प्यार मोहब्बत आशिकी..
ये बस अल्फाज थे..
मगर.. जब तुम मिले..
तब इन अल्फाजो को मायने मिले !!
•• Er kasz

हंसते-हंसते हम तेरी दुनिया को छोड़ जाएंगे
लेकिन बाद में बहुत रोओगी, जब हम तुम्हें याद आएंगे

मेरे हिस्से में न आयेगी कभी दिलदार की खुशिया
कुछ सख्स फकत शायरी करने के लिए ही पैदा होते है

कभी न कभी वो मेरे बारे में सोंचेगी ज़रूर

के हासिल होने की उम्मीद भी नहीं फिर भी वफ़ा करता था

अगर मेरी चाहतो के मुताबिक जमाने में हर बात होती
तो बस मै होता वो होती और सारी रात बरसात होती

दोनों जानते हे के हम नहीं एक-दूसरे के नसीब में
फिर भी मोहब्बत दिन-ब-दिन बे-पनाह होती जा रही है

दोस्तों कह देना पगली से दिल की ज़िद हो तुम ऐ बेखबर
वरना बहुत सी हसींना देखी हैं इन आँखों ने भी

कुछ पल के लीये ही मुझे अपनी बाहों में सुला लो
अगर आँख खुली तो उठा देना अगर ना खुली तो दफ़ना देना

कुछ दर्द मुझे तू सहने दे, अंदर से जिंदा रहने दे,
आँखें बंजर हो जाएंगी, कुछ अश्क मेरे तू बहने दे..Er kasz

लुटा चुका हूँ बहुत कुछ अपनी जिंदगी में यारो
मेरे वो ज़ज्बात तो ना लूटो, जो लिखकर बयाँ करता हूँ

मेरा दिल मुझसे कहता है कि वो बापस आयेगी
मैँ दिल से कहता हूँ कि उसने तुझे भी झूठ बोलना सिखा दिया

मुद्दतों से,
उसके इंतजार में हूँ यारों...
कही पढ़ लिया था,
कि..
सच्ची मोहब्बत लौटकर आती
है......

दिल की दुनिया कुछ इसतरह से उजडी है दोस्तोँ

कि उसने मोहब्बत का आदी बना कर प्यार करना छोड दिया

तुझे क्या पता की मेरे दिल में कितना प्यार हैं तेरे लिए
जो कर दूँ बयाँ तो तुझे नींद से नफरत हो जाए

हम तो रो भी नहीं सकते उसकी याद में उसने एक बार कहा था
मेरी जान निकल जाएगी तेरे आंसू गिरने से पहले