प्यासी आँखें तड़पता दिल जाते जाते साथ अपने इश्क़ का मंज़र तो ले जा
मेरे क़तल का शक़ जाएगा तुम पर मेरे पहलु से अपना खंज़र तो ले जा
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प्यासी आँखें तड़पता दिल जाते जाते साथ अपने इश्क़ का मंज़र तो ले जा
मेरे क़तल का शक़ जाएगा तुम पर मेरे पहलु से अपना खंज़र तो ले जा
अपनों को याद करना प्यार हैं गैरों का साथ देना संस्कार हैं
दुश्मनो को माफ करना उपकार हैं और आप जैसे दोस्तों को परेसान करना जन्मसिद्ध अधिकार हैं