साथ जब भी छोड़ना तो मुस्कुरा कर छोड़ना
ताकि दुनिया ये ना समझे हम में दूरी हो गई

भरी बरसात में उड़ के दिखा माहिर परिंदे
सूखे मौसम में तो तिनके भी सफ़र कर लेते हैं

मत सोना किसी के गोद में सर रखकर,
जब वो छोङता है तो रेशम के तकिय पर भी नीदं नही आती...

हम ने चलना छोड़ दिया अब उन राहों में
टूटे वादों के टुकड़े चुभते है अब पांवो में

छोड़ तो दिया मुझे पर कभी ये सोचा है तुमने
अब कभी झूँठ बोला तो कसमें किसकी खाओगे

नींद आए या ना आए चिराग बुझा दिया करो
यूँ रात भर किसी का जलना हमसे देखा नहीं जाता

हम दुश्मन को भी बड़ी पवित्र सज़ा देते हैं
हाथ नही उठाते बस नजरो से गिरा देते है

आज दिल बहुत रो रहा है तेरे बिना
अब तो मुड के देख क्या हो गई हैं जिन्दगी तेरे बिना

मत पूछना मेरी ‪#‎शख्सियत‬ के बारे में ..
हम जैसे ‪#‎दिखते‬ है वैसे ही ‪#‎लिखते‬ है ...!

अपने वजुद में इतना तो यकीन है मुझे कि
कोई दूर तो हो सकता है मुझसे पर भूल नही सकता

मुझे ब्रेकअप की बस एक वजह चाहिए थी....
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और वो पगली टिफिन में मेरे लिए मैगी ले आई

कमीनेपन की तो बात ना कर दोस्त
में उनमे से हूँ जो मछली को भी डुबो डुबो के मारता हे

इक बात हमेशा‪ ‎याद‬ रखना छोरी तुम्हारे जीतने‪ सौख‬ है
उतनी तो मेरी‪ आदतें‬ है

मोहब्बत भी ईतनी शीद्दत से करो कि वो धोखा दे कर भी सोचे
की वापस जाऊ तो किस मुंह से

हमारा हक तो नही है फिर भी ये तुमसे कहते है
हमारी जिँदगी ले लो मगर उदास मत रहा करो