... मेरी पहचान माँग रहा है...
लगता है जैसे चाँदनी से कोई..
...चाँद का पता माँग रहा है...
वो तो मेरे साऐ के पनाह मे जीती है..
लगता है जैसे तु मेरी जान माँग रहा है...
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... मेरी पहचान माँग रहा है...
लगता है जैसे चाँदनी से कोई..
...चाँद का पता माँग रहा है...
वो तो मेरे साऐ के पनाह मे जीती है..
लगता है जैसे तु मेरी जान माँग रहा है...
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