लोग अक्सर आपके बारे में सुनी हुई प्रशंसनीय बातों के बारे में सवालात करते हैं; परन्तु आपके बारे में कही गयी बुरी बातों पर उन्हें फ़ौरन विश्वास हो जाता है।

किसी डिग्री का ना होना दरअसल फायेदेमंद है। अगर आप इंजिनियर या डाक्टर हैं तब आप एक ही काम कर सकते हैं पर यदि आपके पास कोई डिग्री नहीं है तो आप कुछ भी कर सकते हैं।

यह ज़रूरी है कि हम अपना दृष्टिकोण और ह्रदय जितना संभव हो अच्छा करें। इसी से हमारे और अन्य लोगों के जीवन में अल्पकाल और दीर्घकाल दोनों में ही खुशियाँ आयेंगी।

व्यक्ति को सदा यह समझना चाहिए कि आत्मा एक राजा की तरह है; जो शरीर इंद्रियों मन बुद्धि और जो भी प्रकृति से बना है; इन सबसे भिन्न है आत्मा इन सबका साक्षी स्वरुप है।

कोई कार्य तुच्छ नहीं होता। यदि मनपसन्द कार्य मिल जाए तो मूर्ख भी उसे पूरा कर सकता हैं किंतु बुद्धिमान इंसान वही हैं जो प्रत्येक कार्य को अपने लिए रुचिकर बना ले।

अगर भगवान आपकी प्रार्थना का जवाब दे दे वह आपका विश्वास बढाता है। अगर देर करे तो आपका धैर्य बढाता है और अगर ना दे तो वह आपके लिए किसी सर्वश्रेष्ठ की तैयारी कर रहा है।

किसी भी मनुष्य की वर्तमान स्थिति को देख कर उसके भविष्य का मज़ाक मत उड़ाओ; क्योंकि काल में इतनी शक्ति है कि वो असाधारण से दिखने वाले कोयले को भी धीरे-धीरे हीरे में बदल देता है।

जिंदगी में हद से ज्यादा ख़ुशी और हद से ज्यादा गम का कभी किसी से इज़हार मत करना। क्योंकि ये दुनिया बड़ी ज़ालिम है। हद से ज्यादा ख़ुशी पर नज़र और हद से ज्यादा गम पर नमक लगाती है। शुभ दिन।

यदि किसी के मन में सीखने की लगन ना हो तो कोई भी उसे नहीं सिखा सकता क्योंकि फूंक मारकर आप उस ढेर को तो जला सकते है जिसमें चिंगारी हो पर राख के ढेर मे फूंक मारकर आप रोशनी की आशा नहीं कर सकते।

कुछ लोग हमें तभी याद करते हैं जब उन्हें हमारी जरुरत होती है! इस बात का हमें कभी बुरा नहीं मानना चाहिए बल्कि खुश होना चाहिए क्योंकि हम उस दीपक की तरह है जिसे लोग अँधेरा महसूस होने पर उजाले के लिए याद करते हैं!

सफलता के कई पहलु हैं धन उसमे से बस एक घटक है लेकिन सफलता में अच्छी सेहत उर्जा और जीवन के लिए उत्साह परिपूर्ण रिश्ते रचनात्मक स्वतंत्रता भावनातमक और मनोवैज्ञानिक स्थिरता अच्छा होने का एहसास और मन की शांति भी शामिल है।

किशमिश को मसलो चाहे जितना वो अंगूर ना बन पायेगी; ब्यूटी पार्लर में मालिश कितना भी करें बुड्ढी जवां ना हो पायेगी; जलन ईर्ष्या गुस्से ने बिगाड़ा चेहरा खुश रहो चमक तो आ जाएगी; ढलती उमर में सूरत से बेहतर सीरत ये बात कब समझ में आएगी!

दुनिया में कोई भी चीज़ अपने आपके लिए नहीं बनी है। जैसे: दरिया - खुद अपना पानी नहीं पीता। पेड़ - खुद अपना फल नहीं खाते। सूरज - अपने लिए हररात नहीं देता। फूल - अपनी खुशबु अपने लिए नहीं बिखेरते। मालूम है क्यों? क्योंकि दूसरों के लिए ही जीना ही असली जिंदगी है।

सादगी परम जटिलता है।

कर्म सफलता का मूल है।