एक कॉलेज में फिलोसफी की क्लास चली थी जहाँ क्लास में इस बात पर वाद विवाद चला था कि भगवान का अस्तित्व है या नहीं? ! तो प्रोफेसर ने इस बात पर ये तर्क दिए:! क्या क्लास में कोई ऐसा है जिसने कभी भगवान को सुना है?! किसी ने कुछ नहीं कहा! क्या किसी ने कभी भगवान को छुआ है?! फिर से सभी चुप रहे क्या क्लास में कोई ऐसा है जिसने भगवान को देखा है?! तीसरी बार जब किसी ने भी कोई जवाब नहीं दिया तो प्रोफेसर ने कहा इसका सीधा मतलब है कि भगवान है ही नहीं!! क्लास में स्टुडेंट को ये बात बिलकुल अच्छी नहीं लगी और उन्होंने कुछ बोलने कि इजाजत मांगी प्रोफेसर ने इजाजत दे दी तो एक स्टुडेंट खड़ा हुआ और अपने सहपाठियों से ये प्रश्न पूछे!! क्या क्लास में कोई ऐसा है जिसने प्रोफेसर का दिमाग देखा है?! सारी क्लास चुप रही! क्या किसी ने प्रोफेसर के दिमाग छुआ है?! क्लास एकदम चुप! क्या किसी ने प्रोफेसर के दिमाग को सुना है? ! जब क्लास में किसी को बोलने का साहस नहीं हुआ तो सभी एक साथ बोल पड़े प्रोफेसर का जो तर्क भगवान के अस्तित्व के प्रति है उस हिसाब से ये बात बिलकुल सच है कि हमारे प्रोफेसर के पास दिमाग नहीं है!

लीजिये कुछ शाश्वत सत्य वचन: 1. अगर किसी लडके ने किसी लड़की से हाय/हैलो कहा है तो वो इसे केवल हाय/हैलो ही समझती है। इसके उल्ट अगर किसी लड़की ने किसी लडके को हैलो कहा तो लड़का इसको केवल हैलो नहीं समझेगा। 2. अगर लड़का हैलो को केवल हैलो समझना भी चाहेगा तो उसके दोस्त ऐसा नहीं होने देंगे आख़िर दोस्त होते ही किस दिन के लिए हैं। 3. लड़के जिनकी गर्लफ्रेंड होती है और जिनकी नहीं होती है में केवल एक फर्क होता है पहले वाले लोग लड़कियों से बात करते हैं और दूसरे वाले लड़कियों के बारे में बात करते हैं । 4. इंजीनियरिंग कालेज छोड़ दिए जाएँ तो संसार में सुन्दर लड़कियों की कोई कमी नहीं है। 5. जो इंजीनियरिंग कालेज जितना अच्छा होगा वहाँ लड़कियों की गुणवत्ता कालेज की रैंक के व्युत्क्रमानुपाती होगी। 6. आपके मित्र कभी नहीं चाहते कि आपकी कोई गर्लफ्रेंड बने वरना वो कैंटीन में किसके साथ बैठ कर मौज करेंगे। 7. कालेज में लड़कियों के पीछे पंजीकरण बिल्कुल मुफ्त होता है बन्दा साल में दो बार लड़की से बात नहीं करेगा लेकिन कैंटीन में हमेशा मेरी वाली / तेरी वाली संबोधन से ही बात होगी।

एक दिन माँ अपने बेटे के पास आई और बोली बेटा मैं तुम्हें कुछ बताना चाहती हूँ। बेटा: हाँ माँ कहो क्या बात है? माँ: बेटा मेरे जो पति हैं वो तुम्हारे पिता नहीं हैं। बेटा: यह क्या कह रही हो माँ? होश में तो हो तुम? माँ: हाँ बेटा मैं सच कह रही हूँ। 23 साल पहले मेरा तुम्हारे पिता से संबंध था लेकिन मज़बूरी के कारण हमारी शादी नहीं हो सकी। वो फ़ोन पर हैं तुमसे बात करना चाहते हैं। बेटा: नहीं माँ मैं ऐसा नहीं कर सकता। मैं आज तक जिन्हें पिता कहता आ रहा हूँ वही मेरे पिता हैं। माँ: नाराज़ मत हो बेटा सिर्फ एक बार उनसे बात तो कर लो। बेटा: ठीक है मगर मैं कुछ कह नहीं सकता कि मैं उन्हें अपना पिता मानूंगा या नहीं। सिर्फ तुम्हारे लिए मैं उनसे बात कर रहा हूँ। बेटे ने फ़ोन पकड़ा तो दूसरी तरफ से आवाज़ आई। मैं बिल गेट्स बोल रहा हूँ। मैं तुम्हारा असल पिता हूँ। बेटा: पापा पापा भगवान का लाख-लाख शुक्र है। पापा आप समझ नहीं सकते मैं कितना खुश हूँ आप से बात करके। माँ तुम कितनी अच्छी हो। मैं बहुत खुश हूँ माँ। मैं आपसे बहुत प्यार करता हूँ पापा। शिक्षा: ना बीवी ना बच्चा ना बाप बड़ा ना भइया; सब से बड़ा रूपया।

अगर आप उसे किस्स करते हैं तो आप सज्जन आदमी नहीं अगर नहीं करते तो आप आदमी ही नहीं। अगर आप उसकी तारीफ़ करो तो उसे लगता है कि आप झूठ बोल रहे हो अगर नहीं करो तो आपको कुछ नहीं आता आप किसी काम के नहीं। अगर आप उसकी सारी बातें मानते है तो आप डरपोक अगर नहीं मानते तो तालमेल ही नहीं बिठा पाते। अगर आप उससे रोज मिलते हो तो आप बोर करते है अगर आप नहीं मिलते तो आप पर आरोप लगाया जाता है कि आप डबल क्रॉस कर रहे है। अगर आप अच्छे कपड़े पहनते हो तो आप प्लेबॉय है अगर नहीं पहनते तो आप आलसी और सुस्त। अगर आप एक भी मिनट लेट हो जाओ तो वो शिकायत करती है कि इन्तजार करना कितना मुश्किल होता है अगर वो लेट हो जाए तो कहती है ये लड़कियों का तरीका है। अगर आप उसे कभी कभी किस्स करते हैं तो आप रूखें हैं अगर आप रोज किस्स करने कि कोशिश करते हैं तो आप गलत फायदा उठा रहे हो। अगर आप बोलते हैं तो वो चाहती है कि आप सुने अगर आप सुन रहे हो तो वो चाहती है कि आप बोले। संक्षेप में: दिखने में जितनी सीधी सादी उतनी ही जटिल जितनी कमजोर उससे कहीं ज्यादा शक्तिशाली। जितनी पेचीदा उतनी ही मनभावन ये नारी सच में अद्भुत है।

नए-नए रईस हुए एक साहब को लोगों के ऊपर अपनी अमीरी का रौब झाड़ने का शौक चढ़ गया। इसी के चलते एक रोज उनके घर मेहमान आने वाले थे तो उन्होंने अपने नौकर को बुलाया और समझाने लगे मेहमानों के सामने मैं किसी भी चीज़ को तलब करूँ तो उसकी 2-3 किस्मों के नाम लेना ताकि उन पर रौब पड़ सके समझ गए। नौकर: जी हुज़ूर बिल्कुल समझ गया। अगले रोज मेहमान आ गए। साहब ने नौकर से कहा ठाकुर साहब के लिए शरबत लाओ। नौकर: हुज़ूर कौन सा शरबत लेंगे खस का केवड़े का या बादाम का? नौकर की समझदारी पर साहब मन ही मन खुश होते हुए बोले केवड़े का ले आओ। फिर थोड़ी देर बाद- साहब: ठाकुर साहब के लिए खाना लगवाओ। नौकर: हुज़ूर कौन सा खाना खायेंगे इंडियन कांटिनेंटल या चाइनीज? खाने के बाद- साहब: पान ले आओ। नौकर: कौन सा पान हुज़ूर लखनवी मुरादाबादी या बनारसी? फिर थोड़ी देर बाद शहर घूमने का प्रोग्राम बन गया। साहब: हमारी गाड़ी निकलवाओ। नौकर: कौन सी गाड़ी हुज़ूर सफारी ऑडी मर्सिडीज़ या बेंटली? साहब: ऑडी निकलवाओ और सुनो हमारे पिताजी से कह देना कि हम ज़रा देर से आयेंगे। नौकर: कौन से पिताजी से कहूँ हुज़ूर आगरा वाले दिल्ली वाले या चंडीगढ़ वाले?

एक आदमी की कार पार्किंग से चोरी हो गयी दो दिन बाद देखा तो कार वापस उसी जगह पार्किंग में ही खड़ी थी
अंदर एक लिफाफा था उसमे एक माफीनामा था माँ की तबियत अचानक बिगड़ जाने से रातों रात बड़े अस्पताल लेकर जाना आवश्यक था लेकिन इतनी रात में और छुट्टियों के सीजन में गाडी मिली नहीं इसकी वजह से आपकी गाड़ी को उपयोग में लाया
आपको तकलीफ देने क लिये खेद है गाडी में जितना पेट्रोल था उतना ही है
आपको गाड़ी के इस्तेमाल की एवज में कल रात की गब्बर इज बैक सिनेमा की टिकेट्स आपके परिवार के लिए कार में रखी हैं मुझे बड़े दिल के साथ माफ़ करिये
ये विनती है आपसे चिट्ठी में स्टोरी ओरिजिनल लगने से और गाड़ी जैसी की तैसी वापस सही सलामत मिलने से परिवार शांत ही गया
और दूसरे दिन गब्बर इज बैक देखने के लिए पहुंचे भीड़ इतनी ज्यादा इतनी थी की वहाँ पर टिकेट्स ब्लैक में मिलना संभव नहीं था उन्होंने आराम से बैठकर फिल्म देखी
रात में घर पहुंचे घर का दरवाजा टूटा हुआ था अंदर जाकर देखा तो सब कीमती सामान गायब था
बाहर टेबल में एक लिफाफा पडा था लिखा था
फ़िल्म पसंद आयी कि नहीं बाय द वे गब्बर इज बैक

हे एडमिन! तु व्यर्थ ही चिंता करता है तू क्या ले कर आया था इस ग्रुप में? तु क्या ले कर जायेगा? तेरा क्या था इस ग्रुप में? तुमने जो लिया इन ग्रुप के सदस्यों से लिया जो दिया इस ग्रुप के सदस्यों को दिया तेरा तो इस ग्रुप में कुछ है ही नहीं यहाँ जो पोस्ट होती हैं यहाँ जो संदेश आते हैं तेरा उन पर कोई अधिकार नहीं तू व्यर्थ ही उन पोस्ट पर हा-हा ही-ही करता है तू व्यर्थ ही एडमिन बना बैठा है जिस प्रकार नेट ना हो तो फेसबुक और व्हाट्सएप्प का कोई महत्त्व नहीं उसी प्रकार ग्रुप के सदस्यों के बिना तेरे ग्रुप का कोई महत्त्व नहीं ग्रुप के सदस्यों के कारण ही तू ग्रुप का एडमिन बना हुआ है ग्रुप में सदस्य ना रहे तो तू क्या करेगा? किसके पोस्ट को हटा कर के खुद को उच्च समझेगा? तू ग्रुप का महज एक एडमिन है तू खुद कोई ग्रुप नहीं है ये जो सदस्य आज तेरे ग्रुप के हैं ये कल किसी और ग्रुप के थे कल फिर किसी और ग्रुप के होंगे। इसीलिए हे एडमिन तू उन्हें हटाने की धमकी देना छोड़ दे। उन को पोस्ट करने दे। तू पोस्ट के बाद रिएक्शन की चिंता मत कर फिर देख इन ग्रुप के सदस्यों का तू और ये सदस्य भी तेरे हो जायेंगे!

एक आदमी और एक औरत दोनों की कारों का आपस में ज़बरदस्त एक्सीडेंट हो जाता है। किस्मत से दोनों अपनी कारों से सही सलामत बाहर निकलते हैं। महिला कारों की तरफ हैरत से देखकर आदमी से बोलती है देखो हमारी कारों की क्या हालत हो गई है और हम दोनों को कुछ नहीं हुआ। लगता है ऊपर वाला हमें संकेत दे रहा है कि हम दोनों को दोस्त बन जाना चाहिए और एक दूसरे को दोष देने में नहीं उलझना चाहिए। आदमी कहता है हाँ मैं बिलकुल सहमत हूँ। महिला अपनी कार से सड़क पर लुढक कर आई एक बोतल की तरफ इशारा करके बोली देखो ये मेरी स्कॉच की बोतल भी टूटने से बच गई। ये भी उपरवाले का ही संकेत हो सकता है कि हमें इसे खोलकर इसी वक्त सेलिब्रेट करना चाहिए। यह कहकर उसने अपनी गाड़ी की पिछली सीट से गिलास निकालकर उस आदमी को थमा दिया जो रज़ामंदी में मुंडी हिलाता हुआ अपने आप को आराम देने के लिए झटपट दोनों बोतल खाली कर गया। उसकी दूसरी बोतल खाली हुई ही थी कि महिला ने एक और बोतल खोल कर झट से उसके हाथ में रख दी। आदमी ने पूछा क्या हुआ तुमने तो एक घूँट भी नहीं लिया। किसका इंतज़ार कर रही हो? महिला ने जवाब दिया नहीं मैं बस पुलिस का इंतज़ार कर रही हूँ।

दो बूढ़े आदमी काफी सालों से अच्छे दोस्त थे दोनों की उम्र अब लगभग 90 वर्ष के आसपास होगी! एक दिन उनमें से एक दोस्त बहुत बीमार हो गया उसका दूसरा दोस्त उसे रोज मिलने के लिए आता था और रोज वे अपने दोस्ती के किस्से दोहराते थे! उन्हें लगभग अब यकीन हो चला था कि जो बीमार था वह चंद दिनों का ही मेहमान है! एक दिन उसके बूढ़े दोस्त ने बिस्तर पर पड़े अपने दोस्त से कहा देखो जब तुम मर जाओगे मेरे लिए एक काम जरुर करना! बिस्तर पर पड़े दोस्त ने पूछा कौन सा काम? तुम मरने के बाद स्वर्ग में क्रिकेट खेलतें है या नहीं खेलते इसके बारे में मुझे जरुर बताओगे! दोनों ही क्रिकेट के बहुत दिवाने थे क्यों नही! जरुर बिस्तर पर पड़े दोस्त ने कहा! और एक दो दिन में ही बीमार पड़ा दोस्त भगवान को प्यारा हो गया! कुछ दिन बाद जो जिंदा बूढ़ा दोस्त था उसे नींद में अपने मरे हुए दोस्त की आवाज सुनाई दी! तुम्हारे लिए मेरे पास दो खबरें है...एक बुरी और एक अच्छी ... अच्छी खबर यह है कि स्वर्ग में क्रिकेट खेलतें है! और उसने सपने में ही बड़बड़ाते हुए पूछ लिया और बुरी खबर? दूसरे दोस्त ने कहा बुरी खबर यह है कि तुम्हें आने वाले बृहस्पतिवार के मैच में बोलिंग करनी है!

एक लड़की अपने होने वाले मंगेतर को अपने मम्मी पापा से मिलाने के लिए घर लेकर आयी खाना खाने के बाद लड़की की माँ ने अपने पति से कहा कुछ लड़के के बारे में पता करो। लड़की के पिता ने लड़के को अकेले में बुलाया और उससे बातचीत करने लगे। लड़की के पिता ने पूछा तो तुम्हारा प्लान क्या है? लड़का: मैं रिसर्च स्कॉलर हूँ!! रिसर्च स्कॉलर बहुत अच्छे तो तुम मेरी बेटी को एक सुन्दर सा घर कैसे दे पाओगे जिसकी उसे आदत है? लड़की के पिता ने पूछा। लड़का: मैं पढ़ाई करूँगा और भगवान हमारी मदद करेंगे। लड़की का पिता: और तुम किस तरह उसके लिए सगाई कि अंगूठी खरीदोगे जिसके योग्य वो है? मैं और ज्यादा ध्यान से पढ़ाई करूँगा बाकि भगवान हमारी मदद करेंगे लड़के ने कहा। और बच्चे उन्हें कैसे पालोगे? लड़की के पिता ने कहा। लड़का:चिंता मत कीजिये सर भगवान कोई न कोई रास्ता निकाल ही लेगा। और हर बार जितनी बार लड़की के पिता ने कुछ भी पूछा तो लड़के ने कहा कि कोई न कोई रास्ता भगवान निकाल ही लेगा। बाद में लड़की की माँ ने लड़की के पिता से कहा ये सब कैसे होगा जी? लड़की के पिता ने कहा पता नहीं उसके पास न कोई नौकरी है न कोई प्लान पर अच्छी खबर ये है कि वो मुझे भगवान समझ रहा है।

1. दोस्तों में आपकी इज़्ज़त बढ़ जाती है। यह जीवन का एक कड़वा सच है दोस्तो। आज कल उसी लड़के की हर कोई इज़्ज़त करता है जिसकी गर्लफ्रेंड होती है। बिना गर्लफ्रेंड वालों को कोई नहीं पूछता। 2. आप अपने दिल का दर्द उस से बाँट सकते हैं। अपने दिल का दर्द बाँटने के लिए आपके पास एक सच्चा साथी होता है। (किन्तु सच्चाई तो यह है कि जिसके पास गर्लफ्रेंड होती है उसका ही दिमाग हमेशा खराब रहता है।) 3. आपकी हर बात मानने वाला कोई आपके पास होता है। गर्लफ्रेंड बनाने से आपके पास ऐसा इंसान आ जाता है जो आपकी हर एक बात मानता है। (किन्तु सबसे बड़ा सच तो यह है कि होता इसके बिल्कुल उल्ट है और हमेशा लड़के ही दबते हैं।) 4. आपके बिगड़ने का खतरा नहीं रहता। लड़कों के घर वालों को हमेशा यही चिंता रहती है कि उनका लड़का कहीं बिगड़ न जाये। असल में जब एक बार किसी लड़के की गर्लफ्रेंड बन जाये तो बिगड़ने के लिए और कुछ नहीं रहता। 5. फेसबुक पर आपके पोस्ट धनाधन पसंद किये जाते हैं। जी हाँ यदि आपके पास गर्लफ्रेंड हो तो आप कुछ भी पोस्ट करें सबसे पहले आपकी गर्लफ्रेंड उसे पसंद करेगी और टिप्पणी करेगी और लड़की को देख कर हर कोई आपकी पोस्ट को पसंद करने आएगा उस पर टिप्पणी करेगा।

1. दोस्तों में आपकी इज़्ज़त बढ़ जाती है। यह जीवन का एक कड़वा सच है दोस्तो। आज कल उसी लड़के की हर कोई इज़्ज़त करता है जिसकी गर्लफ्रेंड होती है। बिना गर्लफ्रेंड वालों को कोई नहीं पूछता। 2. आप अपने दिल का दर्द उस से बाँट सकते हैं। अपने दिल का दर्द बाँटने के लिए आपके पास एक सच्चा साथी होता है। (किन्तु सच्चाई तो यह है कि जिसके पास गर्लफ्रेंड होती है उसका ही दिमाग हमेशा खराब रहता है।) 3. आपकी हर बात मानने वाला कोई आपके पास होता है। गर्लफ्रेंड बनाने से आपके पास ऐसा इंसान आ जाता है जो आपकी हर एक बात मानता है। (किन्तु सबसे बड़ा सच तो यह है कि होता इसके बिल्कुल उल्ट है और हमेशा लड़के ही दबते हैं।) 4. आपके बिगड़ने का खतरा नहीं रहता। लड़कों के घर वालों को हमेशा यही चिंता रहती है कि उनका लड़का कहीं बिगड़ न जाये। असल में जब एक बार किसी लड़के की गर्लफ्रेंड बन जाये तो बिगड़ने के लिए और कुछ नहीं रहता। 5. फेसबुक पर आपके पोस्ट धनाधन पसंद किये जाते हैं। जी हाँ यदि आपके पास गर्लफ्रेंड हो तो आप कुछ भी पोस्ट करें सबसे पहले आपकी गर्लफ्रेंड उसे पसंद करेगी और टिप्पणी करेगी और लड़की को देख कर हर कोई आपकी पोस्ट को पसंद करने आएगा उस पर टिप्पणी करेगा।

एक छात्र लोजिस्टिक एंड ऑर्गेनाइजेशन के पेपर में फेल हो गया वह इस बारे में पूछने अपने प्रोफेसर के पास गया और उनसे पूछा!! छात्र: सर क्या आप इस विषय के बारे में कुछ जानते है?! प्रोफेसर : हाँ मैं जानता हूँ! अन्यथा मैं लेक्चरर नहीं होता!! छात्र: बहुत बढ़िया सर फिर मैं आपसे एक प्रश्न पूछता हूँ अगर आपने सही जवाब दिया तो फिर मैं मान जाऊंगा की मेरे इतने ही नंबर ठीक है यदि आप जवाब नहीं दे पाए तो मैं चाहता हूँ की आप मुझे इस पेपर के लिए ए ग्रेड दें!! प्रोफेसर ने कहा ठीक है तुम अपना प्रश्न बताओ!! छात्र वैध क्या है? पर न्यायसंगत नहीं? न्यायसंगत है? पर वैध नहीं? न न्यायसंगत और न वैध क्या है?! लम्बे सोच विचार के बाद भी प्रोफेसर जवाब नहीं दे पाया फिर वह उस छात्र के नम्बर ए ग्रेड में बदलने के लिए तैयार हो गया!! इसके बाद प्रोफेसर ने अपने सबसे अच्छे स्टुडेंट को बुलाया और उससे ये प्रश्न पूछा? ! उसने शीघ्रता से जवाब दिया सर आप 63 साल के हैं और आपने 35 साल की औरत से शादी की है जो वैध है पर न्यायसंगत नहीं है आपकी बीवी का लवर 25 साल का है जो न्यायसंगत है पर वैध नहीं अब ये सच है की आपने अपनी बीवी के प्रेमी को ए ग्रेड दिया जबकि वो फेलथा ये न तो न्यायसंगत है और न ही वैध!

सुरेश प्रभु की ब्रांड्स के नाम पर ट्रेन दौड़ाने की घोषणा के साथ सेलिब्रिटीज के नाम ट्रेनों का सोशल मीडिया पर ट्रेंड चल गया। मोदी एक्सप्रेस : सुरेश प्रभु ने रेल बजट में एक मोदी एक्सप्रेस नाम की ट्रेन चलाने की घोषणा की है। ट्रेन चलेगी नहीं सिर्फ तेज हॉर्न बजाएगी। बप्पी लाहिरी एक्सप्रेस : आपने चेन खींची तो आपको इसके पीछे एक और चेन नजर आएगी। एकता कपूर एक्सप्रेस : एक प्लेटफार्म पर तीन बार आएगी। आमिर खान एक्सप्रेस : साल में एक बार दौड़ेगी और यात्रियों का चुनाव भी खुद ही करेगी। सलमान खान एक्सप्रेस : फुटपाथ पर भी चल सकती है। मनमोहन ट्रेन : एकमात्र साइलेंट ट्रेन। रजनीकांत एक्सप्रेस : ट्रेन खड़ी रहेगी स्टेशन आते-जाते रहेंगे। धोनी एक्सप्रेस : 95 प्रतिशत सफर में 10 किमी प्रति घंटे की रफ्तार शेष 5 फीसद सफर में 400 किमी प्रतिघंटा की गति। राहुल गांधी एक्सप्रेस : बार-बार पटरी से उतरेगी। कांग्रेस एक्सप्रेस : हर बोगी में एक अनुभवी ड्राइवर है लेकिन इंजन का ड्राइवर छुट्टी पर है। केजरीवाल एक्सप्रेस : आपको चादर के बदले मफलर मिलेंगे। अमित शाह ट्रेन : दिल्ली को छोड़कर पूरे देश को कवर करेगी। अन्ना हजारे ट्रेन : पैंट्री कार नहीं रहेगी।

एक बार एक आदमी अपने घर के पीछे पेड़ लगाने कि लिए गढ्ढा खोद रहा था कोई 2 फुट खोदने के बाद उसे एक चिराग मिला। उसने उसे बाहर निकाला और उसे साफ़ करने लगा अचानक ही उससे एक जिन्न प्रकट हो गया और कहने लगा मैं तुम्हारी तीन इच्छाएँ पूरी कर सकता हूँ। उस आदमी ने सोचा कि ये तो बहुत अच्छा है। जिन्न ने कहा तुम मुझे पहले ये बताओ कि तुम सबसे ज्यादा नफरत किससे करते हो? उस आदमी ने कहा कि मैं अपने पडोसी से सबसे ज्यादा नफरत करता हूँ। जिन्न ने कहा देखो तुम्हारी जो भी तीन इच्छाएँ होगी या जो भी तुम मांगोगे तुम्हारे पडोसी को उसका दुगना मिलेगा। उस आदमी ने जल्दबाजी में जिन्न से कहा कि उसे 1 करोड़ रूपए दे दो। जिन्न ने कहा ठीक है पर तुम्हारे पडोसी को दो करोड़ मिलेंगे। उस आदमी ने अपनी दूसरी इच्छा भी जल्द ही मांग ली उसने जिन्न से कहा कि उसे एक बहुत बड़ा बंगला नौकरों के साथ चाहिए। जिन्न ने कहा मिल जायेगा पर पडोसी को दो बंगले मिलेंगे वो भी दुगने नौकरों के साथ। अब उस आदमी की आखिरी इच्छा बची थी उसने सोचा कि मैं जो भी मांग रहा हूँ पडोसी को उसका दुगना मिल रहा है तो बड़े सोच विचार के बाद उसने जिन्न से कहा कि मेरी आखिरी इच्छा ये है कि आप मुझे मार मार कर अधमरा कर दो।