हजारो आती है और हजारो जाती है पर वही काम आती है
जो मंङप तक आती है
हजारो आती है और हजारो जाती है पर वही काम आती है
जो मंङप तक आती है
अक्सर वही लोग उठाते है हम पर उंगलिया
जिनकी हमें छूने की औकात नहीं होती
तुझे देखकर मेरा स्टाईल और मुझे
देखकर तेरी स्माईल लोगो को बहुत जलाती है
लड़की चाहिए तेरे जैसी नखरेवाली
वरना बहुत मिलती हे सामने से लाइनमारने वाली
ज़मीं पर रह कर आसमां को छूने की फितरत है मेरी
पर गिरा कर किसी को ऊपर उठने का शौक़ नहीं मुझे
महबूब का घर हो या फरिश्तों की ज़मी
जो छोड़ दिया फिर उसे मुड़ कर नहीं देखा
सुनो ये जो तुमने अपना अंदाज बदला है
ये वाकई बदला है या किसी बात का बदला है
करेगी कद्र ये दुनीया भी एक दीन
बस जरा शराफत की ये बुरी आदत खत्म हो जाने दो
कफन मे लिपटा देखकर माथा चूम के मेरे दोस्त मुझसे बोले
अरे पागल नऐ कपडे पहन लिये तो क्या अब बात भी नही करेगा
Er kasz
लडकी दिल से अच्छी होनी चाहिए
अप्सरा तो पेन्सिल भी है
फ़िक्र तो तेरी आज भी करते है
पर जिक्र करने का हक नहीं रहा
er kasz
तेरे प्यार में दिल भी साला हाईटेक हो गया है
हर वक्त तेरी अपड़ेट माँगता है
नहीं मांगता ऐ खुदा कि जिंदगी सौ साल की दे
दे भले चंद लम्हों की लेकिन कमाल की दे
er kasz
जिंदगी रही तो तुम्हारा साथ निभाऊंगा दोस्तो
अगर कभी भूल गया तो समझ लेना कि शादी हो गयी