मुझे इतना भी मत घुमा ए जिंदगी
मै शहर का शायर हूँ MRF का टायर” नही.
er kasz

जिंदगी में पीछे देखोगे तो अनुभव मिलेगा
जिंदगी में आगे देखोगे तो आशा मिलेगी

मेरे लिए इतनी लम्बी उम्र की दुआ मत मांग .
ऐ दोस्त
कहीं ऐसा ना हो के तू भी छोड़ दे और मौत भी ना आये.

काश नासमझी में ही बीत जाए ये ज़िन्दगी
समझदारी ने तो बहुत कुछ छीन लिया

अर्जुन भीम युधिष्ठिर सारे समा गए इतिहास में
पर शकुनि के पासे अब भी हे लोगों के हाथ में

मत फेर निगाँहे कम्बख़त हमें देख कर
खुद भी रो पड़ेगा हमरे प्यार की तौहीन होती देख कर
er kasz

जब कुछ सेकंड की मुस्कराहट से तस्वीर अच्छी आ सकती है,
तो हमेशा मुस्कुरा के जीने से ज़िन्दगी अच्छी क्यू नहीं हो सकती.

झूठ बोलता होगा कभी चाँद भी
इसलिए तो रुठकर तारे टूट जाते हैं

बहुत दिनों से कोई हिचकी नहीं आई
भूलने वालों की भगवान रक्षा करे

चंद लम्हो की भी नही है जिंदगी मेरी
नखरे मौत से भी ज्यादा है इसके

दो बातें इंसान को अपनों से दूर कर देती हैं
एक उसका अहम और दूसरा उसका वहम

जो निखर कर बिखर जाये वो कर्तव्य है और
जो बिखर कर निखर जाए वो व्यक्तित्व हैं

कमाल का ताना देती है वो अक्सर मुझे
कि लिखते तो खूब हो कभी समझा भी दिया करो
er kasz

तेवर तो हम वक्त आने पे दिखायेंगे
शहर तुम खरीद लो उस पर हुकुमत हम चलायेंगे
er kasz

कुछ इस तरह मैंने ज़िन्दगी को आसान कर लिया
किसी से मांग ली माफ़ किसी को माफ़ कर दिया