रग रग में है जो बिखरी वो खुशबु तुम्हारी है
मैदान इ इश्क़ की बाज़ी इस दिल ने भी हारी है
मुझे यु छोड़ जा बेशक भले पर भूल ना पाओगी
तेरे हर शिकवे पर भारी ये मोहब्ब्त हमारी है
Like (0) Dislike (0)
रग रग में है जो बिखरी वो खुशबु तुम्हारी है
मैदान इ इश्क़ की बाज़ी इस दिल ने भी हारी है
मुझे यु छोड़ जा बेशक भले पर भूल ना पाओगी
तेरे हर शिकवे पर भारी ये मोहब्ब्त हमारी है
Your Comment