नजरे झुका कर चलती है कंगन खनका कर चलती है
तभी शायद कभी आसमां डोल जाता है कभी धरती हिल जाती है।
नजरे झुका कर चलती है कंगन खनका कर चलती है
तभी शायद कभी आसमां डोल जाता है कभी धरती हिल जाती है।
अपने इन शरबती होठों को किसी रूखसार मे छुपा लो
मोहतरमा गर्मी का मौसम है शरबत की तलब लगी रहती है हमें
हारना तब आवश्यक हो जाता हैं जब लड़ाई अपनों से हो
और जीतना तब आवश्यक हो जाता हैं जब लड़ाई अपने आप से हो
Er kasz
💟सच्चा प्यार हमेशा गलतइन्सान से
होताहै...
और जब ✔सही इन्सान से प्यार
होता है...
तब वक़्त⌚ गलत होता है. Er kasz
हाथ की लकीरें पढने वाले ने तो मेरे होश ही उड़ा दिये
मेरा हाथ देख कर बोला तुझे मौत नहीं किसी की चाहत मारेगी
er kasz
Mujh ko maloom nahi husn ki taarif karna
meri nazro mei haseen wo hai jo tujh jaisa ho
अगर अब के आओ तो बागों में मिलने आना
फिर से गुलाबों का दिल जलाना है
ज़िन्दगी बहुत ख़ूबसूरत है सब कहते थे
जिस दिन तुझे देखा यकीन भी हो गया
खुद ही, मुस्कुरा रहे हो साहिब
पागल हो या मोहब्बत की शुरूआत हुई है
er kasz
आपकी इन्ही अदाओं पे तो हमें प्यार आता है
तुम कहते हो हमें और ही क्या आता है
मुझे नही पता कि मेरी आंखो को तलाश किसकी है
तुझे देखता हूँ तो नजरे थम सी जाती है
किस बात पे रूठा है पता चले तो मनाऊं उसे
वो रूठ तो जाता है लेकिन शिकायत नहीं करता
चूमना छोड दो अंधेरो में मेरी तस्वीरों को
सुबह मेरे चेहरे पर लालियां नजर आती है
मुझे अपने किरदार पे इतना तो यकीन है की
कोई मुझे छोड़ सकता है लेकिन भूल नही सकता
er kasz