Mujhse Ab Shayari Nahi Hoti
Mujhe Lafzon Ne Maar Daala Hai
Mujhse Ab Shayari Nahi Hoti
Mujhe Lafzon Ne Maar Daala Hai
Na padhna meri aankhon ki sacchai
Mujhe darr h kahi tumhe pyar ho gya to
Ek tera andaz e mohabbat jo dekh le koi
Raha na jaaye usse phir teri hasrat kiye bagai
Andheri raat mere dil ki bechaini ko kya jaane
Basi hai neend aankho n mein magar soya nahi jaata
Main Mar Jaon Tu Mere Seene Se Dil Nikal Leina DOST
Khain Matti Mein Na Mill Jaein Merey Dil Mein Rehny Waley..?
ऐ दिल सोजा अब तेरी शायरी पढ़ने वाली
किसी और शायर की गजल बन गयी है
तुम मुझे मोका तो दो साथ चलने का
थक जाओगी मेरी वफाओ क साथ चलते चलते
इस दुनिया में हर वो शक्स अकेला है
जिसने सच्चे दिल से महोब्बत की है
फुरसत अगर मिले तो मुझे पड़ना जरूर
मै नायाब उलझनों की मुकम्मल किताब हूं
वो बेईमान नेता सी है हर दिल से खेलती है
मै भोली जनता सा हूँ हर बार उसी को चुनता हुँ
नाज है मुझे तेरी नफरतों का अकेला वारिस हूँ
मोहब्बत तो तुम्हे बहोत से लोगों से है
मैं अपनी चाहतों का हिसाब करने जो बेठ जाऊ
तुम तो सिर्फ मेरा याद करना भी ना लोटा सकोगे
मोहब्बत उस से नहीं की जाती जो खूबसूरत हो
खूबसूरत वो होता है जिस से मोहब्बत हो जाती है
राह देखते देखते जब थक जाती हैं आँखें मेरी
तुम्हें ढूँढने को तब मेरी आँख से आँसू निकले
तुम उदार हो इस दुनिया पर इतनी दया दिखा देना
प्रेम भुलाऊ कैसे तुम्हारा इतना मुझे बता देना