छूटा जो तेरा हाथ तो हम टूट के रोये; तुम जो ना रहे साथ तो हम टूट के रोये; चाहत की तमन्ना थी और ज़ख़्म दिए तुमने; पायी जो यह सौगात तो हम टूट के रोये।
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छूटा जो तेरा हाथ तो हम टूट के रोये; तुम जो ना रहे साथ तो हम टूट के रोये; चाहत की तमन्ना थी और ज़ख़्म दिए तुमने; पायी जो यह सौगात तो हम टूट के रोये।
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