देख जिँदगी तू हमे रुलाना छोड दे
अगर हम खफा हूऐ तो तूझे छोड देँगे
Er kasz

सबको मालुम है की जिंदगी बेहाल है
फिर भी लोग पूछते है क्या हाल है
Er kasz

चलो आज बचपन का कोई खेल खेलें
बड़ी मुद्दत हुई बेवजह हंसकर नहीं देखा

मेरी तङप तो कुछ भी नही है
सुना है उसके दिदार के लिए आईने तरसते है
Er kasz

रोशनी में कमी आ जाए तोह बता देना
दिल आज भी हाज़िर हैं जलने के लिये
er kasz

हो सके तो अब कोई सौदा न करना
मैं पिछली मोहब्बत में सब हार आया हूँ
er kasz

मोसम की तरह बदलते हें उस के वादे
उपर से ये ज़िद क तुम मुझ पे एतबार करो

रानी नहीं तो क्या हूआ यह बादशाह
आज भी लाखों दिलों पर राज करता हैं
er kasz

खुद ही मुस्कुरा रहे हो साहिब
पागल हो या मोहब्बत की शुरूआत हुई है
er kasz

खूबसूरत जिस्म हो या सौ टका ईमान
बेचने की ठान लो तो हर तरफ बाजार है
er kasz

बहुत थे मेरे भी इसदुनिया मेँ अपने
फिर हुआ इश्कऔर हम लावारिस हो गए
Er kasz

जिस घाव से खून नहीं निकलता
समझ लेना वो ज़ख्म किसी अपने ने ही दिया है
Er kasz

में अक्सर अकेला रेह जाता हूँ
क्युकी में हमेश उनके सहारे रेहता हूँ
er kasz

अपना वजूद मत बताओ हमें साहिब
हम झाँक कर दिलों की गहराई जान लेते हैं
Er kasz

आजकल उसने नया एक मुर्गा फसाया है
गया बेचारा काम से पेट्रोल फुंकाया है