इश्क़ वाले आँखों की बात समझ लेते हैं; सपनों में मिल जाए तो मुलाक़ात समझ लेते हैं; रोता तो आसमान भी है अपने बिछड़े प्यार के लिए; फिर पता नहीं लोग क्यों उसे बरसात समझ लेते है।

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