Home
Aapka Swagat Hai
Shayari Bazar
Mai
Toggle navigation
Menu
English
Punjabi
Hindi
Urdu
Haryanvi
Two-lines
Riddles
Sms
Facebook Status
Jokes
Quotes
Catholic
Home
Hindi
Badnaam Shayari
अब ये न पूछना कीये अल्फ़ाज़
अब ये न पूछना कीये अल्फ़ाज़
अब ये न पूछना की..
ये अल्फ़ाज़ कहाँ से लाता हूँ,
कुछ चुराता हूँ दर्द दूसरों के,
कुछ अपनी सुनाता हूँ|
Like
(
2
)
Dislike
(
0
)
Share
Related Post
उदासियों की वजह तो बहुत है
आज उसने हमें एक और दर्द
ज़िंदगी में बार बार सहारा नही
रात कितनी वीरान सी हो जाती
आज का ज्ञान:कंजूस दोस्तों को मैसेज
तेरी आवाज़ तेरे रूप की पहचान
ए खुदा किसी को किसी पर
आंसुओसे पलके भीगा लेता हूँ याद
मैं मर भी जाऊ तो उसे
करेगा जमाना कदर हमारी भी एक
Your Comment
Login
Your Comment