तुम मिल गई तो खुदा भी नाराज हैं मुझसे
कहता है कि अब तु कुछ माँगता नहीं

बहुत थे मेरे भी इस दुनिया मेँ अपने
फिर हुआ इश्क और हम लावारिस हो गए
Er kasz

सौदेबाजी का हुनर कोई उनसे सीखे
गालों का तिल दिखा कर सीने का दिल ले गयी

कुछ तो बात है उसकी फितरत में
वरना उसको चाहने की खता हम बार बार नही करते

अपना वजूद मत बताओ हमें साहिब
हम झाँक कर दिलों की गहराई जान लेते हैं
Er kasz

ज़र्रा ज़र्रा जल जाने को हाज़िर हूँ,
बस शर्त है कि वो ...आँच तुम्हारी हो. Er kasz

प्यार के मायने तो नही मालूम मुझे
मगर कुछ देखलूं तो दिल धडकने लगता है।।

दिल में वफा इनके न आँखों में मुहब्बत
होती है हसीनों में नजाकत ही नजाकत

मै तुम्ही से जो आँखे मिलाता चला हु
कि तुम्ही को तुम्ही से चुराता चला हु

ये आईने तुझे तेरी खबर नही दे पायेंगे
मेरी आँखों से पूछ कितनी हसीन है तू

डब्बे मै डब्बा डब्बे मै केक
जो लडकी मुज्हे कीस करेगी वो होगी लाख़ो मै एक

वो दुश्मन बनकर मुझे जीतने निकली थी
मुहब्बत कर लेती, मैं खुद ही हार जाता

रात जवान हो चली है आओ चलते हैं छत पर
तुम चाँद को देखना मै तुम्हे देखूंगा

ना शाख़ों ने जगह दी ना हवाओ ने बक़शा
वो पत्ता आवारा ना बनता तो क्या करता
er kasz

तेरी जुल्फें इशारों में कह गयी मुझे
हम भी शामिल थी तुझे बर्बाद करने में