Jin se aanchal bhi dupatte ka sambhaala na geya
Un se kya khaak mere dil ki hifaazat hogi

Chhoria likh to aise deti h jese gaar ka sara kam vohi krti
kam to kuch nhi krti or logo ko dikhNe ki lia status pr likh deti busy

इश्क़ है तो शक कैसा
अगर नहीं है तो फिर हक़ कैसा..?

हो सके तो अब कोई सौदा न करना
मैं पिछली मोहब्बत में सब हार आया हूँ
er kasz

"मैं क्यूँ कुछ सोच कर दिल छोटा करूँ..
वो उतनी ही कर सकी वफ़ा जितनी उसकी औकात थी...!!

करे तू इतन क्यों फेशन, बिना बदल क्या बरसेगी
प्यार करना है,तो अभी कर ले वर्ना बाद में तरसेगी

सौ गुणा बढ़ जाती है खूबसूरती महज मुस्कराने से,
फिर भी बाज़ नहीं आते है लोग बुरा सा मुँह बनाने से.

तेरे गरूर को देख कर तेरी तमन्ना ही छोड़ दी हमने
ज़रा हम भी तो देखे कौन चाहता है तुम्हे हमारी तरह.....

Uski jeet se hoti he khushi mujhko
Yahi jawab mere paas apni haar kaa tha
er kasz

Ab Na Jagoon Ga Raaton Ko Uski Yaadon K Saharay
Main Nay Fitrat Badli Hai Uski Nazroon Ki Tarha
er kasz

याद रखना मैं एक पत्थर हूँ
चोट के साथ सीख भी देता हूँ

नमक की तरहा हो गई है जिन्दगी
लोग स्वादनुसार ईस्तेमाल कर लेते है.

कुसूर नही इसमे कुछ भी उनका
हमारी चाहत ही इतनी थी के उन्हे गुरुर आ गया.

बस तू मिरी आवाज़ से आवाज़ मिला दे
फिर देख कि इस शहर में क्या हो नहीं सकता

बहुत थे मेरे भी इसदुनिया मेँ अपने
फिर हुआ इश्कऔर हम लावारिस हो गए
Er kasz