मेरी फितरत मैं नहीं नाराज होना
नाराज तो वो होते जिनको अपने आप पर गुरुर होता है

अकसर वही रिश्ता लाजवाब होता है
जो ज़माने से नहीं ज़ज़्बातों से जन्मा होता है
er kasz

तु मुझे अपना बना या ना बना तेरी मर्ज़ी
मगर तू ज़माने में बदनाम तो आज भी मेरे नाम से ही हे

Attitude की क्या बात करते हो ये तो मुझमे बचपन से है
जब मै पैदा हुआ तो डेढ़ साल तक मैने किसी से बात नही की

हमने भी कलम रखना सीख लिया है यारों
जिस दिन वो कहेगी, "मुझे तुमसे मोहब्बत है दस्तख़त करवा लूँगा
G.R...s

दिल की जिद्द हो तुम वरना
इन आँखों ने हसीन बहुत देखे हैं

उपर वाला भी अपना आशिक है
इसिलीऐ तो कि सिका होने नहि देता

मेरा टूटना बिखरना एक इत्तेफाक नहीं
बहुत मेहनत की है एक शक्स ने इसकी खातिर

उसने थामा था मेरा हाथ उस पार जाने के लिये
मेरी एक ही तमन्ना थी कि कभी किनारा न आए
er kasz

भाई की पहोंच दिल्ली से लेकर कब्रस्तान तक हैं
आवाज दिल्ली तक जाती हैं ओर दुश्मन कब्रस्तान तक

Log 5000 Rs. Ke Shoes Le lete hAi Aur Show Off Krte hA
pAr jAb Ek Gareeb Ko 10 Rs. Dene Ki Bat Aati Hai To Pta Nai Logo Ko Heart attack AajAta hA¡

दुनिया आपके उदाहरण से बदलेगी

आपकी राय से नहीं

Attitude तो बचपन से है
जब पैदा हुआ तो डेढ़ साल मैंने किसीसे बात नही की

अच्छा सुन मुझे बस इतना बता दे
इंतजार करू या बदल जाऊँ तेरी तरह

पढ़ने वालों की कमी हो गयी है आज इस ज़माने में
नहीं तो मेरा भेजा हुआ एक स्टेटस पूरी किताब है