Kasam Tootay Hovay Dil Ki Tumhain Khud Se Juda Ker Kay
Jahan Tak Hum Ne Daikha Hay Wahaaan Tak Tum Nazer Aaye…!!!

Phool Mazaar Tak Nahi Pahuncha Daaman-E-Yaar Tak Nahi Pahuncha,
Ho Gaya Vo Kafan Se To Aazaad Phir Bhi Gulzaar Tak Nahi Pahuncha

मैं वह खोयी हुई चीज़ हूँ
जिसका पता तुम हो

दुश्मन हो तो इश्क जैसा
सीधा दिल पे वार करे

एक मुकम्मल सी याद बाकी है
एक अधूरे इश्क की

आज सूरज उदास बैठा है
तुम मेरी सुबह हो आ जाओ

आज तो मौत सी थकावट है
जिँदगी उतारकर रख दूँ

बदलता तो इंसान है
वक़्त तो सिर्फ एक बहाना है

लो तुम रख लो ये दिल
सीने में बहुत चुभता है अब

दिल जब जल रहा था
आँखो से बरस पड़ा था सावन उसके

फ़क्र ये के तुम मेरे हो
फ़िक्र ये पता नही कब तक

कौन किसी के दुःख का साथी
अपने आंसू अपना दामन

दोस्तो मुझे मुहब्बत हो गयी है
मैं बच तो जाउंगा ना

दर्द को इकट्ठा किया है मैंने
मुस्करा कर जीते जीते

साफ साफ बोलने बाला कड़वा जरुर होता है
पर धोखेबाज नही