आओ देश का सम्मान करें; शहीदों की शहादत को याद करें; एक बार फिर से राष्ट्र की कमान; हम हिन्दुस्तानी अपने हाथ धरे; आओ स्वंतंत्र दिवस का सम्मान करें!

कुछ नशा तिरंगे की आन का है; कुछ नशा मातृभूमि की शान का है; हम लहराएंगे हर जगह ये तिरंगा; नशा ये हिंदुस्तान की शान का है। स्वतंत्रता दिवस की शुभ कामनायें!

मिलते नहीं जो हक वो लिए जाते हैं; हैं आज़ाद हम पर गुलाम किये जाते हैं; उन सिपाहियों को शत-शत नमन करो; मौत के साए में जो जिए जाते हैं। हैप्पी स्वतंत्रता दिवस!

वतन हमारा मिसाल मोहब्बत की; तोड़ता है दीवार नफरत की; मेरी खुशनसीबी है मिली ज़िन्दगी इस चमन में; भुला न सके कोई खुशबु इसकी सातो जनम में! स्वतंत्रता दिवस की बधाई!

वतन हमारा मिसाल मोहब्बत की; तोड़ता है दीवार नफ़रत की; मेरी खुशनसीबी मिली ज़िंदगी इस चमन में; भुला न सके कोई इसकी खुशबू सातों जन्म में। स्वतंत्रता दिवस की शुभ कामनायें!

आज़ादी की कभी शाम ना होने देंगे; शहीदों की कुर्बानी बदनाम ना होने देंगे; बची हो जब तक एक भी बूंद लहू की रगों में; तब तक भारत माता का आँचल नीलाम ना होने देंगे; वन्दे मातरम!

ये बात हवाओं को बताये रखना; रौशनी होगी बस चिरागों को जलाये रखना; लहू देकर जिसकी हिफाज़त हमने की; ऐसे तिरंगे को सदा दिल में बसाये रखना। स्वतंत्रता दिवस की शुभ कामनायें!

ये बात हवायों को बताये रखना; रोशनी होगी चिरागों को जलाये रखना; लहू देकर जिसकी हिफ़ज़त की हमने; ऐसे तिरंगे को सदा दिल में बसाये रखना! स्वतंत्र दिवस का हार्दीक अभिनन्दन!

आओ देश का सम्मान करें शहीदों की कुर्बानियां याद करें; एक बार फिर थामें हम युवा देश की की कमान; आओ स्वतन्त्रता दिवस का करें सम्मान; स्वाधीनता दिवस की आपको हार्दिक शुभकामनाएं!

चलो फिर से आज वो नज़ारा याद कर लें; शहीदों के दिल में थी जो ज्वाला वो याद कर लें; जिसमे बहकर आज़ादी पहुँची थी किनारे पे; देशभक्तों के खून की वो धारा याद कर लें। स्वतंत्रता दिवस मुबारक!

आजाद की कभी शाम नहीं होने देंगें; शहीदों की कुर्बानी बदनाम नहीं होने देंगें; बची हो जो एक बूंद भी गरम लहू की; तब तक भारत माता का आँचल नीलाम नहीं होने देंगें! स्वतंत्रता दिवस की सभी को बधाई!

ज़माने भर में मिलते हैं आशिक कई; मगर वतन से खूबसूरत कोई सनम नहीं होता; नोटों में भी लिपट कर सोने में सिमटकर मरे हैं कई; मगर तिरंगे से खूबसूरत कोई कफ़न नहीं होता। स्वतंत्रता दिवस की शुभ कामनायें!

मैं भारत बरस का हरदम अमित सम्मान करता हूँ; यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ; मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की; तिरंगा हो कफ़न मेरा बस यही अरमान रखता हूँ। स्वतंत्रता दिवस मुबारक!

यूनान-ओ-मिस्र-ओ रोमा सब मिट गए जहां से; अब तक मगर है बाकि नाम-ओ-निशाँ हमारा; कुछ बात है की हस्तीम मिटती नहीं हमारी; सदियों रहा है दुश्मन दौर-ए-ज़मां हमारा; सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा। स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामाएं!