ना तसवीर है तुम्हारी जो दीदार किया जाये; ना तुम हो पास जो प्यार किया जाये; ये कौन सा दर्द दिया है तुमने ऐ सनम; ना कुछ कहा जाये ना तुम बिन रहा जाये।
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ना तसवीर है तुम्हारी जो दीदार किया जाये; ना तुम हो पास जो प्यार किया जाये; ये कौन सा दर्द दिया है तुमने ऐ सनम; ना कुछ कहा जाये ना तुम बिन रहा जाये।
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