तू नहीं तो ज़िंदगी में और क्या रह जायेगा
दूर तक तन्हाइयों का सिलसिला रह जायेगा
आँखें ताज़ा मंज़रों में खो तो जायेंगी मगर
दिल पुराने मौसमों को ढूंढ़ता रह जायेगा
Like (0) Dislike (0)
तू नहीं तो ज़िंदगी में और क्या रह जायेगा
दूर तक तन्हाइयों का सिलसिला रह जायेगा
आँखें ताज़ा मंज़रों में खो तो जायेंगी मगर
दिल पुराने मौसमों को ढूंढ़ता रह जायेगा
Your Comment