी के लिए तैयार हुआ जैसे ही सामने से ली भागते हुए आया संता विकेट के सामने से हट गया और साइड स्क्रीन की तरफ कुछ इशारा करने लगा! साइड स्क्रीन को ठीक किया गया और ब्रेट ली फिर से भागते हुए आया जब वह विकेट के नजदीक पहुँचने लगा संता फिर से साइड स्क्रीन की तरफ कुछ इशारा करता हुआ एक तरफ को हट गया पिच पर काफी देर तक ऐसा ही होता रहा! जब बार बार ऐसा हो रहा था तो अम्पायर खुद जाकर संता से बात करने लगा ....अरे आप इस साइड स्क्रीन को कहाँ फिट करवाना चाहते हो! संता ने डरते हुए कहा क्या आप इस स्क्रीन को मेरे और ली के बीच में ला सकते हैं!

संता और बंता कोई बिजनेस शुरू करने कि सोच रहे थे बहुत चर्चा के बाद उन्होंने ये फैसला किया कि होटल का बिजनेस शुरू करते है! उन्होंने होटल चलाने के लिए पहले एक अच्छी सी जगह देखी और फिर स्टाफ और अन्य सामग्री जो होटल के लिए आवश्यक होती है सब का प्रबंध किया फिर होटल का उदघाटन किया और काम शुरू कर दिया वो ग्राहकों का इन्तजार करने लगे एक दिन दो दिन... लगातार ऐसे ही 7 दिन बीत गए पर उनके पास कोई ग्राहक नहीं आया... जानते है क्यों? क्योंकि होटल के प्रवेशद्वार पर लिखा था आगंतुकों का आना मना है (विजिटर्स नॉट अलाउड)! होटल का बिजनेस असफल होने के बाद उन्होंने फिर नया बिजनेस शुरू किया ऑटो गैराज का! उन्होंने गैराज को बहुत बढ़िया सजाया गाड़ियों के स्पेयर पार्ट और दूसरे यंत्र एकत्रित कर उन्होंने जल्दी ही गैराज का काम शुरू कर दिया वो चाहते थे कि उनके गैराज के बाहर बहुत सी गाड़ियाँ आये पर लगातार 7 दिन तक उनके गैराज में एक भी गाड़ी नहीं आयी... जानते है क्यों? क्योंकि उनका गैराज बिल्डिंग की पहली मंजिल पर था!

एक दिन संता थका हारा डॉक्टर के पास आता है और डॉक्टर से कहता है डॉक्टर साहब मेरे पड़ोस में बहुत सारे कुत्ते है जो रात दिन भौंकते रहते है जिस कारण में एक घड़ी के लिए भी नहीं सो पाता! डॉक्टर ने कहा इसमें कोई चिंता की बात नहीं है मैं तुम्हें कुछ नींद की गोलियां दे देता हूँ वे इतनी असरदार है कि तुम्हें पता ही नहीं चलेगा कि तुम्हारे पड़ोस में कोइ कुत्ता है भी या नहीं ये दवाइयाँ तुम ले जाओ और अपनी परेशानी दूर करो! कुछ हफ्ते बाद संता वापिस डॉक्टर के पास आया और पहले से ज्यादा परेशान लग रहा था और डॉक्टर से कहने लगा डॉक्टर साहब आपकी योजना ठीक नहीं थी अब तो मैं पहले से ज्यादा थक गया हूँ! डॉक्टर मैं नहीं जानता कि ये कैसे हो गया पर जो दवाईयां दी थी वे नींद आने की सबसे बढ़िया गोलियां थी चलो फिर भी आज मैं तुम्हें उससे भी ज्यादा असरदार गोलियां देता हूँ! संता: क्या ये सचमुच असर करेंगी पर मैं सारी रात कुतों को पकड़ने में लगा रहता हूँ और मुश्किल से अगर एक आधे को पकड़ भी लूँ तो उसके मुहं में गोली डालना बहुत मुश्किल हो जाता है!

एक दिन संता थका हारा डॉक्टर के पास आता है और डॉक्टर से कहता है डॉक्टर साहब मेरे पड़ोस में बहुत सारे कुत्ते है जो रात दिन भौंकते रहते हैं जिस कारण मैं एक घड़ी के लिए भी नहीं सो पाता। डॉक्टर: इसमें कोई चिंता की बात नहीं है मैं तुम्हें कुछ नींद की गोलियां दे देता हूँ वे इतनी असरदार है कि तुम्हें पता ही नहीं चलेगा कि तुम्हारे पड़ोस में कोई कुत्ता है भी या नहीं। ये दवाइयाँ तुम ले जाओ और अपनी परेशानी दूर करो। कुछ हफ्ते बाद संता वापस डॉक्टर के पास आया और पहले से ज्यादा परेशान लग रहा था और डॉक्टर से कहने लगा: डॉक्टर साहब आपकी योजना ठीक नहीं थी अब तो मैं पहले से ज्यादा थक गया हूँ। डॉक्टर: मैं नहीं जानता कि ये कैसे हो गया पर जो दवाईयां दी थी वे नींद आने की सबसे बढ़िया गोलियां थी चलो फिर भी आज मैं तुम्हें उससे भी ज्यादा असरदार गोलियां देता हूँ। संता: क्या ये सचमुच असर करेंगी पर मैं सारी रात कुतों को पकड़ने में लगा रहता हूँ और मुश्किल से अगर एक-आध को पकड़ भी लूँ तो उसके मुहं में गोली डालना बहुत मुश्किल हो जाता है।

एक बार रेलवे-स्टेशन पर एक वृद्ध सज्जन बैठे रेल का इंतजार कर रहे थे वहां संता जी आए और उन वृद्ध आदमी से पूछा: संता अंकल टाइम क्या हुआ है? वृद्ध सज्जन मुझे नहीं मालूम! संता लेकिन आपके हाथ में घड़ी तो है प्लीज बता दीजिए न कितने बजे हैं? वृद्ध सज्जन मैं नहीं बताऊंगा! संता पर क्यों? वृद्ध सज्जन क्योंकि अगर मैं तुम्हे टाइम बता दूंगा तो तुम मुझे थैंक्यू बोलोगे और अपना नाम बताओगे फिर तुम मेरा नाम काम आदि पूछोगे फिर संभव है हम लोग आपस में और भी बातचीत करने लगें हम दोनों में जान-पहचान हो जायेगी तो हो सकता है कि ट्रेन आने पर तुम मेरी बगल वाली सीट पर ही बैठ जाओ फिर हो सकता है कि तुम भी उसी स्टेशन पर उतरो जहां मुझे उतरना है वहाँ मेरी बेटी जोकि बहुत सुन्दर है मुझे लेने स्टेशन आयेगी तुम मेरे साथ ही होगे तो निश्चित ही उसे देखोगे वह भी तुम्हे देखेगी हो सकता है तुम दोनों एक दूसरे को दिल दे बैठो और शादी करने की जिद करने लगो इसलिए भाई मुझे माफ करो मैं ऐसा कंगाल दामाद नहीं चाहता जिसके पास टाइम देखने के लिए अपनी घड़ी तक नहीं है!

एक दिन संता थका हारा डॉक्टर के पास आता है और डॉक्टर से कहता है डॉक्टर साहब मेरे पड़ोस में बहुत सारे कुत्ते है जो रात दिन भौंकते रहते है जिस कारण में एक घड़ी के लिए भी नहीं सो पाता। डॉक्टर ने कहा इसमें कोई चिंता की बात नहीं है मैं तुम्हें कुछ नींद की गोलियां दे देता हूँ वे इतनी असरदार है कि तुम्हें पता ही नहीं चलेगा कि तुम्हारे पड़ोस में कोई कुत्ता है भी या नहीं। ये दवाइयाँ तुम ले जाओ और अपनी परेशानी दूर करो। कुछ हफ्ते बाद संता वापस डॉक्टर के पास आया और पहले से ज्यादा परेशान लग रहा था और डॉक्टर से कहने लगा डॉक्टर साहब आपकी योजना ठीक नहीं थी अब तो मैं पहले से ज्यादा थक गया हूँ। डॉक्टर मैं नहीं जानता कि ये कैसे हो गया पर जो दवाईयां दी थी वे नींद आने की सबसे बढ़िया गोलियां थी चलो फिर भी आज मैं तुम्हें उससे भी ज्यादा असरदार गोलियां देता हूँ। संता: क्या ये सचमुच असर करेंगी पर मैं सारी रात कुतों को पकड़ने में लगा रहता हूँ और मुश्किल से अगर एक-आध को पकड़ भी लूँ तो उसके मुहं में गोली डालना बहुत मुश्किल हो जाता है।

संता और बंता काफी सालो से अच्छे दोस्त थे और अब दोनों की उम्र अब लगभग 90 के आसपास हो चुकी थी। एक बार संता बहुत बीमार पड़ गया तो बंता उससे रोज मिलने के लिए आता और रोज वे अपने दोस्ती के किस्से दोहराते। गुज़रते वक़्त के साथ संता और बंता दोनों को ही अब लगभग यकीन हो चला था कि संता अब बस चंद दिनो का ही मेहमान है तो एक दिन बंता ने संता से कहा देखो जब तुम मर जाओगे तो क्या मेरे लिए एक काम करोगे? संता: कौन सा काम? क्योंकि संता और बंता दोनों ही क्रिकेट के बहुत दीवाने थे इसीलिए बंता ने संता से कहा तुम मरने के बाद क्या मुझे यह बताओगे कि स्वर्ग में क्रिकेट है या नहीं? संता: क्यों नहीं जरुर। और कुछ दिनों के बाद संता भगवान को प्यारा हो गया। कुछ दिन बाद बंता जब सो रहा होता है संता उसके सपने में आता है और कहता है तुम्हारे लिए मेरे पास दो खबरें है. . .एक बुरी और एक अच्छी। बंता: तो पहले अच्छी खबर सुनाओ। संता: अच्छी खबर यह है कि स्वर्ग में क्रिकेट है। बंता:और बुरी खबर? संता: बुरी खबर यह है कि तुम्हें आनेवाले रविवार को होने वाले मैच में बॉलिंग करनी है।