आज तो कमाल ही हो गयी। सुबह-सुबह श्रीमती जी नाश्ता बना रही थी इतने में किसी ने दरवाजा खटखटाया। श्रीमती जी ने दरवाज़ा खोला तो एक सेल्समैन दनदना के अंदर पहुँचा और पूरे कालीन पर गोबर गिरा दिया। श्रीमती जी गुस्से में चिल्लाते हुए अरे यह क्या कर दिया। अभी तो सफाई की है और आप हो कौन? सेल्समैन: मैडम मैं एक सेल्समैन हूँ आपको यह वैक्यूम क्लीनर का कमाल दिखाने आया हूँ। श्रीमती जी: वैक्यूम क्लीनर का कमाल दिखाना है तो यह सारी गंदगी क्यों फैला दी? सेल्समैन: मैडम तभी तो इसका कमाल दिखेगा। सेल्समैन: क्योंकि अभी 2 मिनट में देखना यह सारी गंदगी साफ़ हो जाएगी और अगर ऐसा नहीं हुआ तो मैं खुद अपनी जीभ से चाट कर इसे साफ़ करूँगा। श्रीमती जी ने सेल्समैन की तरफ घूर कर देखा और बोली जीभ से मत चाटना ऐसे ही हाथ से उठा कर खाना शुरू कर दो। सेल्समैन: आप ऐसा क्यों बोल रही हैं मैडम। श्रीमती जी: क्यों घर में बिजली नहीं है। अब हो जाओ शुरू। शिक्षा: कुछ भी करने से पहले पूरी जानकारी इकठी कर ले ताकि बाद में पछताना ना पड़े।

एक बार तीन दोस्त मर कर नर्क में पहुँच जाते हैं। पहले दोस्त को स्वर्ग की सबसे बदसूरत और भद्दी महिला के साथ रहने को कहा गया। दोस्त ने उस पर ऐतराज़ किया और ऐसा करने का कारण पूछा। यमराज: जब तुम नौ साल के थे तुमने एक चिड़िया को पत्थर से मारा था इसीलिए। कुछ ऐसा ही दूसरे दोस्त के साथ भी होता है जब वह यमराज से इसका कारण पूछता है तो उसे भी वाही जवाब मिलता है कि जब वह नौ साल का था तो उसने एक चिड़िया को पत्थर से मारा था। अपने दोनों दोस्तों का हाल देख कर तीसरा दोस्त सोच में पड़ गया की कहीं उसने तो ऐसा कुछ नहीं किया था परन्तु इतने में ही यमराज ने उसे बुलाया और एक सुन्दर सी महिला के साथ भेजते हुए कहा तुम इसके साथ रहोगे। यह देख दोनों दोस्त यमराज के पास गए और उस से बोले हे यमराज हम दोनों को यह दो बदसूरत महिलाओं के साथ रहने की सज़ा और उसे उस खूबसूरत महिला के साथ रहने का मौक़ा ऐसा क्यों जबकि वह भी तो हमारे साथ का ही है। यमराज: दरअसल बात यह है जब वह महिला नौ साल की थी तब उसने एक चिड़िया को पत्थर से मारा था।

यह एक जग प्रसिद्ध सच है कि सभी बहुओं को अपनी सास से परेशानी रहती है। ऐसे ही एक दिन सभी बहुएं इकट्ठी हुई और उन्होंने फैसला किया कि वे सब अपनी सास से माफ़ी मांगेगी और कहेंगी उन्होंने जो भी किया उनसे वो गलती से हुआ। एक हफ्ते बाद सभी बहुओं ने पिकनिक जाने का कार्यक्रम बनाया जिसमें पूरे परिवार के साथ अपनी अपनी सास को भी ले गयी। सारी सास एक ही बस में थी जो सबसे आगे चली थी रास्ते में उनकी बस का एक्सिडेंट हो गया। और सभी सास मर गयी सारी बहुएं जोर-जोर से बिलख-बिलख कर रो रही थी। पर एक बहु को शायद कुछ ज्यादा ही दुःख हुआ वो जमीन पर हाथ पटक पटक कर रो रही थी। सभी उसे सांत्वना देकर कह रहे थे कम से कम तुम्हारी सास बिना किसी चिंता के मरी है। तुम्हारा उससे कोई झगड़ा नहीं था पर वो अभी भी जोर-जोर से चिल्ला रही थी। जब वो बार-बार बोलने पर चुप नहीं हो रही थी तो एक औरत ने उसे पूछा तुम इतना क्यों चिल्ला रही हो क्या तुम्हारी सास ज्यादा खास थी? उस औरत ने अपने आप को थोड़ा संभाला और सिसकते हुए कहा नहीं उनसे बस छूट गयी है।

घने जंगल से गुजरती हुई सड़क के किनारे एक ज्ञानी गुरु अपने चेले के साथ एक बोर्ड लगाकर बैठे हुए थे जिस पर लिखा था ठहरिये... आपका अंत निकट है। इससे पहले कि बहुत देर हो जाये रुकिए! हम आपका जीवन बचा सकते हैं। एक कार फर्राटा भरते हुए वहाँ से गुजरी। चेले ने ड्राईवर को बोर्ड पढ़ने के लिए इशारा किया। ड्राईवर ने बोर्ड की तरफ देखा और भद्दी सी गाली दी और चेले से यह कहता हुआ निकल गया तुम लोग इस बियाबान जंगल में भी धंधा कर रहे हो शर्म आनी चाहिए। चेले ने असहाय नज़रों से गुरूजी की ओर देखा। गुरूजी बोले जैसे प्रभु की इच्छा। कुछ ही पल बाद कार के ब्रेकों के चीखने की आवाज आई और एक जोरदार धमाका हुआ। कुछ देर बाद एक मिनी-ट्रक निकला। उसका ड्राईवर भी चेले को दुत्कारते हुए बिना रुके आगे चला गया। कुछ ही पल बाद फिर ब्रेकों के चीखने की आवाज़ और फिर धड़ाम। गुरूजी फिर बोले जैसी प्रभु की इच्छा। अब चेले से रहा नहीं गया और वह बोला गुरूजी प्रभु की इच्छा तो ठीक है पर कैसा रहे यदि हम इस बोर्ड पर सीधे-सीधे लिख दें कि आगे पुलिया टूटी हुई है ।

एक बार रेलवे स्टेशन पर एक बुजुर्ग बैठे रेल का इंतजार कर रहे थे। वहाँ एक नवयुवक आया और उसने बुजुर्ग से पूछा अंकल समय क्या हुआ है? बुजुर्ग: मुझे नहीं मालूम। युवक: लेकिन आपके हाथ में घड़ी तो है प्लीज बता दीजिए न कितने बजे हैं? बुजुर्ग: मैं नहीं बताऊँगा। युवक: पर क्यों? बुजुर्ग: क्योंकि अगर मैं तुम्हें समय बता दूँगा तो तुम मुझे थैंक्यू बोलोगे और अपना नाम बताओगे फिर तुम मेरा नाम काम आदि पूछोगे। फिर संभव है हम लोग आपस में और भी बातचीत करने लगें। हम दोनों में जान-पहचान हो जायेगी तो हो सकता है कि ट्रेन आने पर तुम मेरी बगल वाली सीट पर ही बैठ जाओ। फिर हो सकता है कि तुम भी उसी स्टेशन पर उतरो जहाँ मुझे उतरना है। वहाँ मेरी बेटी जोकि बहुत सुन्दर है मुझे लेने स्टेशन आयेगी। तुम मेरे साथ ही होगे तो निश्चित ही उसे देखोगे वह भी तुम्हें देखेगी। हो सकता है तुम दोनों एक दूसरे को दिल दे बैठो और शादी करने की जिद करने लगो। इसलिए भाई मुझे माफ करो ! मैं ऐसा कंगाल दामाद नहीं चाहता जिसके पास समय देखने के लिए अपनी घड़ी तक नहीं है।

एक कंपनी का मालिक अपनी एक फैक्टरी में विजिट करने गया। वहाँ उसने देखा कि सारे कर्मचारी तो काम कर रहे थे लेकिन एक युवक एक कोने में आराम से खड़ा मोबाइल पर मैसेज पढ़ रहा था और मुस्कुरा रहा था। मालिक को यह देखकर और भी हैरत हुई कि उसके आने के बावजूद भी युवक अपने काम पर लगने की बजाये ढीठता पूर्ण तरीके से वैसे ही खड़ा रहा। मालिक को गुस्सा आ गया। उसने युवक को बुलाया और पूछा तुम्हें हर महीने कितनी तनख्वाह मिलती है? युवक: 6000 रुपये सर! मालिक ने जेब से 18000 रुपये निकाले और युवक को देते हुए बोला ये पकड़ो तुम्हारी 3 महीने की एडवांस तनख्वाह और दफा हो जाओ यहाँ से तुम्हारे जैसे कामचोरों के लिए मेरी कंपनी में कोई जगह नहीं है। युवक ने शांतिपूर्वक रुपये लिए और मुस्कुराता हुआ चला गया। अब मालिक ने वहाँ काम कर रहे लोगों से पूछा अब कोई मुझे बताएगा कि ये आदमी कौन था और क्या काम करता था? बड़ी मुश्किल से अपनी हँसी दबाते हुए एक कर्मचारी ने बताया सर वो तो पिज्जा डिलीवरी करने वाला लड़का था। दरअसल आज सुपरवाइजर साहब अपना लंच बॉक्स लाना भूल गए थे।

1. पैसे पेड़ पे नहीं उगते। 2. बेटा: माँ मैं पार्टी के लिए जाऊं? माँ: पिता जी से पूछ लो। पिता जी: माँ से पूछ लो। 3. अगर 8 बजे तक घर नहीं आये तो वापस आने की ज़रूरत नहीं है। 4. अगर पढ़-लिख कर कुछ अच्छा नहीं करोगे तो उसकी तरह बन जाओगे।(किसी बेरोज़गार बेघर की उदाहरण देकर) 5. बेटे अभी पढ़ लो बाद में तो ऐश ही ऐश है। 6. ज़रा तुम्हारे अपने बच्चे होने दो। 8. अंकल-आंटी के पैर छुओ चलो आशीर्वाद लो। 9. बेटा: माँ मेरे गणित में 100 में से 90 नंबर आये। माँ: क्लास में सबसे ज्यादा नंबर किसके आये हैं। 10. जाओ और जाकर पढाई करो। ये दोस्त नही आने वाले तुम्हारे एग्जाम देने। 11. तुमको ही सब पता है हमने तो दुनिया देखि ही नहीं है न। 12. हमारी बात सुनना कब शुरू करोगे? 13. कहाँ थे लाट साहब? ये कोई टाइम है घर आने का। 14. घुस जा टीवी के अंदर जीतने के बाद कप तुझे ही मिलने वाला है। 15. हमारे टाइम में तो ऐसे नहीं होता था। 16. जब खुद कमाओगे तब पता चलेगा। 17. क्या तुम्हारे दोस्त भी अपने माँ-बाप से ऐसे ही बात करते हैं। 18. इसके तो पर निकल आये हैं। 19. दोपहर में भी लाइट क्यों जलाते हो? 20. क्या सोचा है तुमने आगे के बारे में?

एक बार एक कारखाने के मालिक की मशीन ने काम करना बंद कर दिया. कई दिनों की मेहनत के बाद भी मशीन ठीक नहीं हो पायी. मालिक को रोज लाखों का नुकसान हो रहा था। तभी वहाँ एक कारीगर पहुँचा और उसने दावा किया की वो मशीन को ठीक कर सकता है। मालिक फौरन ही उसे कार्यशाला में ले गया। मशीन ठीक करने से पहले कारीगर ने मालिक से कहा कि वो मशीन तो ठीक कर देगा लेकिन मेहनताना अपनी मर्जी से तय करेगा। मालिक का तो रोज लाखों का नुकसान रोज हो रहा था इसलिये वो मान गया। कारीगर ने पूरी मशीन का मुआयाना किया और एक पेच को कस दिया। मशीन को चालू किया गया. मशीन ने कार्य करना शुरू कर दिया था। मालिक बहुत खुश हु़आ। कारीगर ने दस हजार रूपया मेहनताना मांगा। मालिक को बहुत आश्चर्य हुआ। केवल एक पेच कसने के दस हजार रूपय! लेकिन उसने अपना वादा निभाया और दस हजार रूपए कारीगर को देते हुये पूछा कि एक पेच कसने के दस हजार रूपय कुछ ज्यादा नहीं हैं? कारीगर ने तुरंत जवाब दिया साहब पेच कसने का तो केवल मैंने एक रूपया लिया है बाकि 9999 रूपय तो कौन सा पेच कसना है यह पता करने के लिये हैं।

एक औरत घर पर अकेली थी तभी दरवाजे पर दस्तक हुई। जब उसने दरवाजा खोला तो एक अनजान आदमी खड़ा था और उस औरत को देखते ही बोला अरे आप तो बहुत ही खूबसूरत हैं। औरत ने घबरा कर दरवाजा बंद कर दिया। अगले तीन-चार दिन तक ऐसा ही चलता रहता है वो आदमी आता दरवाज़ा खटखटाता और जब औरत दरवाज़ा खोलती तो वह यही बोलता कि आप तो बहुत ही खूबसूरत हैं और औरत घबरा कर दरवाज़ा बंद कर देती। एक दिन जब उस औरत का पति घर आया तो उसने अपने पति को सारी बात बताई। पति बोला तुम चिंता मत करो कल जब वो आदमी आएगा तो मैं घर पर ही रहुंगा और दरवाजे के पीछे खड़ा रहूँगा। तुम उससे पूछना कि हाँ मैं सुन्दर हूँ तुम्हे क्या? फिर मैं उसको मज़ा चखाता हूँ। अगले दिन जैसे ही वो आदमी आया तो पति ने जैसे तय किया था वह दरवाजे के पीछे छिप गया। औरत ने दरवाज़ा खोला तो आदमी बोला अरे आप तो बेहद खूबसूरत हैं। औरत: हाँ मैं खूबसूरत हूँ लेकिन तुम्हें इससे क्या? आदमी बड़ी विनम्रता के साथ हाथ जोड़ कर बोला बहन जी यही विश्वास और एहसास आप अपने पति के अंदर भी जगा दीजिये न ताकि वो मेरी बीवी का पीछा करना छोड़ दे।

एक लड़की अपने होने वाले मंगेतर को अपने मम्मी पापा से मिलाने के लिए घर लेकर आयी डीनर के बाद लड़की की माँ ने अपने पति से कहा कि कुछ लड़के के बारे में पता करो!! लड़की के बाप ने लड़के को अकेले में बुलाया और उससे बातचीत करने लगे बाप ने पूछा तो तुम्हारा प्लान क्या है? ! उसने कहा में रिसर्च स्कॉलर हूँ!! रिसर्च स्कॉलर! बाप ने कहा बहुत अच्छे!! पर तुम मेरी बेटी को एक सुन्दर सा घर कैसे दो पाओगे जिसकी उसे आदत है? ! मैं पढ़ाई करूँगा लड़के ने कहा और भगवान हमारी मदद करेंगे!! और तुम किस तरह उसके लिए सगाई कि अंगूठी खरीदोगे जिसके योग्य वो है!! मैं और ज्यादा ध्यान से पढ़ाई करूँगा लड़के ने कहा बाकि भगवान हमारी मदद करेंगे!! और बच्चे! बाप ने कहा उन्हें कैसे पालोगे?! चिंता मत कीजिये सर भगवान कोई न कोई रास्ता निकाल ही लेगा!! और हर बार जितनी बार बाप ने कुछ भी पूछा तो लड़के ने हर बार कहा कि कोई न कोई रास्ता भगवान निकाल ही लेगा!! बाद में लड़की की माँ ने कहा ये सब कैसे होगा जी?! बाप ने कहा पता नहीं उसके पास न कोई नौकरी है न कोई प्लान पर अच्छी खबर ये है कि वो मुझे भगवान समझ रहा है!

सुबह उठ कर पत्नी को पुकारते हैं सुनो चाय लाओ। थोड़ी देर बाद फिर आवाज़ सुनो नाश्ता बनाओ। क्या बात है आज अभी तक अखबार नहीं आया। जरा देखो तो किसी ने दरवाजा खटखटाया। अरे आज बाथरूम में साबुन नहीं है क्या? देखो तो कितना गीला पड़ा है तौलिया। अरे ये शर्ट का बटन टूटा है जरा लगा दो और मेरे मौजे कहाँ है जरा ढूंढ के ला दो। लंच के डिब्बे में आलू के परांठे दो ज्यादा रख देना। देखो अलमारी पर कितनी धूल जमी पड़ी है लगता है कई दिनों से डस्टिंग नही की है। गमले में पौधे सूख रहे हैं क्या पानी नहीं डालती हो? दिन भर करती ही क्या हो बस गप्पे मारती हो। शाम को डोसा खाने का मूड है बना देना। बच्चों की परीक्षाएं आ रही हैं पढ़ा देना। सुबह से शाम तक कर फरमाईशें कर नचाते हैं चैन से सोने भी नहीं देते सताते हैं। दिनभर में बीवियां कितना काम करती हैं ये तब मालूम पड़ता है जब वो बीमार पड़ती हैं। एक दिन में घर अस्त व्यस्त हो जाता है रोज का सारा रूटीन ही ध्वस्त हो जाता है। आटे दाल का सब भाव पता चल जाता है। बीवी की अहमियत क्या है ये पता चल जाता है। सभी बीवियों को सलाम।

1. शादी एक खुली जेल है जिसके बंधन में आजीवन रहना होता है। 2. शादी एक ऐसी साझेदारी है जिसमें पूँजी पति लगाता है और लाभ पत्नी को होता है। 3. शादी एक ऐसी कहानी है जो झील के किनारे से शुरू होकर ज्वालामुखी के पहाड़ पर समाप्त होती है। 4. शादी एक ऐसी जोड़ी है जिसमे प्रेम होता है चूंकि प्रेम अंधा होता है इसलिये यह अंधों की जोड़ी है। 5. शादी एक ऐसा आयोजन है जिसे महिलाएं पुरूषों को लूटने के लिए आयोजित करती हैं। 6. शादी एक ऐसी किताब है जिसका पहला भाग पद्य में तथा शेष गद्य में होते हैं। 7. शादी एक ऐसा मिलन है जो अच्छे मित्रों की तरह रहने के इरादे से शुरू किया जाता है और दिन-ब-दिन ये इरादे बदलते जाते हैं। 8. शादी एक ऐसा प्रमाण है जिसके बाद ही आदमी मानता है कि कुँवारे ही भले थे। 9. शादी जीवन का एक ऐसा मोड़ है जिसमें लड़की की सब चिंतायें समाप्त हो जाती हैं और लड़के की शुरू हो जाती हैं। 10. शादी ही वह संस्कार है जिसे करने के बाद आदमी को ज्ञान होता है कि नर्क पृथ्वी पर ही है। 11. शादी एक शब्द नहीं एक वाक्य है। 12. शादी वो ज़ख्म है जिसमे चोट से पहले हल्दी लगायी जाती है।

एक आदमी की कार पार्किंग से चोरी हो गयी. दो दिन बाद देखा तो कार वापस उसी जगह पार्किंग में ही खड़ी थी। अंदर एक लिफाफा था उसमे एक माफीनामा था जिसमे लिखा था माँ की तबियत अचानक बिगड़ जाने से रातों रात बड़े अस्पताल लेकर जाना आवश्यक था लेकिन इतनी रात में और छुट्टियों के सीजन में गाडी मिली नहीं इसकी वजह से आपकी गाड़ी को उपयोग में लाया। आपको तकलीफ देने क लिये खेद है... गाडी में जितना पेट्रोल था उतना ही है। आपको गाड़ी के इस्तेमाल की एवज में कल रात की गब्बर इज बैक सिनेमा की टिकट आपके परिवार के लिए कार में रखी हैं। मुझे बड़े दिल के साथ माफ़ करिये... ये विनती है आपसे।` खत में कहानी असल लगने से और गाड़ी जैसी की तैसी वापस सही सलामत मिलने से परिवार शांत हो गया और दूसरे दिन गब्बर इज बैक देखने के लिए पहुंचे। भीड़ इतनी ज्यादा इतनी थी की वहाँ पर टिकट ब्लैक में मिलना संभव नहीं था; उन्होंने आराम से बैठकर फिल्म देखी। रात में घर पहुंचे तो घर का दरवाजा टूटा हुआ था अंदर जाकर देखा तो सब कीमती सामान गायब था। बाहर टेबल पे एक लिफाफा पडा था जिस पर लिखा था फ़िल्म पसंद आयी कि नहीं?

एक कंजूस आदमी जब मरने लगा तो उसने अपने तीनों बेटों को बुलाया और बोला मैंने हमेशा लोगों को यह कहते सुना है कि मरने के बाद आदमी के साथ कुछ भी नहीं जाता। लेकिन मैं इस धारणा को गलत साबित कर दूंगा। मेरे पास कुल तीस लाख रुपये हैं। मैं तुम तीनों को एक-एक लिफाफा दूंगा जिनमें से हरेक में दस लाख रुपये होंगे। मैं चाहता हूं कि मुझे दफनाते समय तुम लोग ये रुपये मेरी कब्र में डाल दो। जब वह आदमी मर गया तो वादे के मुताबिक तीनों बेटों ने उसकी कब्र में अपने अपने लिफाफे डाल दिए। घर लौटते समय बड़ा बेटा गमगीन स्वर में बोला भाई मुझे बड़ी आत्मग्लानि हो रही है। मुझे बैंक का कर्ज लौटाना था इसलिए मैंने लिफाफे से 2 लाख निकाल लिए थे। मंझला बेटा भी आंखों में आंसू भरकर बोला मैंने भी नया घर खरीदा है। उसके लिए कुछ पैसों की जरूरत थी सो मैंने लिफाफे में से 4 लाख निकाल लिए थे। उन दोनों की बातें सुनकर छोटा बेटा तैश में आकर बोला शर्म आनी चाहिए! आप लोग पिताजी की अंतिम इच्छा का भी पालन नहीं कर सके। मैंने तो एक पैसे की भी बेईमानी नहीं की। पूरे दस लाख का चेक लिफाफे में डालकर आया हूं।

एक कंजूस आदमी जब मरने लगा तो उसने अपने तीनों बेटों को बुलाया और बोला मैंने हमेशा लोगों को यह कहते सुना है कि मरने के बाद आदमी के साथ कुछ भी नहीं जाता। लेकिन मैं इस धारणा को गलत साबित कर दूंगा। मेरे पास कुल तीस लाख रुपये हैं। मैं तुम तीनों को एक-एक लिफाफा दूंगा जिनमें से हरेक में दस लाख रुपये होंगे। मैं चाहता हूं कि मुझे दफनाते समय तुम लोग ये रुपये मेरी कब्र में डाल दो। जब वह आदमी मर गया तो वादे के मुताबिक तीनों बेटों ने उसकी कब्र में अपने अपने लिफाफे डाल दिए। घर लौटते समय बड़ा बेटा गमगीन स्वर में बोला भाई मुझे बड़ी आत्मग्लानि हो रही है। मुझे बैंक का कर्ज लौटाना था इसलिए मैंने लिफाफे से 2 लाख निकाल लिए थे। मंझला बेटा भी आंखों में आंसू भरकर बोला मैंने भी नया घर खरीदा है। उसके लिए कुछ पैसों की जरूरत थी सो मैंने लिफाफे में से 4 लाख निकाल लिए थे। उन दोनों की बातें सुनकर छोटा बेटा तैश में आकर बोला शर्म आनी चाहिए! आप लोग पिताजी की अंतिम इच्छा का भी पालन नहीं कर सके। मैंने तो एक पैसे की भी बेईमानी नहीं की। पूरे दस लाख का चेक लिफाफे में डालकर आया हूं।