चाँद के पलंग पर तारों की रजाई होगी; अब सो जा मेरे दोस्त वर्ना मम्मी से पिटाई होगी; दुआ है कि सुबह की अंगड़ाई में ख़ुशी समाई होगी; और जिंदगी की खुशियों ने बाहें फैलाई होगी। शुभ रात्रि!
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चाँद के पलंग पर तारों की रजाई होगी; अब सो जा मेरे दोस्त वर्ना मम्मी से पिटाई होगी; दुआ है कि सुबह की अंगड़ाई में ख़ुशी समाई होगी; और जिंदगी की खुशियों ने बाहें फैलाई होगी। शुभ रात्रि!
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