जब ख्वाबों के रास्ते ज़रूरतों की ओर मुड़ जाते हैं.
तब असल ज़िन्दगी के मायने समझ में आते हैं...!

मेरी खामोशी देखकर मुझसे ये ज़माना बोला कि
तेरी संज़ीदगी बताती है तुझे हँसने का शौक़ था कभी

झूठ बोलने का रियाज़ करता हूँ सुबह और शाम मैं
सच बोलने की अदा ने हमसे कई अजीज़ यार छीन लिये
Er kasz

सब सो गये अपने हाले दिल बयां करके
अफसोस की मेरा कोई नहीं जो मुझसे कहे तुम क्यों जाग रहे हो
Er kasz

सुना है तेरी नज़रों से क़तल हो जाते हैं लोग
एक नज़र से हम को भी देख लो अब ज़िन्दगी अच्छी नहीं लगती...

सूरत नहीं देखी तेरी अरसे से बस वो आखिरी बार का मुस्कुरा के मिलना
आज भी जीने की वजह है मेरी
Er kasz

मुस्कान भरे चेहरे के पीछे कितनी तड़प कितनी आग है
एक शायर कहीं छिपा हुआ था चेहरा दिखाया आज है

मोहब्बत का नतीजा दुनिया में हमने बुरा देखा
जिन्हे दावा था वफ़ा का उन्हें भी हमने बेवफा देखा..

खुदा ने लिखा ही नहीं तुझको मेरी क़िस्मत में शायद,
वरना खोया तो बहुत कुछ था एक तुझे पाने के लिए

मेरी पागल सी मोहब्बत तुम्हे बहुत याद आएगी
जब हँसाने वाले कम और रुलाने वाले ज्यादा होंगे
Er kasz

गुज़र गया वो वक़्त जब हम तुम्हारे तलबगार हुआ करते थे.
अब ज़िन्दगी भी बन जाओ तो क़ुबूल नहीं करेंगे.

दोस्तों कह देना पगली से दिल की ज़िद हो तुम ऐ बेखबर
वरना बहुत सी हसींना देखी हैं इन आँखों ने भी

जिस नजाकत से ये लहरे मेरे पैरों को छूती है
यकीन नही होता इन्होने कभी कश्तियाँ डूबाई होगी
Er kasz

गहरी बातें समझने के लिए गहरा होना जरुरी है
और
गहरा वही हो सकता है जिसने गहरी चोटें खायी हो !!!!!

मेरे चेहरे से कफ़न हटा कर जरा दीदार तो कर लो ऐ जान
बंद हो गई है वो आँख जिन्हे तुम रुलाया करते थे