मौत पर भी है यकीन उन पर भी ऐतबार है
देखते हैं पहले कौन आता है दोनों का इंतजार है

बिछड के इक दूजे से हम कितने रंगीले हो गए
मेरी आँखे लाल हो गई उनके हाथ पीले हो गए

नकाब तो उनका सर से ले कर पांव तक था
मगर आँखे बता रही थी के मोहब्बत के शौकीन थे वो

तेरी ज़ुल्फ़ों से जुदाई तो नहीं मांगी थी
क़ैद मांगी थी रिहाई तो नहीं मांगी थी

ये इश्क़ मोहब्बत की रिवायत भी अजीब है
पाया नहीं है जिसको उसे खोना भी नहीं चाहते

छोड़ तो दिया मुझे पर कभी ये सोचा है तुमने
अब कभी झूँठ बोला तो कसमें किसकी खाओगी

👦‎मैं‬ ‪#‎लब‬ हूँ मेरी‬ बात ‪#‎तुम‬ हो ,
मैं ‪#‎तब‬ हूँ , ‪#‎जब‬ मेरे ‪#‎साथ‬ तुम हो .. Er kasz

खुशियों के गीत गाकर गम के आंसू न बहाना
अकेले जी लेना मगर हसीनों से दिल ना लगाना

मिटा दे उसकी तसवीर मेरी आंखौ सै ऐ खुदा
अब तौ वौ मुझै ख्वाबौ मै भी अच्छी नही लगती

"दिन तो कट जाता है शहर की रौऩक में
पर कुछ लोग बहुत याद आते हैं शाम ढल जाने के बाद

मिट्टी में मिला देती है हँसते हुए चेहरे
तकदीर को कहाँ रिश्तों की पहचान होती है

यही सोचकर कोई सफाई नहीं दी हमने.
कि इल्जाम झूठे भले हैं पर लगाये तो तुमने हैं
Er kasz

मुझे भी जरुरुत है तेरी बाहो की
दुनिया के वजूद और दुनिया के रास्ते बहुत कमजोर है

मोहब्बत में कभी कुछ वादे किये थे तूने
आज टूटे हुए वादे भी तेरा रास्ता देखते हैं

नफरत सी हो जाएगी तुम्हे भी इस दुनिया से
मोहब्बत किसी से तुम बेसुमार कर के देखना