जैसे जैसे तू हसीन दिखने लगी है
मेरी कलम भी अच्छा लिखने लगी है

शेरों को कहना नया शिकारी आया हैं
या तो हुकूमत छोड़ दे या जीना

एक तुझे पा लेने के बाद
किसी और की ख्वाहिश का सवाल ही नहीं उठता

जहर से खतरनाक है यह मोहब्बत
जरा सा कोई चख ले तो मर मर के जीता है

मिल रहे हो ना खो रहे हो तुम
दिन ब दिन बेहद दिलचस्प हो रहे हो तुम

रुक गयी आज ये कहकर, कलम मेरी,
एहसास कीमती हैं, ज़रा कम खर्च करो!!Er kasz

बेसबब नही था मुस्कराना उसका
मगर हँसती थी मेरे अँदाज-ए-इश्क पर

राख से भी आएगी खुशबू मोहब्बत की
मेरे खत तुम सरेआम जलाया ना करो

दिल टूटा है तो अपनी ही गलती से
उस ने कब कहा था की तू मुहब्बत कर
G.R.S

कल ही तो तोबा की मैंने शराब से
कम्बक्त मौसम आज फिर बेईमान हो गया

वो सुना रहे थे अपनी वफाओ के किस्से
हम पर नज़र पड़ी तो खामोश हो गए

नफ़रत भी हम हैसीयत देख के करते हैं
फिर प्यार तो बहुत दूर की बात है

इजाजत हो तो तेरे पास आ जाऊं मै
चाँद के पास भी तो एक सितारा रहता है

तू जाहिर है लफ्ज़ों में मेरे
मैं गुमनाम हुँ खामोशियों में तेरी

सारा बदन अजीब सी खुशबु से भर गया
शायद तेरा ख्याल हदों से गुजर गया