कल शाम दोस्तों ने जबरन बिठा लिया और फिर चला सिलसिला जाम का। तभी श्रीमती जी का फ़ोन आ गया और बोली कहाँ हो? मैंने भी सच सच कह दिया कि जाम में फंसा हूँ थोड़ी देर लगेगी।
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कल शाम दोस्तों ने जबरन बिठा लिया और फिर चला सिलसिला जाम का। तभी श्रीमती जी का फ़ोन आ गया और बोली कहाँ हो? मैंने भी सच सच कह दिया कि जाम में फंसा हूँ थोड़ी देर लगेगी।
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