एक पुराना ख़त मिला था आज तेरी खुशबू मेँ लिपटा हुआ
न फाड़ पाये न जला पाये
और दावा तुझको भूल जाने का आज भी सीना ठोक कर करते हैं
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एक पुराना ख़त मिला था आज तेरी खुशबू मेँ लिपटा हुआ
न फाड़ पाये न जला पाये
और दावा तुझको भूल जाने का आज भी सीना ठोक कर करते हैं
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