हमारे आंसू पोंछ कर वो मुस्कुराते हैं! इसी अदा से वो दिल को चुराते हैं! हाथ उनका छू जाये हमारे चेहरे को! इसी उम्मीद में हम खुद को रुलाते हैं!
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हमारे आंसू पोंछ कर वो मुस्कुराते हैं! इसी अदा से वो दिल को चुराते हैं! हाथ उनका छू जाये हमारे चेहरे को! इसी उम्मीद में हम खुद को रुलाते हैं!
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