संता अपने बेटे पप्पू की वजह से बहुत परेशान था। इसी का सलाह-मश्वरा करने वो अपने दोस्त बंता के पास पहुंचा। संता: यार मैं अपने बेटे पप्पू को लेकर बहुत चिंतित हूँ। बंता: क्यों क्या हुआ? उसने फिर कोई बदमाशी कर दी क्या? संता: नहीं यार वो बात नहीं है। बंता: तो फिर क्या बात है? संता: बस आज-कल जब भी वो सुबह उठता है तो बहुत थका-थका और सुस्त महसूस करता है। समझ नहीं आ रहा कि ऐसा क्यों होता है? बंता भी अपने आप को होशियार साबित करने की कोशिश में लग गया। बंता: तुम उसे सोने से पहले दूध पिलाते हो क्या? संता: हाँ पिलाता हूँ। बंता: बस यही कारण है उसकी इस हालत का। संता: मैं कुछ समझा नहीं। दूध के कारण ऐसा कैसे हो सकता है? बंता: जब तुम उसे रात को दूध पिलाते हो तो रात को सोते वक़्त जब वो करवटें बदलता है तो दूध हिल-हिल कर दहीं बन जाता है फिर दहीं से मक्खन निकल आता है मक्खन फैट में बदल जाता है और उस फैट से चीनी बन जाती है और फिर चीनी की शराब। जिससे नतीजा यह होता है कि जब वो सुबह सोकर उठता है तो वो शराब के नशे में होता है। जिस कारण वो थका-थका और सुस्त महसूस करता है।

संता और बंता काफी सालो से अच्छे दोस्त थे और अब दोनों की उम्र अब लगभग 90 के आसपास हो चुकी थी। एक बार संता बहुत बीमार पड़ गया तो बंता उससे रोज मिलने के लिए आता और रोज वे अपने दोस्ती के किस्से दोहराते। गुज़रते वक़्त के साथ संता और बंता दोनों को ही अब लगभग यकीन हो चला था कि संता अब बस चंद दिनो का ही मेहमान है तो एक दिन बंता ने संता से कहा देखो जब तुम मर जाओगे तो क्या मेरे लिए एक काम करोगे? संता: कौन सा काम? क्योंकि संता और बंता दोनों ही क्रिकेट के बहुत दीवाने थे इसीलिए बंता ने संता से कहा तुम मरने के बाद क्या मुझे यह बताओगे कि स्वर्ग में क्रिकेट है या नहीं? संता: क्यों नहीं जरुर। और कुछ दिनों के बाद संता भगवान को प्यारा हो गया। कुछ दिन बाद बंता जब सो रहा होता है तो संता उसके सपने में आता है और कहता है तुम्हारे लिए मेरे पास दो खबरें है. . .एक बुरी और एक अच्छी। बंता: तो पहले अच्छी खबर सुनाओ। संता: अच्छी खबर यह है कि स्वर्ग में क्रिकेट है। बंता:और बुरी खबर? संता: बुरी खबर यह है कि तुम्हें आनेवाले रविवार को होने वाले मैच में बॉलिंग करनी है।

बंता शराबी एक बार में गया वहां जाकर उसने बार में मौजूद सभी लोगों जिनमें बार मालिक भी शामिल था के लिए अपनी तरफ से एक-एक पैग व्हिस्की का ऑर्डर दिया! आज सभी लोग मेरी तरफ से पियो बंता ने झूमते हुए घोषणा की! आधे घण्टे बाद बंता ने फिर से सभी लोगों के लिए एक-एक पैग व्हिस्की का ऑर्डर दिया! बार मालिक को भी एक पैग और मिला फिर तो हर आधे घण्टे बाद यही क्रम चलने लगा! पांचवें पैग के बाद बार मालिक को चिंता होने लगी उसने बंता को एक तरफ बुलाकर कहा भाईसाहब आपका अभी तक का बिल तीन हजार चार सौ रुपये हो गया है! बिल? कैसा बिल? मेरे पास तो फूटी कौड़ी भी नहीं है बंता ने जेबें उल्टी करके दिखाते हुए कहा! अब तो बार मालिक का पारा सातवें आसमान पर चढ़ गया उसने लात घूंसों से बंता की जमकर पिटाई की और आखिर में बार के कर्मचारियों से कहकर बाहर गंदे नाले में फिंकवा दिया! अगले दिन शाम को बार अभी खुला ही था कि बंता अंदर आया और बोला एक पैग व्हिस्की मेरे लिए और एक-एक यहां मौजूद सभी लोगों के लिए मेरी तरफ से फिर बार मालिक की तरफ उंगली करके बोला सिर्फ तुमको छोड़कर तुम दो पैग के बाद बहक जाते हो!

संता और बंता गढ्ढा खोद रहे थे बंता ने संता से पूछा अरे भाई हम दोनों ही काम कर रहे है और ये तीसरा आदमी वहां छाया में बैठकर आराम कर रहा है! संता ने कहा शायद उसे काम नही आता इसलिए वह वहां जाकर बैठ गया है मैं उसे पूछकर आता हूँ! संता उस आदमी के पास गया और उसे पूछा अरे भाई तुम काम क्यों नही कर रहे हो? उस आदमी ने कहा क्योंकि मेरे पास दिमाग है! संता ने पूछा वो कैसे? वह आदमी पेड़ के साथ खड़ा हो गया और कहने लगा मेरे मुहं पर मुक्का मारो जितनी जोर से तुम मार सकते हो! संता ने मुक्का बनाया और पूरे जोर से उस आदमी को मारा वह आदमी थोड़ा सा एक तरफ को हो गया और संता का मुक्का सीधा पेड़ पर लगा उसे हाथ में बहुत दर्द हुआ! संता ने कहा अच्छा अब मुझे पता चला कि तुम काम क्यों नही कर रहे! वह वापिस बंता के पास गया बंता ने उसे पूछा तो अब बताओ हम दोनों ही काम क्यों कर रहे है? संता ने कहा क्योंकि उसके पास दिमाग है! बंता ने पूछा वह कैसे? संता इधर-उधर पेड़ देखने लगा पर उसे पेड़ नजर नही आया उसने अपने हाथ को अपने मुहं के सामने रख दिया और बंता से कहा मेरे हाथ पर अपना मुक्का मारो जितनी जोर से तुम मार सकते हो!

संता को किसी कम्पनी ने इंटरव्यू के लिए बुलाया वह वहां समय से पहुँच गया और जल्दी ही उसे इंटरव्यू लेने वाले ने अन्दर बुला लिया इंटरव्यू लेने वाले ने संता को गौर से देखा फिर उसके सर्टिफिकेट को देखा फिर इंटरव्यू लेने वाले ने कहा कि मैंने तुम्हारे सर्टिफिकेट देख लिए हैं तुम्हारी योग्यता पर मुझे कोई शक नहीं फिर भी मैं तुमसे कुछ न कुछ तो जरुर पूछुंगा अगर तुम उनका जवाब दे पाए तो तुम्हें जॉब के लिए सलेक्ट कर लिया जायेगा सबसे पहले हम कुछ विलोम शब्दों से शुरू करते हैं! संता जी सर! इंटरव्यू लेने वाले ने विलोम शब्द पूछने शुरू किये ऊपर - नीचे आगे - पीछे उल्टा - सीधा आदमी - औरत  UGLY संता ने सोचा अगली संता: पिछली इंटरव्यू लेने वाला मेरा कहने का मतलब है: UGLY संता वही कह रहा हूँ सर पिछली इंटरव्यू लेने वाला अरे U-G-L-Y संता सर वही P-I-C-H-H-L-Y..Y इंटरव्यू लेने वाला: अरे भाई U--G--L--Y संता: P.. I..C..H..H..L. Y. इंटरव्यू लेने वाले को गुस्सा आया और चिल्ला कर कहने लगा: बाहर जाओ संता: अन्दर आओ चुप हो जाओ - बात करो इंटरव्यू लेने वाला: तुम्हें रिजेक्ट किया जाता है संता: तुम्हें सलेक्ट किया जाता है और.. इस तरह संता को जॉब मिल गयी!

बंता मछलियाँ पकड़ने में काफी माहिर था और बड़ी बड़ी मछलियाँ पकड़ने के लिए मशहूर था एक दिन वो बड़ी सी मछली पकड़कर टोकरी में लेकर घर की तरफ आ रहा था तभी मत्स्य अधिकारी ने उसे रोका और पूछा क्या तुम्हारे पास मछली पकड़ने का लाइसेंस है! बंता ने जवाब दिया लाइसेंस? कैसा लाइसेंस? लाइसेंस की तो कोई जरुरत ही नहीं है ये तो मेरी पालतू मछली है! पालतू मछली? मत्स्य अधिकारी ने पूछा! बंता ने जवाब दिया जी हाँ सर पालतू हर रात को मैं इसे इस झील में डाल देता हूँ और थोड़ी देर के बाद मैं एक सीटी बजाता हूँ और ये कूदकर झील के किनारे पर आ जाती हैं और टोकरी में डालकर घर ले जाता हूँ! ये तो तुम मेरा सरेआम बेवकूफ बना रहे हो मछली ऐसा कर ही नहीं सकती! बंता ने अधिकारी से कहा कि आप ये चाहते हैं कि मैं आपको ये सब करके दिखाऊँ! मत्स्य अधिकारी ने उत्सुकता से कहा कि बिल्कुल जरुर देखना चाहूँगा! बंता ने मछली को पानी में डुबो दिया और वहीँ खड़ा हो गया थोड़ी देर वहीँ रुकने के बाद मत्स्य अधिकारी ने बंता से कहा: फिर? बंता: फिर क्या? अधिकारी ने पूछा तो तुम अपनी मछली को वापिस नहीं बुला रहे हो! बंता ने कहा: मछली?... कौन सी मछली?

संता का अपने बीवी (जीतो) से झगड़ा हो गया और वह गुस्से में जाकर घर के एक पेड़ पर लटक गया। जीतो ने लाख मनाने की कोशिश की पर वह नहीं उतरा। कुछ देर के बाद संता ने गाना गाना शुरु किया। कुछ देर तक तो सीधे लटककर गाने गाये पर बाद में वह उल्टा लटककर गाने गाने लगा। जीतो ने पूछा यह क्या है तो उसने जवाब दिया। पहले कैसेट की साईड A थी और अब मैं जो गाना बोल रहा हूं वह कैसेट की साईड B है। जीतो ने अपने सर पर हाथ मारा और फिर से एक बार मनाने की कोशिश की लेकिन संता नहीं माना। फिर से वह सीधा लटककर गाने गाने लगा। जीतो ने पूछा कि अब यह क्या है। तो संता ने जवाब दिया - यह दूसरी कैसेट की साईड A है। थक हार कर जीतो ने पड़ोसी को बुला लिया और कैसे भी संता को पेड़ से उतारने के लिए कहा। पड़ोसी: आप चिंता मत करो आप घर जाओ इसे तो मैं दो मिनट में उतारता हूँ। पडोसी की बात सुन कर जीतो घर के अंदर चली गई और उसके पीछे ही पड़ोसी संता को पेड़ से उतारकर ले आया। जीतो को बड़ा आश्चर्य हुआ। जीतो: मैं इसको उतारने की सुबह से कोशिश कर रही थी आपने एक मिनट में इसको कैसे उतारा? पड़ोसी: कुछ नहीं इसको सिर्फ हाथ हिलाकर हाय किया और ये नीचे उतर आया।

संता का अपनी बीवी से झगड़ा हो गया! वह काफी गुस्से में अपने घर से निकला गली से होकर जल्दी जल्दी दफ्तर की तरफ जा रहा था तभी उसे एक आवाज सुनाई दी ठहरो! ठहर जाओ! अगर तुमने एक कदम भी आगे बढ़ाया तो एक ईंट तुम्हारे सिर पर आकर गिरेगी और तुम यहीं मर जाओगे! संता घबराहट में इधर उधर देखने लगा तभी एक ईंट आकर उसके पैर के पास गिरी संता ने चारों और नजर दौड़ाई पर उसे वो आवाज देने वाला कहीं नजर नही आया! वह वैसे ही गुस्से में था तो उसने ज्यादा ध्यान भी नही दिया और आगे बढ़ गया! गली छोड़कर वह मुख्य सड़क पर आ गया जैसे ही वह सड़क पार करने लगा फिर से वही आवाज उसके कानों में पड़ी ठहरो! ठहर जाओ! एक कदम भी आगे बढ़ाया तो एक गाड़ी तुम्हें कुचल देगी! संता फिर रुक गया तभी एक गाड़ी संता को लगभग छूती हुई निकल गयी! संता बहुत हैरान हो गया कि ये आवाज देने वाला है कौन जो नजर भी नही आ रहा है और मुझे खतरों से भी बचा रहा है! संता ने जोर से आवाज लगाई अरे भाई कौन हो तुम? दूसरी तरफ से आवाज आई मैं आपका सेवक और रक्षक देवदूत हूँ मेरा काम आपको मुसीबतों से बचाना है! संता ने चिढ़ते हुए कहा अरे कमबख्त उस वक़्त तुम कहाँ मर गए थे जब मेरी शादी हो रही थी!

एक बार संता और बंता एक कोयले की खदान में नौकरी के लिए इंटरव्यू देने जाते हैं तो मैनेजर पहले बंता को बुलाता है और उसका इंटरव्यू लेता है; मैनेजर: क्या तुमने इस से पहले भी कभी खदान में काम किया है! बंता: जी हाँ! मैनेजर: अच्छा तो मुझे यह बताओ की उसकी गहराई कितनी थी? बंता: जी 20 फुट! बंता की बात सुन मैनेजर को गुस्सा आ जाता है तो वह उस से कहता है; मैनेजर क्या बकवास कर रहे हो 20 फुट गहरी भी कोई खदान होती है तुम झूठ बोल रहे हो इसीलिए मेरे कमरे से बहार निकल जाओ! मैनेजर की बात सुन बंता बहार आ जाता है और संता को अन्दर हुई सारी बात बताता है और कहता है; बंता: अगर मैनेजर अन्दर तुमसे खदान की गहराई के बारे में पूछे तो ज्यादा से ज्यादा बताना! उसके बाद संता की बारी आती है तो मैनेजर फिर उस से वही सवाल पूछता है; मैनेजर: क्या तुमने इस से पहले कभी खदान में काम किया है? संता: जी हाँ! मैनेजर: अच्छा तो उस खदान की गहराई कितनी थी? संता: जी 20 000 हज़ार फुट! मैनेजर: बहुत बढ़िया तो एक बात और बताओ की इतनी गहराई में काम करते वक्त तुम किस तरह की लाईटों का प्रयोग करते थे? संता: जी मुझे कभी लाईटों की ज़रूरत नहीं पड़ी क्योंकि मेरी दिन की शिफ्ट होती थी!

संता का अपनी बीवी से झगड़ा हो गया। वह काफी गुस्से में अपने घर से निकला गली से होकर जल्दी जल्दी दफ्तर की तरफ जा रहा था तभी उसे एक आवाज सुनाई दी ठहरो! ठहर जाओ! अगर तुमने एक कदम भी आगे बढ़ाया तो एक ईंट तुम्हारे सिर पर आकर गिरेगी और तुम यहीं मर जाओगे। संता घबराहट में इधर उधर देखने लगा तभी एक ईंट आकर उसके पैर के पास गिरी संता ने चारों और नजर दौड़ाई पर उसे वो आवाज देने वाला कहीं नजर नही आया। वह वैसे ही गुस्से में था तो उसने ज्यादा ध्यान भी नही दिया और आगे बढ़ गया। गली छोड़कर वह मुख्य सड़क पर आ गया जैसे ही वह सड़क पार करने लगा फिर से वही आवाज उसके कानों में पड़ी ठहरो! ठहर जाओ! एक कदम भी आगे बढ़ाया तो एक गाड़ी तुम्हें कुचल देगी। संता फिर रुक गया तभी एक गाड़ी संता को लगभग छूती हुई निकल गयी। संता बहुत हैरान हो गया कि ये आवाज देने वाला है कौन जो नजर भी नही आ रहा है और मुझे खतरों से भी बचा रहा है। संता ने जोर से आवाज लगाई अरे भाई कौन हो तुम? दूसरी तरफ से आवाज आई मैं आपका सेवक और रक्षक देवदूत हूँ मेरा काम आपको मुसीबतों से बचाना है। संता ने चिढ़ते हुए कहा अरे कमबख्त उस वक़्त तुम कहाँ मर गए थे जब मेरी शादी हो रही थी।

तीन अपराधी जेल से भाग गए एक मद्रासी एक गुजराती और एक संता! जेल से भागने के बाद वे काफी दूर निकल आये थे जब उन्हें लगा कि काफी दूर आ गए है तो तीनों एक जगह आराम करने लगे तभी उन्हें दूर कुछ लोग आते हुए नजर आये उन्होंने आपस में कहा की हो नो हो ये पुलिस वाले है जो हमारा पीछा कर रहे है! वे तीनों अफरातफरी में ऊपर पहाड़ी की तरफ चढ़ने लगे अभी थोड़ा दूर ही गए थे कि उन्हें वहां एक झोपड़ा सा नजर आया वे तीनों उस में घुस गए! पुलिस उनका पीछा करते करते वहां भी पहुँच गयी तीनों ने अपने आप को बड़ी बड़ी बोरियों में घुसा रखा था पुलिस वाले ने सिपाई से कहा देखो तो जरा इन बोरियों में क्या है? सिपाई ने पहली बोरी को टटोला और एक जोर की लात मार दी उस बोरी में मद्रासी था उसने ... बाऊं.....बाऊं की आवाज की! सिपाई ने कहा साहब इसमें कुत्ता है! दूसरी बोरी पर भी लात मारी तो उसमें गुजराती था उसने मिं...आऊं मिं...आऊं की आवाज की! सिपाई ने कहा इसमें तो बिल्ली है साहब! फिर उसने तीसरी बोरी पर लात मारी जिसमें संता था उसने एक.. दो..तीन..चार लातें मारी पर उसमें से कोई आवाज नहीं आयी उसने फिर उस पर लातें मारनी शुरू कर दी और अंत में जब लातें सहन नहीं हुई तो संता ने कहा.......आलू!

एक दिन संता अपने घर के सामने पौधों को पानी दे रहा था इतने में वहां पुलिस की गाड़ी आयी गाड़ी से पुलिस वाले उतरे और संता के घर के दूसरी तरफ भागने लगे और फिर थोड़ी देर में वापिस आ गए पौधों को पानी देते हुए संता वह सब देख रहा था संता को लगा की पुलिस शायद किसी अपराधी का पीछा कर रही है! संता ने पौधों को पानी देते हुए पूछा साहब किसे ढूंढ रहे हो? पुलिसवाला संता के पास आया उसने जेब से एक तस्वीर निकाली और संता को दिखाते हुए कहा यह एक खुंखार अपराधी की तस्वीर है और मैं उसी को ढूंढ रहा हूँ तुमने अभी उसे यहां से जाते हुए देखा तो नही पुलिसवाले ने पूछा: संता ने तस्वीर हाथ में ली और गौर से उस तस्वीर की तरफ देखा तस्वीर पुलिस को वापिस देते हुए संता ने कहा नही... नही देखा साहब! पुलिसवाला तस्वीर वापिस लेकर वहां से जाने लगा थोड़ी दूर जाने के बाद संता ने आवाज लगाई साहब एक मिनट! पुलिसवाला पलटकर संता के पास गया जरा वह तस्वीर तो दिखावो पुलिसवाले ने फिर से तस्वीर निकालकर संता को दिखाई! संता ने थोड़ी देर तस्वीर की तरफ गौर से देखा और कहा: मेरी समझ में एक बात नहीं आती इतना खुंखार अपराधी था तो जब उसकी तस्वीर खिंची तभी उसको क्यों नही पकड़ लिया?

एक दिन स्वास्थ्य मंत्री पागल महिलाओं के अस्पताल में गया और एक डॉक्टर को अस्पताल के दौरे के लिए साथ में ले लिया जब उन्होंने अँधेरे बरामदे में पागल औरतों की चीखें सुनी जो उनके कमरों से आ रही थी तो मंत्री जी भी परेशान हो गए तब मंत्री ने डॉक्टर से पूछा कि मैं इन बेचारियों की कुछ मदद कर सकता हूँ डॉक्टर ने उसे रोका और कहा कि सर आप केवल इन्हें छोटी खिड़की से देख सकते हैं! वे एक कमरे की खिड़की के पास गए अंदर देखने लगे डॉक्टर ने कहा सर ये बहुत सिरियस केस है! जिस मरीज महिला को को वो देख रहे थे वो जमीन पर अपने बाल बिखेरे उनको नोचकर अपने आप को जमीन पर घसीट कर इधर से उधर जा रही थी और बार बार ओह संता ओह संता कह रही थी डॉक्टर ने कहा सर इसकी संता नाम के आदमी से शादी होने वाली थी और शादी वाले दिन वो इसे छोड़कर किसी और लड़की के साथ भाग गया जिस कारण इसका दिल टूट गया और ये पागल हो गयी! फिर वे दूसरे कमरे की खिड़की पर गए और अन्दर देखने लगे अन्दर एक और महिला अपने बालों को नोच रही थी जोर जोर से संता संता कहकर चिल्ला रही थी और रो रो कर सिर पटक रही थी! मंत्री ने कहा मुझे लगता है इसे भी छोड़कर संता चला गया! डॉक्टर ने कहा नहीं सर ये वो है जिसके साथ संता भाग गया था!

एक बार एक आदमी सड़क किनारे बैठ कर बीड़ी पी रहा था तभी वहां संता आता है और उस आदमी से कहता है भाई नशा करना छोड़ दो और मेरे साथ चलो मै तुम्हे दिखाता हूँ ज़िन्दगी कितनी खूबसूरत है! उस आदमी ने बीड़ी फेंक दी और संता के पीछे चल दिया! थोड़ी और आगे जाने के बाद संता को और उस आदमी को एक पठान मिलता है जो की पेड़ के नीचे बैठ कर चरस पी रहा होता है उसको देख संता उससे भी कहता है भाई नशा करना बुरी बात है मेरे साथ चलो मैं तुम्हें दिखाता हूं कि ज़िन्दगी कितनी खूबसूरत है! पठान भी चरस फेंकता है और संता के पीछे-पीछे चल पड़ता है! थोड़ी और आगे जाने के बाद संता को बंता दिखाई देता है जो की शराब पी रहा होता है बंता को देख संता उससे भी कहता है देखो भाई नशा करना बुरी बात है मेरे साथ चलो मैं तुम्हें दिखाता हूं कि ज़िन्दगी कितनी खूबसूरत है! संता की बात सुन बंता अपना पैग मेज पर रख देता है और संता को पीटने लगता है! यह सारा तमाशा देख पठान को गुस्सा आ जाता तो वह बंता से कहता तुम क्यों इस नेक इंसान को पीट रहे यह तो तुम्हारे भले के लिए ही कह रहा है! पठान की बात सुन बंता जवाब देता है भला-वला गया भाड़ में इस साले ने कल भांग पीकर मुझे भी ऐसे ही 3 घंटे तक सारे शहर में पैदल घुमाया था!

तीन अपराधी जेल से भाग गए एक मद्रासी एक गुजराती और संता। जेल से भागने के बाद वे काफी दूर निकल आये थे जब उन्हें लगा कि काफी दूर आ गए है तो तीनों एक जगह आराम करने लगे तभी उन्हें दूर कुछ लोग आते हुए नजर आये उन्होंने आपस में कहा हो नो हो ये पुलिस वाले है जो हमारा पीछा कर रहे है। वे तीनों अफरातफरी में ऊपर पहाड़ी की तरफ चढ़ने लगे अभी थोड़ा दूर ही गए थे कि उन्हें वहां एक झोपड़ा नजर आया और वे तीनों उस में घुस गए। पुलिस उनका पीछा करते करते वहां भी पहुँच गयी तो तीनों ने अपने आप को बड़ी बड़ी बोरियों छुपा लिया पुलिस वाले ने सिपाई से कहा देखो तो जरा इन बोरियों में क्या है? सिपाई ने पहली बोरी को टटोला और एक जोर की लात मार दी उस बोरी में मद्रासी था उसने ... बाऊं.....बाऊं की आवाज की। सिपाई ने कहा साहब इसमें कुत्ता है। दूसरी बोरी पर भी लात मारी तो उसमें गुजराती था उसने मिं...आऊं मिं...आऊं की आवाज की। सिपाई ने कहा इसमें तो बिल्ली है साहब। फिर उसने तीसरी बोरी पर लात मारी जिसमें संता था उसने एक.. दो..तीन..चार लातें मारी पर उसमें से कोई आवाज नहीं आयी उसने फिर उस पर लातें मारनी शुरू कर दी और अंत में जब लातें सहन नहीं हुई तो बोरी के अन्दर से संता ने कहा आलू हूँ कम्बखत आलू।