जितने भी हैं जहां पे उन्हीं के लाल हैं सारे; उनके इशारों पे चलते हैं ये चाँद और तारे; पल भर के लिए ही सही माँ को याद कीजिए; होगी पूरी तम्मना जरा फ़रियाद कीजिए। नवरात्रि की शुभकामनाएं!
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जितने भी हैं जहां पे उन्हीं के लाल हैं सारे; उनके इशारों पे चलते हैं ये चाँद और तारे; पल भर के लिए ही सही माँ को याद कीजिए; होगी पूरी तम्मना जरा फ़रियाद कीजिए। नवरात्रि की शुभकामनाएं!
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