कोई अनजान जब अपना बन जाता है
ना जाने क्युँ वो बहुत याद आता है
लाख भुलाना चाहो उस चेहरे को मगर
अकस उसका हर चीत में नज़र आता है
Like (0) Dislike (0)
कोई अनजान जब अपना बन जाता है
ना जाने क्युँ वो बहुत याद आता है
लाख भुलाना चाहो उस चेहरे को मगर
अकस उसका हर चीत में नज़र आता है
Your Comment