अपनी खुशीयां लुटा कर उस पे कुर्बान हो जाऊँ,
काश कुछ दिन उसके शहर में महमान हो जाऊँ,
वो अपना नायाब दिल मुझ को दे दें,
और फिर वापस माँगे,
मै मुक्कर जाऊँ और बेईमान हो जाऊँ..
Like (0) Dislike (0)
अपनी खुशीयां लुटा कर उस पे कुर्बान हो जाऊँ,
काश कुछ दिन उसके शहर में महमान हो जाऊँ,
वो अपना नायाब दिल मुझ को दे दें,
और फिर वापस माँगे,
मै मुक्कर जाऊँ और बेईमान हो जाऊँ..
Your Comment