मोतियों की तो आदत होती है बिखर जाने की
पर धागे की ज़िद होती है उन्हें पिरोये रखने की

क्या जरूरत है मुझे परफ्यूम लगाने की,
तेरा ख्याल ही काफी है मुझे महकाने के लिए।💞💞 Er kasz

मयखाने से पूछा आज इतना सन्नाटा क्यों है
बोला साहब लहू का दौर है शराब कौन पीता है
Er kasz

बड़ी सादगी से उसने कह दिया रात को सो भी लिया कर
रातों को जागने से मोहब्बत लौट नहीं आती
er kasz

चूम लेती है लटक कर कभी चेहरा तो कभी लब..!
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तुमने अपनी जुल्फों को बहोत सिर पे चढ़ा रखा हे !Er kasz

मुफ्त में नहीं आता यह शायरी का हुनर
इसके बदले ज़िन्दगी हमसे, हमारी खुशियों का सौदा करती है.

तेरी याद में रोता है दिल मगर आंसू गिरते नहीं
मेरे दोस्ती तो बहुत हैं मगर तेरे जैसा कोई नहीं

तुम हक़ीक़त-ए-इश्क़ हों या फ़रेब मेरी आँखों का,
न दिल से निकलते हो न मेरी ज़िन्दगी में आते हो

हैरान ना हुआ करो मेरे यूँ याद आ जाने पर
रिश्ता जिनसे दिल का होता है वो यूँ याद आ ही जाते हैं
=RPS

जिस नजाकत से ये लहरे मेरे पैरों को छूती है
यकीन नही होता इन्होने कभी कश्तियाँ डूबाई होगी
Er kasz

बेहतरीन इंसान अपनी ज़ुबान से ही जाना जाता है
वरना अच्छी बातें तो दीवारों पर भी लिखी होती हैं

मेरी खता इतनी थी की जीना ना आया
दिमाग वालो की बस्ती थी और
मुझे दिल को कहाँ रखना हैं समझ ना आया

मोहब्बत छोड के हर एक जुर्म कर लेना
वरना तुम भी मुसाफिर बन जाओगे हमारी तरह इन तन्हा रातों के
er kasz

☄मेरे अलावा किसी और को अपना इश्क़ बना कर देख ले..
तेरी हर धड़कन कहेगी उसकी वफ़ा मैं कुछ और बात थी !! ☄ er kasz

बरबाद कर देती है मोहब्बत हर मोहब्बत करने वाले को,
क्यूकि इश्क़ हार नही मानता और दिल बात नही मानता....