हसरत थी सच्चा प्यार पाने की
मगर चल पडी आँधियां जमाने की
मेरा गम कोई ना समझ पाया
क्युँकी मेरी आदत थी सबको हसाने की
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हसरत थी सच्चा प्यार पाने की
मगर चल पडी आँधियां जमाने की
मेरा गम कोई ना समझ पाया
क्युँकी मेरी आदत थी सबको हसाने की
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