इस कदर हर तरफ तन्हाई है
उजालो मे अंधेरों की परछाई है
क्या हुआ जो गिर गये पलकों से आँसू
शायद याद उनकी चुपके से चली आई है
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इस कदर हर तरफ तन्हाई है
उजालो मे अंधेरों की परछाई है
क्या हुआ जो गिर गये पलकों से आँसू
शायद याद उनकी चुपके से चली आई है
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