धन्यवाद कहना अच्छे व्यवहार की तुलना में ज्यादा अच्छा है। यह अच्छी आध्यात्मिकता है।
धन्यवाद कहना अच्छे व्यवहार की तुलना में ज्यादा अच्छा है। यह अच्छी आध्यात्मिकता है।
बुरी संगत उस कोयले के समान है जो गर्म हो तो हाथ जला देती है और ठंडा हो तो काला कर देती है।
भरी जेब ने दुनिया की पहचान करवाई और खाली जेब ने इंसानो की।
खाया पिया-अंग लगेगा; दान किया-संग चलेगा; बाकी बचा-जंग लगेगा।
भूखा पेट खाली जेब और झूठा प्रेम इंसान को बहुत कुछ सिखा जाता है।
समझदारी इसी में है कि कभी भी उस व्यक्ति पर पूरा भरोसा मत कीजिये जिससे आप एक बार धोखा खा चुके हों।
जो व्यक्ति मेरे बुरे वक्त में मेरे साथ हैं
उनके लिऐ मेरे पास एक ही शब्द है
मेरा अच्छा वक्त सिर्फ तुम्हारे लिऐ होगा
अकसर सुना जाता है कि
अब दुनिया बदल गई है ...
क्या बदला है जमाने में ?
मिरची ने अपनी तीखाश
नहीं बदली,
आम ने अपनी मिठास
नहीं बदली,
पत्तों ने अपना हरा रंग
नहीं बदला,
बदलीं हैं तो इंसानो ने अपनी इंसानियत
और दोष देता हैं, पूरी दुनिया को ... !
कोई भी इच्छा कभी भी अधूरी नहीं रहती वह कभी न कभी पूरी होती जरुर है।
दुनिया बड़ी भुलक्कड़ है वह तो उतना ही याद रखती है जितने से उसका स्वार्थ होता है।
पहाड़ से गिरा हुआ इंसान फ़िर से उठ सकता है; लेकिन नज़रों से गिरा हुआ इंसान कभी नहीं उठ सकता।
मनुष्य को धोखा मनुष्य नहीं देता है बल्कि वो उमीदें धोखा दे जाती हैं जो वो दूसरों से रखता है।
डाली पर बैठे हुए परिंदे को मालूम है कि डाली कमज़ोर है; फिर भी वो उस डाली पर बैठता है; क्योंकि उसको डाली से ज्यादा अपने पंख पर भरोसा है!
बुद्धिमान व्यक्ति उस समय सीखते हैं जब वे ऐसा कर सकते हैं लेकिन मूर्ख व्यक्ति उस समय सीखते हैं जब उनके लिए ऐसा करना बहुत जरुरी हो जाता है।