यह दुनिया भी कितनी अजीब है दोस्तों
आदमी से भरी आदमी की ही कमी है
यह दुनिया भी कितनी अजीब है दोस्तों
आदमी से भरी आदमी की ही कमी है
दिल भी आज मुझे ये कह कर डरा रहा है
करो याद उसे वरना मै भी धडकना छोड़ दूंगा
जिन्दगी की उलझनों ने कम कर दी हमारी शरारते
और लोग समझते हैं कि हम समझदार हो गये
er kasz
मिलने को यूँ तो हमसे मिले है हजारो
वो शख्स जो सीधा दिल में उतर गया उसका हुनर कमाल था
जिदंगी में कभी किसी बुरे दिन से रूबरू हो जाओ
तो इतना हौंसला जरुर रखना की दिन बुरा था जिंदगी नहीं
Alvida hote hue unse koi nishani mangi
wo muskurakar bole judai kafi nahi hai kya
Kamal ka jigar hai unka dosto
unko malum hai hum unke bina nahi reh sakte
fir bhi chhod kar chale gaye
दिल तो करता है चिर के रख दू ऐ दिल तुझे
ना तू रहे मुझ में ना वो रहे तुझ में
रोता वही है जिसने महसूस कि हो सच्ची मोहब्बत को
वरना मतलब के रिश्तें रखने वाले को तो कोई भी नही रूला सकता
waqt ne hume bewaqt kiya,
tumne hume kudse tanha kiya.
हमें भी आते है अंदाज़ दिल तोड़ने के
हर दिल में ख़ुदा बसता है यही सोचकर चुप हूँ मैं
चलो माना की हमें प्यार का इजहार करना नही आता
जज़्बात ना समझ सको इतने नादान तो तुम भी नही
er kasz
खिलौने गुब्बारे और चॉकलेट सब लेकर देख लिए मैंने
उम्र ए जवानी फिर न मुस्कुरायी कभी बचपन की तरह
किसी के दिल में क्या छुपा है, ये बस खुदा ही जानता है.
दिल अगर बेनकाब होता, तो सोचो कितना फसाद होता.
Er kasz
Hasne ko chand lamhe, rone ko umar sari
agar hai manjur to karlo ishq se yaari