तीन भवन निर्माण कार्य करने वाले ठेकेदारों की मौत के बाद वे तीनों स्वर्ग के दरवाजे पर मिले पहला पाकिस्तान का था दूसरा चीन का और तीसरा भारत का! जैसे ही वे स्वर्ग के अंदर जाने लगे दूत ने उन्हें रोका और कहा अन्दर जाने से पहले आप तीनों को मैं बता दूँ कि अन्दर जाने वाले इस गेट की मरम्मत करनी है तो आप तीनों ही मुझे थोड़ा सा अनुमान लगाकर बताएं कि इस पर कितना खर्चा आ सकता है! सबसे पहले पाकिस्तानी ठेकेदार ने गेट को देखा और सोच कर बोला मेरे ख्याल से इसमें जितनी मरम्मत होनी है उस हिसाब से तो पूरा खर्चा 9000 रूपए आना चाहिए! दूत ने उसे पूछा कि ये किस तरह से इतना अनुमान लगाया आपने ठेकेदार ने कहा 3000 रूपए का मैटीरीअल 3000 रूपए मजदूर के और 3000 का मुनाफा दूत ने चीन के ठेकेदार को कहा कि तुम अपना अनुमान लगाओ! थोड़ी देर उसने भी गेट को देखा और बोला 33000 रूपए दूत ने कहा ये किस तरह हुआ! चीन का ठेकेदार बोला 11000 का मैटीरीअल 11000 मजदूरों के और 11000 का मुनाफा! जब दूत ने भारत के ठेकेदार को पूछा तो उसने बिना किसी निरीक्षण के झट से कह दिया 29000 रूपए! दूत ने पूछा किस हिसाब से आपने ये अनुमान लगाया! ठेकेदार बोला 10000 आपके 10000 मेरे और............. 9000 रूपए पाकिस्तानी ठेकेदार को दे देते है वह 9000 में बहुत अच्छा काम कर लेगा!

एक आदमी की उम्र 35 वर्ष हो चुकी थी पर अभी तक उसकी शादी नही हुई थी उसके दोस्त उसे अक्सर शादी के करने के लिए कहते रहते पर वह हर बार यही कहता कर लेंगे कर लेंगे। एक दिन उसके दोस्त ने उसे गंभीरता से पूछ ही लिया अरे यार क्या बात है क्या तुम एक अच्छी लड़की की तलाश में हो या सारी जिन्दगी ऐसे ही रहना है? क्या अभी तक तुमने अपनी पसंद की कोई लड़की नही देखी? आदमी: नही मैं कई अच्छी लड़कियों से मिला मैंने उन्हें अपने घर वालों से भी मिलवाया पर मेरी माँ को वो बिल्कुल भी पसंद नही आयी तभी आज तक मैं बस लड़कियां ही ढूंढ रहा हूँ। उसके दोस्त ने कहा तुम एक काम क्यों नही करते कि अपनी माँ की पसंद की कोई लड़की ढूंढ लो? फिर दोनों दोस्त कई दिनों के बाद मिले उसके दोस्त ने पूछा क्या तुम्हें कोई लड़की मिली जिसे तुम्हारी माँ ने भी पसंद किया? आदमी: हाँ यार मैंने एक लड़की को पसंद किया जो मेरी माँ को भी पसंद है वो बिल्कुल मेरी माँ जैसी है मेरी माँ उसे बहुत प्यार करती है और उन दोनों की आपस में खूब पटती है। दोस्त: तो फिर तो तुमने अभी तक इस लड़की से सगाई कर ली होगी। आदमी: अरे नही यार कहाँ कर ली सगाई। दोस्त: क्यों क्या हुआ? आदमी: वो लड़की मेरे बाप को पसंद नहीं है। क्योंकि वो मेरी माँ जैसी है।

स्कूल में टीचर ने चौथी क्लास के बच्चों को होमवर्क दिया। कोई स्टोरी सोच के आना और फिर क्लास को बताना कि उससे हमें क्या सबक मिलता है? अगले दिन एक बच्चे ने क्लास में स्टोरी सुनाई: मेरा बापू कारगिल की जंग में लड़ा। उस के हेलीकॉप्टर को दुश्मनों ने मार गिराया। वो दारू की एक बोतल के साथ पहले ही हेलिकॉप्टर से कूद गया लेकिन बार्डर के पार दुश्मनों के इलाके में जा गिरा। जहां कि उस को घेरने के लिए दुश्मनों की फौज दौड पड़ी। बापू ने गटागट दारू की बोतल पीकर खाली की और अपनी बंदूक संभाल ली। दुश्मन के सौ फौजियों ने आ कर उसे घेर लिया तो उसने तड़ातड़ गोलियां चला कर दुश्मन के सत्तर फौजी मार ड़ाले। फिर उसकी गोलियां खत्म हो गयीं तो उसने बंदूक पर लगी किर्च से दुश्मन के बीस फौजी मार गिराये। तब उसने बंदूक फेंक दी और निहत्थे ही बाकी के दस और दुश्मन फौजी मार गिराये और फिर टहलता हुआ बार्डर पार कर के अपने इलाके में आ गया। टीचर भौंचक्का सा उसका मुँह देखने लगा फिर वैसा ही भौंचक्का सा बोला कहानी बढिया है लेकिन इस से हमें सबक तो कोई नहीं मिलता। मिलता है न। बच्चा शान से बोला। क्या सबक मिलता है? टीचर ने पूछा। यही कि बापू टुन्न हो तो उस से पंगा नहीं लेने का।

एक बार एक आदमी के घोड़े को कब्ज़ हो गयी है तो वह जानवरों के डॉक्टर के पास गया और बोला डॉक्टर साहब मेरे घोड़े को बहुत ही बुरी तरह से कब्ज़ हो गयी है जिस वजह से वह ठीक तरह से शौच भी नहीं जा पा रहा है। आदमी की बात सुन कर डॉक्टर ने उसे एक गोली दी और बोला यह लो यह पेट साफ़ करने की गोली है तुम इसे पशुओं को दवाई देने वाली नली में रख कर इसका एक सिरा घोड़े के मुंह में डाल देना और दूसरी तरफ से फूंक मार देना ताकि गोली घोड़े के पेट में चली जाए और कुछ देर बाद ही तुम देखोगे की घोड़े के शौच एकदम सामान्य हो जायेंगे और उसका पेट भी बिल्कुल साफ़ हो जाएगा। डॉक्टर की बात सुन आदमी दवा लेकर घर चला गया। कुछ देर बाद जब डॉक्टर अपने चिकित्सालय में बैठा था तो आदमी बदहवास सा अपना पेट पकडे डॉक्टर के पास आया।जिसे देख कर डॉक्टर बोला अरे भाई क्या हुआ तुम्हारी तो हालत बड़ी ही खराब लग रही है? आदमी: अरे डॉक्टर साहब क्या बताऊँ ये सब घोड़े को दवाई देने के चक्कर में हो गया। आदमी की बात सुन डॉक्टर हैरान हो गया और पूछा वो कैसे? आदमी: अरे डॉक्टर साहब आपने घोड़े को दवाई देने का जो तरीका बताया था मैंने बिल्कुल वैसा ही किया बस किस्मत ही खराब थी कि मुझ से पहले घोड़े ने फूँक मार दी।

तीन भवन निर्माण कार्य करने वाले ठेकेदारों की मौत के बाद वे तीनों स्वर्ग के दरवाजे पर मिले पहला पाकिस्तान का था दूसरा चीन का और तीसरा भारत का। जैसे ही वे स्वर्ग के अंदर जाने लगे दूत ने उन्हें रोका और कहा अन्दर जाने से पहले आप तीनों को मैं बता दूँ कि अन्दर जाने वाले इस गेट की मरम्मत करनी है तो आप तीनों ही मुझे थोड़ा सा अनुमान लगाकर बताएं कि इस पर कितना खर्चा आ सकता है। सबसे पहले पाकिस्तानी ठेकेदार ने गेट को देखा और सोच कर बोला मेरे ख्याल से इसमें जितनी मरम्मत होनी है उस हिसाब से तो पूरा खर्चा 9000 रूपए आना चाहिए। दूत ने उसे पूछा कि ये किस तरह से इतना अनुमान लगाया आपने ठेकेदार ने कहा 3000 रूपए का मैटीरीअल 3000 रूपए मजदूर के और 3000 का मुनाफा। दूत ने चीन के ठेकेदार को कहा कि तुम अपना अनुमान लगाओ। थोड़ी देर उसने भी गेट को देखा और बोला 33000 रूपए दूत ने कहा ये किस तरह हुआ। चीन का ठेकेदार बोला 11000 का मैटीरीअल 11000 मजदूरों के और 11000 का मुनाफा। जब दूत ने भारत के ठेकेदार को पूछा तो उसने बिना किसी निरीक्षण के झट से कह दिया 29000 रूपए। दूत ने पूछा किस हिसाब से आपने ये अनुमान लगाया। ठेकेदार बोला 10000 आपके 10000 मेरे और..... 9000 रूपए पाकिस्तानी ठेकेदार को दे देते है वह 9000 में बहुत अच्छा काम कर लेगा।

कॉलेज की छात्राओं का एक दल छुट्टियां मनाने समंदर किनारे एक छोटे से शहर में गया एक पांच मंजिला होटल पर एक बोर्ड लगा था केवल महिलाओं के लिये उत्सुकतावश समूचे दल ने उसी होटल में ठहरने का निश्चय कर लिया होटल के मैनेजर ने उनका स्वागत करते हुये बताया हमारे होटल में पांच मंजिलें हैं हरेक मंजिल की विशेषता वहां लिखी हुई है आप घूमकर देख लीजिये और जहां भी मर्जी आये ठहरिये! पहली मंजिल पर लिखा हुआ था इस मंजिल पर रहने वाले पुरुष नाटे कद के हैं! लड़कियां हंसकर अगली मंजिल पर बढ़ गईं वहां लिखा हुआ था इस मंजिल पर रहने वाले पुरुष नाटे पर खूबसूरत हैं! यह मंजिल भी किसी को नहीं जमी वे तीसरी मंजिल की तरफ बढ़ गई! वहां दीवार पर कुछ इस तरह की विशेषता लिखी थी इस मंजिल पर रहने वाले पुरुष लंबे हैं! लड़कियां इससे भी कुछ बेहतर चाहती थीं इसलिये चौथी मंजिल की तरफ बढ़ गईं! चौथी मंजिल पर लिखा हुआ था इस मंजिल पर रहने वाले पुरुष लंबे और खूबसूरत हैं! यह मंजिल ठहरने की दृष्टि से पूरे दल को उपयुक्त लगी परन्तु पांचवीं मंजिल पर क्या है यह जानने के लिये वे आगे बढ़ गईं! वहां भी एक इबारत लिखी हुई थी जो इस तरह थी इस मंजिल पर कोई नहीं रहता है यह मंजिल केवल यह सिध्द करने के लिये बनाई गई है कि महिला को किसी भी प्रकार से सन्तुष्ट नहीं किया जा सकता!

पान की दुकान पर खडे एक 30 वर्षीय युवक से बातचीत के कुछ अंश... मैने पूछा कुछ कमाते धमाते क्यो नहीं? वह बोला क्यो? मै बोला शादी कर लो? वह बोला हो गई। मैंने पूछा कैसे? वह बोला मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में। मैं बोला फिर बाल बच्चों के लिए कमाओ। वह बोला जननी सुरक्षा से डिलवरी मुफ्त और साथ मे 1400/- रू का चेक। मैं बोला बच्चों कि पढ़ाई लिखाई के लिए कमा लो। वह बोला उनके लिए पढ़ाई और भोजन मुफ्त। मैं बोला यार घर कैसे चलाते हो? वह बोला 1रू किलो गेंहू और चावल से। मैं झुंझला कर बोला यार माँ-बाप को तीर्थ यात्रा पे ले जाने के लिए तो कमा। वह बोला दो धाम करवा दिए हैं मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा से। मुझे गुस्सा आया और मैं बोला माँ-बाप के मरने के बाद जलाने के लिए कमा। वह बोला 1 रू में विद्युत शवदाह गृह है। मैंने कहा अपने बच्चों की शादी के लिए कमा। वह मुस्कुराया और बोला फिर वहीं आ गए... वैसे ही होगी जैसे मेरी हुई थी। मैं बोला यार एक बात बता ये इतने अच्छे कपडे तू कैसे पहनता है? वह बोला राज की बात है... फिर भी बता देता हूँ सरकारी जमीन पर कब्जा करो आवास योजना मे लोन लो और फिर मकान बेच कर फिर जमीन कब्जा कर पट्टा ले लो । मुझे तो कुछ समझ नहीं आया। अब आप ही बताइये... यह किस प्रदेश का निवासी है? अगर नही पता चले तो एक बार ज़रूर आना . . . . . . . . हमारे मध्य प्रदेश!

एक पागलखाने में दो पागल थे। एक दिन जब वे दोनों पागलों के लिये बनाये गये नहाने के तालाब के किनारे टहल रहे थे तभी अचानक एक का पैर फिसल गया और वह पानी में जा गिरा। उसे तैरना नहीं आता था लिहाजा वह डूबने लगा। अपने दोस्त को डूबते देख दूसरे ने फौरन पानी में छलांग लगायी और बड़ी मेहनत करके उसे जिन्दा बाहर निकाल लाया। जब यह खबर पागलखाने के अधिकारीयों को लगी तो वह आश्चर्य में पड़ गए। उन्होंने सोचा कि अब ये बिलकुल ठीक हो गया है। जिसने भी ये कारनामा सुना उसने यही राय दी कि अब वह ठीक हो गया है। अब वह पागल नहीं है। अधिकारीयों ने उसे पागलखाने से रिहा करने का निश्चय कर लिया। अगले दिन अधिकारी ने उसको अपने कैबिन में बुलाया और कहा तुम्हारे लिए दो खबरें हैं; एक बुरी और एक अच्छी। अच्छी खबर यह कि तुम्हें पागलखाने से छुट्टी दी जा रही है क्योंकि अब तुम्हारी दिमागी हालत बिल्कुल ठीक है। तुमने अपने दोस्त की जान बचाने का जो कारनामा किया है उससे यही साबित होता है और बुरी खबर यह है कि तुम्हारे दोस्त ने ठीक तुम्हारे उसकी जान बचाने के बाद बाथरूम में जाकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वह मर चुका है। पागल ने जवाब दिया उसने खुद अपने आपको नहीं लटकाया। वह तो मैंने ही उसे सूखने के लिये वहां लटकाया था। तालाब में गीला हो गया था न।

आप इसमें से कौन से वर्ग में आते है? 1. Whatsapp मुर्गा! रोज सुबह गुड मॉर्निंग के मैसेज देना और लोगो को गुड मॉर्निंग बोल कर जगाना इनका प्रिय काम है। 2. Whatsapp बाबा! ये सिर्फ भगवान के ही मैसेज भेजते हैं और प्रवचन करते फिरते हैं। 3. Whatsapp चोर! ये लोग दूसरों का मैसेज बस आगे भेजते हैं। 4. Whatsapp देवदास! ये लोग हमेशा दर्द भरे और निराशाजनक मैसेज और शायरी भेजते हैं और अपना दुःख दुनिया को दिखाके लोगों को भी दुखी करते हैं। 5. Whatsapp न्यूज रिपोर्टर! दुनिया में क्या चल रहा है ऐसी न्यूज ये लोगो को भेजते हैं। 6. Whatsapp विदुषक! ये लोग उनकी जिंदगी में कितने भी दुखी हों लेकिन सबको जवाब भेजते हैं और मैसेज में हंसते रहते हैं। 7. Whatsapp मौनी बाबा! ये लोग चुपचाप मैसेज पढते हैं और कभी जवाब नहीं देते। 8. Whatsapp विचारक! ये लोग अच्छे विचार अपने मैसेज के जरिये लोगों तक पहुंचाने का प्रयत्न करते हैं। 9. Whatsapp कवि और कवियित्री ! इनको कविता छोडके कुछ भी नहीं जमता ये कविता भेज के लोगो को बोर करते रहते हैं। 10. Whatsapp चैटर! इनको चैट के बिना कुछ नहीं आता और कुछ जमता भी नहीं। यह हमेशा आपको ONLINE मिलते हैं। 11. Whatsapp बन्दर! ये लोग जवाब में कुछ भी नहीं बोलते है सिर्फ हा हा - ही ही करते रहते हैं। 12 . Whatsap कलेक्टर! ये लोग सिर्फ जाईन करते हैं पर कभी मैसेज नहीं करते सिर्फ ग्रुप जाईन कर घूमते हैं। जल्दी फॉरवर्ड करो। मार्किट में नया है।

एक रात चार कॉलेज विद्यार्थी देर तक मस्ती करते रहे और जब होश आया तो अगली सुबह होने वाली परीक्षा का भूत उनके सामने आकर खड़ा हो गया। परीक्षा से बचने के लिए उन्होंने एक योजना बनाई। मैकेनिकों जैसे गंदे और फटे पुराने कपड़े पहनकर वे प्रिंसिपल के सामने जा खड़े हुए और उन्हें अपनी दुर्दशा की जानकारी दी। उन्होंने प्रिंसिपल को बताया कि कल रात वे चारों एक दोस्त की शादी में गए हुए थे। लौटते में गाड़ी का टायर पंक्चर हो गया। किसी तरह धक्का लगा-लगाकर गाड़ी को यहां तक लाए हैं। इतनी थकान है कि बैठना भी संभव नहीं दिखता पेपर हल करना तो दूर की बात है। यदि आप हम चारों की परीक्षा आज के बजाय किसी और दिन ले लें तो बड़ी मेहरबानी होगी। प्रिंसिपल साहब बड़ी आसानी से मान गए। उन्होंने तीन दिन बाद का समय दिया। विद्यार्थियों ने प्रिंसिपल साहब को धन्यवाद दिया और जाकर परीक्षा की तैयारी में लग गए। तीन दिन बाद जब वे परीक्षा देने पहुंचे तो प्रिंसिपल ने बताया कि यह विशेष परीक्षा केवल उन चारों के लिए ही आयोजित की गई है। चारों को अलग-अलग कमरों में बैठना होगा। चारों विद्यार्थी अपने-अपने नियत कमरों में जाकर बैठ गए। जो प्रश्नपत्र उन्हें दिया गया उसमें केवल दो ही प्रश्न थे: प्र.1 आपका नाम क्या है? (2 अंक) प्र.2 गाड़ी का कौन सा टायर पंक्चर हुआ था? (98 अंक)

एक वृद्ध दंपति को लगने लगा कि उनकी याददाश्त कमजोर हो चली है यह सुनिश्चित करने के लिये कि उन्हें कुछ नहीं हुआ है वे डॉक्टर के पास गये! डॉक्टर ने बारीकी से उनका परीक्षण किया और बताया कि उन्हें कोई बीमारी नहीं है बुढ़ापे में इस तरह के लक्षण स्वाभाविक हैं उसने उन्हें महत्वपूर्ण कार्यों को लिखकर रखने की सलाह दी ताकि वे कोई जरूरी काम न भूलें! वृद्ध दंपति ने डॉक्टर का धन्यवाद किया और घर चले गये! उस रात को टीवी देखते समय पति उठकर कहीं जाने लगा तो पत्नी ने पूछा कहां जा रहे हो? उसने जवाब दिया रसोईघर में! मेरे लिये एक कप चाय लाओगे? पत्नी ने कहा ठीक है ले आऊंगा मेरे ख्याल से तुम इसे नोट कर लो नहीं तो भूल जाओगे पत्नी ने कहा! नहीं भूलूंगा पति ने जवाब दिया! ठीक है और मेरे लिये कुछ खाने को ले आना जैसे आलू चिप्स! ठीक है ले आऊंगा पत्नी ने कहा! मुझे लगता है तुम लिख लेते तो ठीक था कहीं भूल न जाओ पत्नी ने फिर आग्रह किया.. नहीं भूलूंगा प्रिय! मुझे तुम्हारे लिये एक कप चाय और आलू चिप्स लाना है ठीक है इतना तो मैं याद रख ही सकता हूं! लगभग आधे घण्टे बाद पति महोदय एक कटोरे में आइसक्रीम और एक प्लेट में आमलेट लेकर हाजिर हुये पत्नी यह देखते ही आग बबूला होते हुये चिल्लाई तुमसे कहा था कि लिखकर ले जाओ वरना भूल जाओगे बताओ मेरे आलू के परांठे कहां है?

अगर आप मरना चाहते हैं लेकिन आप मरने हेतु कुछ नए कारण व तरीके अपनाने के शौक़ीन हैं तो इन्हें अपनाए: 1. अपने लैपटॉप में Win-XP ऑपरेटिंग सिस्टम डाले BSNL का ब्रॉडबैंड लगाए और इन्टरनेट एक्स्प्लोरर ब्राउज़र पर IRCTC की वेबसाइट पर तत्काल टिकट बुक करने का प्रयास करें यकीन मानिए आप आत्महत्या कर लेंगे। 2. किसी म्यूजिक स्टोर से अनु मालिक व अल्ताफ राजा के गानों की CD ले आइये और उन्हें रात भर एक बंद कमरे में बैठ कर लगातार सुने 100% गारंटी है सुबह आपकी लाश मिलेगी। 3. रविवार के दिन आराम से घर में बैठ कर सुबह 9 बजे से शाम के 5 बजे तक सोनी टीवी पर नॉनस्टॉप दिखाया जाने वाला शो CID देखें सोमवार को आपके जनाजे में हम भी शिरकत करेंगे। 4. अगर आप तड़प-तड़प कर मरना चाहते हैं तो इन्टरनेट से दिग्विजय सिंह के सभी भाषणों को डाउनलोड कीजिये और रोज रात को कोई एक भाषण सुनिए कसम दिग्गी राजा की आप तड़प-तड़प के मरेंगे। 5. अगर आप हँस-हँस के मरना चाहते हैं तो आप दो दिन लगातार बैठ कर राहुल गाँधी जी का भाषण या इंटरव्यू नॉनस्टॉप सुनते जाएँ आप बस हँसते-हँसते इस दुनिया को अलविदा कहेंगे। 6. अगर आप झल्लाहट से मरना छाते हैं तो बाज़ार जाकर दीपक तिजोरी आदित्य पंचोली राहुल रॉय व उदय चोपड़ा अभिनीत फिल्मो की DVD ले आइये और खुद को एक कुर्सी पर रस्सी से बांध कर फिल्मे देखे। आपकी जान निकल जायेगी।

अगर आप मरना चाहते हैं लेकिन आप मरने हेतु कुछ नए कारण व तरीके अपनाने के शौक़ीन हैं तो इन्हें अपनाए: 1. अपने लैपटॉप में Win-XP ऑपरेटिंग सिस्टम डाले BSNL का ब्रॉडबैंड लगाए और इन्टरनेट एक्स्प्लोरर ब्राउज़र पर IRCTC की वेबसाइट पर तत्काल टिकट बुक करने का प्रयास करें यकीन मानिए आप आत्महत्या कर लेंगे। 2. किसी म्यूजिक स्टोर से अनु मालिक व अल्ताफ राजा के गानों की CD ले आइये और उन्हें रात भर एक बंद कमरे में बैठ कर लगातार सुने 100% गारंटी है सुबह आपकी लाश मिलेगी। 3. रविवार के दिन आराम से घर में बैठ कर सुबह 9 बजे से शाम के 5 बजे तक सोनी टीवी पर नॉनस्टॉप दिखाया जाने वाला शो CID देखें सोमवार को आपके जनाजे में हम भी शिरकत करेंगे। 4. अगर आप तड़प-तड़प कर मरना चाहते हैं तो इन्टरनेट से दिग्विजय सिंह के सभी भाषणों को डाउनलोड कीजिये और रोज रात को कोई एक भाषण सुनिए कसम दिग्गी राजा की आप तड़प-तड़प के मरेंगे। 5. अगर आप हँस-हँस के मरना चाहते हैं तो आप दो दिन लगातार बैठ कर राहुल गाँधी जी का भाषण या इंटरव्यू नॉनस्टॉप सुनते जाएँ आप बस हँसते-हँसते इस दुनिया को अलविदा कहेंगे। 6. अगर आप झल्लाहट से मरना छाते हैं तो बाज़ार जाकर दीपक तिजोरी आदित्य पंचोली राहुल रॉय व उदय चोपड़ा अभिनीत फिल्मो की DVD ले आइये और खुद को एक कुर्सी पर रस्सी से बांध कर फिल्मे देखे। आपकी जान निकल जायेगी।

एक 45 साल की महिला बहुत बीमार हो गयी उसे तुरंत अस्पताल ले गए। अस्पताल में डॉक्टर ने कहा कि तुरंत ऑपरेशन करना पड़ेगा। उसे ऑपरेशन थियेटर में ले गए अभी वो वहां लेटी ही थी कि उसे साक्षात् भगवान के दर्शन हो गए भगवान ने कहा अभी तुम्हें मरना नहीं है अभी तो तुमने 40 साल 2 महीने और 8 दिन का जीवन और जीना है। यह कहकर भगवान गायब हो गए और ऑपरेशन सफलतापूर्वक हो गया। महिला ने सोचा अब तो उसके पास काफी उम्र पड़ी है क्यों न अपने आप को थोड़ा सजाया संवारा जाये उसने वहीँ पर अपने साज सिंगार के लिए ब्यूटीशियन को बुलाया वजन कम करने के लिए डायटिंग शुरू कर दी। कई दिन तक अस्पताल में रहने के बाद जब उसे घर आना था तो उसने फिर से साज सिंगार किया और हेयर-ड्रेसर को बुलाकर अपने बालों के रंग को चेंज करवाया। अब वो बिलकुल बदली बदली थी जब वो अस्पताल से जाने लगी तो मन ही मन बहुत खुश थी कि उसके पास जीने के लिए अभी काफी लम्बा जीवन है। वो काफी अच्छा महसूस कर रही थी जैसे ही वो अस्पताल के बाहर गली को पार करने लगी सामने से आती एम्बुलेंस ने उसे जोर की टक्कर मारी और वो वहीँ गिर कर मर गयी। जैसे ही भगवान के पास पहुंची और कहने लगी मैं तो ये सोच कर काफी खुश थी कि मेरे पास जीने के लिए 40 साल से ज्यादा है यही कहकर आये थे न आप। भगवान ने सहजता से पूछा: क्या हुआ? मैंने आपको पहचाना नहीं।

एक 45 साल की महिला बहुत बीमार हो गयी उसे तुरंत अस्पताल ले गए। अस्पताल में डॉक्टर ने कहा कि तुरंत ऑपरेशन करना पड़ेगा। उसे ऑपरेशन थियेटर में ले गए अभी वो वहां लेटी ही थी कि उसे साक्षात् भगवान के दर्शन हो गए भगवान ने कहा अभी तुम्हें मरना नहीं है अभी तो तुमने 40 साल 2 महीने और 8 दिन का जीवन और जीना है। यह कहकर भगवान गायब हो गए और ऑपरेशन सफलतापूर्वक हो गया। महिला ने सोचा अब तो उसके पास काफी उम्र पड़ी है क्यों न अपने आप को थोड़ा सजाया संवारा जाये उसने वहीँ पर अपने साज सिंगार के लिए ब्यूटीशियन को बुलाया वजन कम करने के लिए डायटिंग शुरू कर दी। कई दिन तक अस्पताल में रहने के बाद जब उसे घर आना था तो उसने फिर से साज सिंगार किया और हेयर-ड्रेसर को बुलाकर अपने बालों के रंग को चेंज करवाया। अब वो बिलकुल बदली बदली थी जब वो अस्पताल से जाने लगी तो मन ही मन बहुत खुश थी कि उसके पास जीने के लिए अभी काफी लम्बा जीवन है। वो काफी अच्छा महसूस कर रही थी जैसे ही वो अस्पताल के बाहर गली को पार करने लगी सामने से आती एम्बुलेंस ने उसे जोर की टक्कर मारी और वो वहीँ गिर कर मर गयी। जैसे ही भगवान के पास पहुंची और कहने लगी मैं तो ये सोच कर काफी खुश थी कि मेरे पास जीने के लिए 40 साल से ज्यादा है यही कहकर आये थे न आप। भगवान ने सहजता से पूछा: क्या हुआ? मैंने आपको पहचाना नहीं।